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बेडरूम का रंग कैसे लाता है नवविवाहित दंपत्ति के जीवन में मिठास

By March 24, 2023December 6th, 2023No Comments

रंगों को देखने मात्र से ही आंखों में चमक और चेहरे पर खुशी आ जाती है। अलग अलग रंगों का अलग अलग महत्व होता है। हम सभी के जीवन में यह रंग अपनी अतुलनीय भूमिका निभाते है। ऐसे में बात जब बेडरूम की आती है तो रंगों का चयन करना और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार बेडरूम का रंग नवविवाहित दंपत्ति के लिए काफी शुभ माना जाता है। इसलिए वास्तु शास्त्र में नवविवाहित जोड़ों के लिए अपने बेडरूम के रंग का चयन करते समय उचित रंगों का चयन करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि दंपत्ति के द्वारा चुने गए रंग उनकी जिंदगी में शुभ अशुभ परिणाम लेकर आते है।

क्या कहता है नवविवाहित जोड़े के लिए बेडरूम का रंग-

पूरे घर में बेडरूम एक ऐसा हिस्सा होता है। जहां नवविवाहित जोड़े अपने आने वाले जीवन के सपने बुनते है। जिसमें वह तरह तरह की योजनाएं बनाते है और भविष्य की प्लानिंग करते है। आइए जानते है वास्तु के मुताबिक नवविवाहित जोड़े के लिए बेडरूम का रंग कैसा होना चाहिए।

सफेद रंग-

वास्तु शास्त्र में सफेद रंग को शांति का प्रतीक माना गया है। यह रंग धैर्य, शांति और पवित्रता को दर्शाता है। युगल बेडरूम का रंग सफेद होने से उनके बीच किसी तरह का कलह नहीं होता और शांति बनी रहती है।

गुलाबी रंग-

गुलाबी रंग को देखने से ही आंखों में चमक आ जाती है। वास्तु के अनुसार गुलाबी रंग प्यार का प्रतिनिधित्व करता है। साथ ही यह नवविवाहितों के जीवन में प्यार भी बढ़ाता है। अगर नवविवाहित जोड़े के बेडरूम का रंग गुलाबी है तो यह उनकी शादीशुदा जिंदगी के लिए बहुत अच्छा माना जाता है।

बैंगनी रंग-

वास्तु शास्त्र के अनुसार युगल बेडरूम का रंग बैंगनी होना चाहिए। जिससे युगल के रिश्ते में संतुलन, गरिमा और करुणा का भाव बना रहता है। जो उनके रिश्ते में सामंजस्य को दर्शाता है।

नीला रंग-

नीला रंग आंखों को ठंडक देने का काम करता है। इसलिए ज्योतिषी बेडरूम को नीले रंग में पेंट करने का सुझाव देते है। क्योंकि नीले रंग को देखने से ही मनुष्य बिल्कुल भी थकान महसूस नहीं करता है।

हरा रंग-

यदि युगल बेडरूम का रंग हरा है तो यह दांपत्य जीवन के लिए बहुत सारे लाभ लेकर आता है। वास्तु बताता है कि हरा रंग बीमार व्यक्ति को जल्दी स्वस्थ होने में मदद करता है।

पीला रंग-

पीला रंग सूर्य ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है। वास्तु में पीले रंग को शुभता लाने वाला रंग कहा जाता है। पीले रंग का प्रयोग विभिन्न तरहों की पूजा के लिए चिन्हित किया गया है। साथ ही यह रंग धार्मिक कार्यों के परिधानों में भी महत्व रखता है।

इंडिगो रंग-

इंडिगो रंग को बच्चों के लिए शुभ माना जाता है। क्योंकि यह रंग एकाग्रता विकसित करने और रचनात्मक कार्यों के लिए जाना जाता है। साथ ही यह रंग व्यक्ति का खुद से इंटरपर्सनल कम्युनिकेशन भी विकसित करता है।

क्या मायने रखता है नवविवाहित जोड़े के लिए बेडरूम का डिजाइन-

किसी भी नए रिश्ते की शुरुआत के लिए सबसे पहले बेडरूम के डिजाइन पर ध्यान दिया जाता है। वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार बेडरूम को डिजाइन करते समय खासकर न्यूली मैरिड कपल के लिए कुछ बातों पर ध्यान देना चाहिए। जानते है नवविवाहित जोड़े के लिए बेडरूम का डिजाइन कैसा होना चाहिए।

कैसा होना चाहिए बेड-

वास्तु शास्त्र यह सुझाव देता है कि आधुनिक साज सज्जा से दूर नवविवाहित जोड़ों को अपने लिए लकड़ी का बेड लेना चाहिए। क्योंकि लकड़ी के बेड में गरम ऊर्जा होती है जो नवविवाहितों की शादीशुदा जिंदगी का गर्मजोशी से स्वागत करती है। इसके विपरीत धातु का बेड़ ठंडा होता है। जो आपके रिश्ते के लिए बिल्कुल भी अनुकूल नहीं है। इसके अलावा यह भी ध्यान रखें कि बेड में बने बॉक्स में कभी भी कोई रद्दी का सामान न रखे।

किस तरफ होनी चाहिए बेडरूम की दिशा-

नवविवाहित जोड़े की बेडरूम की दिशा दक्षिण पूर्व में होने से बेहद शुभ फल की प्राप्ति होती है। नव दंपत्ति के श्यनकक्ष में एक बात ध्यान देने योग्य है कि दुल्हन का सिर सोते समय दक्षिण दिशा की ओर होना चाहिए और पैर उत्तर दिशा की ओर। अगर यह उपाय संभव नहीं है तो कई अन्य उपाय करना चाहिए।

दर्पण का भी रखें ध्यान-

यह तो सबको पता है कि आईने में हमारा प्रतिबिंब दिखता है। जो बहुत अच्छा भी लगता है। लेकिन सोते समय आईना देखने को वास्तु शास्त्र में अशुभ माना गया है। क्योंकि रात के समय नकारात्मक शक्तियां किसी न किसी रूप में हमारे आस पास विचरण करती है। मौका मिलते ही यह हम पर हावी भी हो जाती है। इसलिए वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार नव दंपत्ति के रूम में आईना कभी भी बेड के सामने नहीं होना चाहिए। या बेड के आस पास इस तरह से नहीं रखना चाहिए कि उसमें सोते समय किसी व्यक्ति का प्रतिबिंब बने।
बेडरूम की दीवारों की सजावट का भी है विशेष स्थान-

हम में से ज्यादातर लोग अपने कमरे को सजाने के लिए फोटो फ्रेम या कई आधुनिक विलासी चीजों का उपयोग करते है। लेकिन वास्तु के मुताबिक नव दंपत्ति के कमरे की सजावट में जंगली जानवरों और हिंसक तस्वीरों को नहीं रखना चाहिए। यह नवविवाहितों के बीच झगड़े का कारण बनता है।

बेडरूम की दीवारों का रंग-

जोड़ो के लिए बेडरूम का रंग शांतिमय, प्यार बढ़ाने वाला और आपसी तालमेल जैसा होना चाहिए। जैसे गुलाबी, सफेद, हरा, पीला आदि यह सारे रंग न्यूली मैरिड कपल की लाइफ में मिठास घोलने का काम करते है।

इंस्टाएस्ट्रो से ज्योतिषी से जानिए युगल बेडरूम रंग संयोजन के बारे में-

-दांपत्य जीवन में प्रेम, सामंजस्य और आपसी समझ की भावना को बढ़ाने के लिए वास्तु शास्त्र में कुछ आवश्यक टिप्स दिए गए है। जानते है इन वास्तु टिप्स के बारे में।

-युगल बेडरूम रंग संयोजन में सबसे पहला स्थान बेडरूम की दीवारों का आता है। वास्तु के अनुसार बेडरूम की दीवारों का रंग शांत और हल्के रंग का होना चाहिए। इससे दंपत्ति के बीच कलह का वातावरण नहीं बनता और दंपत्ति का जीवन शांति से बीतता है।

-दो रंगों का संयोजन भी एक अविश्वसनीय लाभ लेकर आता है। जैसे लाल और हरा जो प्रतिष्ठा और प्रसिद्धि का सूचक है।

-बेडरूम में फालतू चीजों को इकट्ठा करने से बचे नहीं तो यह आपकी मैरिड लाइफ के लिए घातक सिद्ध हो सकता है।

-बेडरूम की दक्षिण पश्चिम दिशा का विशेष रूप से ख्याल रखना चाहिए। क्योंकि यही से नवविवाहितों की नई जिंदगी की शुरुआत होती है।
-इसके साथ ही जोड़ों के लिए बेडरूम का रंग ऐसा होना चाहिए। जो भावनाओं को व्यक्त करे। जैसे हल्का लाल और गुलाबी।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:

1. क्या बेडरूम में टीवी रख सकते है?

यदि वास्तु सिद्धांत के नियमों का पालन करे तो इस कमरे में कोई भी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट नहीं रखने की सलाह देते है।

2. क्या बेडरूम में भगवान की तस्वीर लगाना शुभ होता है?

वास्तु शास्त्र के अनुसार बेडरूम में भगवान की तस्वीर लगाना अशुभ माना जाता है। इसके विपरीत मोर-मोरनी की तस्वीर लगाना शुभ माना जाता है।

3. नवविवाहित जोड़ो के लिए अपनी शादी की तस्वीर कहां लगानी चाहिए?

बेडरूम की पूर्वी दीवार सकारात्मकता को बढ़ावा देती है। इसलिए नवविवाहितों के लिए अपनी शादी की तस्वीर इसी दीवार पर लगानी चाहिए।

4. किस दिशा में किचन का होना माना जाता है शुभ?

वास्तु शास्त्र के अनुसार रसोई का स्थान घर की दक्षिण पूर्व दिशा में होना चाहिए।

और पढ़ें: शेयर मार्केट : जानें इसका ज्योतिष शास्त्र से संबंध

अगर आपका घर वास्तु के अनुरूप नहीं है। तो इसके नकारात्मक प्रभाव से बचने के उपाय जानने के लिए आज ही इंस्टाएस्ट्रो के ज्योतिषी से संपर्क करें।

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