हनुमान जी को सभी देवताओं में अधिक शक्तिशाली हैं। हनुमान जी को अमर होने का वरदान प्राप्त है। कहा जाता है हनुमान जी कलयुग में गंधमाधन पर्वत पर निवास करते हैं। हनुमान जी को कई नामों से जाना जाता है। हनुमान जी ने सूर्य देव को फल समझकर निगल लिया था। इसी कारण हनुमान नाम पड़ा। हनुमान जी अधिक शक्तिशाली थे। इस वजह से हनुमान जी को बजरंगबली हनुमान के नाम से भी जाना जाता है।
हनुमान जी को गदा कैसे मिली-
बजरंगबली हनुमान अधिक शक्तिशाली हैं। उसी प्रकार हनुमान जी का अस्त्र गदा भी अधिक शक्तिशाली है। हनुमान जी गदा बाएं हाथ में धारण करते हैं। इसलिए हनुमान जी के गदा को वामहस्तगदायुक्तम् भी कहा गया है। हनुमान जी को यह गदा कुबेर से प्राप्त हुई थी। कुबेर जी हनुमान जी शक्तियों और उनके दिव्य अधिक प्रसन्न हुए थे। जिसके कारण कुबेर जी हनुमान जी को गदा प्रदान की थी। हनुमान जी को श्री राम का प्रिय भक्त कहा गया है।
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खुदाई के दौरान मिली गदा-
भारत में एक इंटरनेशनल रिसर्च सेंटर है। जो रामायण से जुड़े तथ्यों का शोध करता है। कुछ समय पहले श्रीलंका में खुदाई के दौरान एक गदा प्राप्त हुई। जो पूरी तरह से सोने की बनी थी। यह गदा अत्यधिक विशालकाय है। इस गदा का वजन 1000 किलोग्राम से भी अधिक है। इस खुदाई में रामायण से जुड़े अवशेष भी मिले हैं।
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रामायण से जुड़े मिले अन्य अवशेष-
शोध के दौरान रामायण से जुड़े कई प्रकार के अवशेष मिले हैं। यह अवशेष में विशाल नर कंकाल भी प्राप्त हुआ है। इस खुदाई में अशोक वाटिका और रावण महल का भी चिन्ह मिला है। श्रीलंका की सरकार ने इन्हे राष्ट्रीयता भी प्रदान की है।
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