हनुमान जी के बारे में-
कौन नहीं जानता होगा हनुमान जी को। पर आज हम जानेंगे। हनुमान जी के जन्म का रहस्य। हनुमान का जन्म राम जी के जन्म से सम्बन्ध। हनुमान जी को शिव जी का 11वां रूप माना जाता है। हनुमान जी को महावीर हनुमान के नाम से भी जाना जाता है। हनुमान जी के पिता का नाम वानरराज केसरी है। माता का नाम अंजनी था। जिसके कारण इन्हें अंजनिपुत्र हनुमान भी कहा गया। हनुमान जी श्री राम के परम भक्त माने जाते हैं। हनुमान जी का प्रेम श्री राम के प्रति था। जैसे हनुमान श्री राम के भाई हों।
हनुमान जी के जन्म का श्री राम के जन्म से संबंध-
आइये जानते हैं। हनुमान जी के जन्म का रहस्य। हनुमान जी का जन्म श्री राम के जन्म से कैसे सम्बंधित है।
एक बार अंजनी पुत्र प्राप्ति के लिए शिव जी की पूजा कर रही थी। दूसरी तरफ राजा दशरथ पुत्र प्राप्ति के लिए यज्ञ करा रहे थे। यज्ञ के दौरान राजा दशरथ को एक बर्तन मिला। जिसमे हलवा था। यह हलवा रानियों को खिलाने से पुत्र की प्राप्ति होती। यह हलवा जब राजा महल ले जा रहे थे। तभी रास्ते में एक बाज आया। थोड़ा हलवा अपनी चोंच में दबाकर उड़ गया। यह हलवा बाज ने जहां अंजनी ध्यान कर रही थी। वहां गिरा दिया।
अंजनी ने हलवे को शिव का प्रसाद समझकर ग्रहण कर लिया। इस पश्चात अंजनी ने हनुमान जी को जन्म दिया। इसी हलवे से राजा दशरथ की रानियों को पुत्र प्राप्त हुए। कौशल्या ने राम को जन्म दिया। कभी कभी यह भी सवाल उठता है। क्या भाई थे राम और हनुमान। दोनों का जन्म एक ही हलवे से हुआ था। इसलिए यह हनुमान जी के जन्म का श्री राम के जन्म से संबंध था। यह रहस्य जानकर आप चौंक गए होंगे। हनुमान जी के जन्म से जुड़ा रहस्य यह था।
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