Get App
CalendarFestivalsHindiHindu CulturePuja Vidhi

पौष पुत्रदा एकादशी 2023: पूजा विधि, व्रत कथा और महत्व

By December 13, 2022December 4th, 2023No Comments
Paush Putrada Ekadashi

पौष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पौष पुत्रदा एकादशी कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। और व्रत रखा जाता है। पुत्रदा एकादशी का व्रत अत्यंत ही लाभदायक माना जाता है। इसके समान दूसरा कोई व्रत नहीं है। इस व्रत के पुण्य से जातक को तपस्वी, विद्वान और धनवान होने का वरदान मिलता है। पौष पुत्रदा एकादशी को वैकुण्ठ एकादशी और मुक्कोटी एकादशी भी कहा जाता है।

पौष पुत्रदा एकादशी 2023 कब है ?

हिंदू पंचांग के अनुसार पौष पुत्रदा एकादशी 2 जनवरी 2023 को है। 2 जनवरी दिन सोमवार को ही पुत्रदा एकादशी का व्रत रखा जाएगा।

putrada ekadashi 2023

जानें पूजा का शुभ मुहूर्त

पौष शुक्ल एकादशी तिथि 1 जनवरी को शाम 07 बजकर 11 मिनट पर प्रारंभ होगी। और 2 जनवरी को रात्रि 08 बजकर 23 मिनट पर एकादशी तिथि समाप्त हो जाएगी। पुत्रदा एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि यानि कि 03 जनवरी को होगा। पारण की अवधि 2 घंटे 4 मिनट की रहेगी।

putrada ekadashi shubh muhurat

पौष पुत्रदा एकादशी का महत्व 

  • जिन शादीशुदा जोड़ों को संतान नहीं होती, उन्हें इस व्रत के फल से संतान प्राप्ति होती है। पुत्रदा एकादशी का व्रत रखने से माताओं को स्वस्थ व सुंदर पुत्र अथवा पुत्री का वरदान मिलता है।
  • इस दिन भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।
  • इस दिन व्रत रखने से निसंतान दंपत्तियों को संतान सुख होता है। साथ ही इस व्रत के फल से संतान को हर संकट से बचाया जा सकता है।

importance of putrada ekadashi

पौष पुत्रदा एकादशी की पूजा विधि 

एकादशी तिथि के दिन प्रातःकाल स्नान आदि से निवृत होकर साफ कपड़े पहनें। सूर्यदेव को जल अर्पित करके व्रत का संकल्प लें। घर के पूजा स्थल में भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा करें। श्री हरि भगवान विष्णु को पीले पुष्प, पंचामृत, तुलसी, भोग आदि अर्पित करें। पौष पुत्रदा एकादशी की कथा सुनें और अंत में धूप दीप जलाकर आरती करें। संध्या के समय दीपदान करें और नारायण का स्मरण करके व्रत खोलें।

putrada ekadashi puja vidhi

जानें पौष पुत्रदा एकादशी व्रत कथा

आइये पढ़ते हैं पौष पुत्रदा एकादशी की कहानी –
भद्रावती नगर में सुकेतु मान नामक एक राजा रहता था। उसकी पत्नी का नाम शैव्या था। राजा की कोई संतान नहीं थी। निःसंतान होने के कारण राजा सदैव चिंतित रहता था। पुत्र उत्पत्ति के लिए प्रयत्न करते हुए एक बार राजा वन की ओर निकल पड़ा।
वहाँ उसे मुनियों की एक कुटिया दिखाई दी। एक मुनि ने राजा को बताया, “आज संतान प्राप्ति वाली पुत्रदा एकादशी है, अतः हम लोग सरोवर में स्नान करने के लिए आए हैं।” यह सुनकर राजा ने मुनियों से संतान का वरदान माँगा। मुनि बोले – “ हे राजन! आप पुत्रदा एकादशी का व्रत करें, भगवान की कृपा से आपके घर में पुत्र होगा।”
मुनि के वचनों को सुनकर राजा ने एकादशी तिथि पर व्रत किया और द्वादशी तिथि को उसका पारण किया। इसके पश्चात कुछ समय बाद रानी ने गर्भ धारण किया और नौ महीने के अंतराल के बाद राजा के घर एक पुत्र का जन्म हुआ। इस प्रकार राजा को पुत्रदा एकादशी व्रत का फल मिल गया। और पौष पुत्रदा एकादशी व्रत कथा संपन्न हुई।

putrada ekadashi vrat katha

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न –

1. पौष पुत्रदा एकादशी 2023 कब है?

वर्ष 2023 में पौष पुत्रदा एकादशी 2 जनवरी दिन सोमवार को है। इसी दिन पुत्रदा एकादशी का व्रत रखा जाएगा।

2. पौष पुत्रदा एकादशी का व्रत करने से क्या लाभ है?

पुत्रदा एकादशी का व्रत रखने से नि:संतान दंपत्तियों को संतान प्राप्ति होती है। साथ ही इस व्रत के फल से अपनी संतान को बुरी नजर और संकट से बचाया जा सकता है।

3. पुत्रदा एकादशी की पूजा विधि क्या है?

एकादशी तिथि के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें, सूर्यदेव को जल अर्पित करें और व्रत का संकल्प लें। भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा करें। पीले पुष्प, पंचामृत, तुलसी, भोग आदि चढ़ाएं। पौष पुत्रदा एकादशी की कथा सुनें और अंत में भगवान की आरती करें।

4. क्या है पौष पुत्रदा एकादशी व्रत कथा?

पुरातन काल में सुकेतुमान नामक एक राजा की कोई संतान नहीं थी। ऋषि-मुनियों के कहने पर राजा ने पुत्रदा एकादशी का व्रत किया। व्रत के फलस्वरूप राजा के घर एक सुंदर स्वस्थ पुत्र ने जन्म लिया।

5. पौष पुत्रदा एकादशी 2023 का पारण समय क्या है?

पुत्रदा एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि 03 जनवरी को होगा। पारण की अवधि 2 घंटे 4 मिनट की रहेगी।

और पढ़ें – मौनी अमावस्या 2023: जाने मौनी अमावस्या तिथि और ज्योतिष शास्त्र में महत्व।

ऐसी अन्य जानकारी के लिए डाउनलोड करें इंस्टाएस्ट्रो का मोबाइल ऐप और ज्योतिषी से बात करें

Get in touch with an Astrologer through Call or Chat, and get accurate predictions.

Yashika Gupta

About Yashika Gupta