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दशहरा 2023: जानें दशहरा की तिथि और दशहरा कैसे मनाया जाता है?

By October 21, 2023No Comments
Dussehra

हिन्दू धर्म का सबसे मुख्य पर्व विजयदशमी यानी दशहरा माना जाता है। यह पर्व बुराई पर अच्छाई के विजय होने का प्रतीक है। दशहरे के दिन भगवान राम ने रावण का वध किया था और भगवान राम की जीत हुई थी। इसलिए यह पर्व देशभर में धूमधाम से मनाते हैं। इस दिन देश भर में सभी जगहों पर रावण के पुतले को जलाया जाता है। यह दिन हर्षों उल्लास से भरा होता है और जगह-जगह भव्य मेले का आयोजन भी किया जाता है। दशहरा वाले दिन श्री राम जी की पूजा की जाती है। यह हिंदुओं का एक प्रमुख त्योहार है।

Hindi CTR

दशहरा 2023 की तिथि-

ये पर्व आश्विन माह की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। वर्ष 2023 में दशहरा की तिथि 24 अक्टूबर दिन मंगलवार को है।

burning ravaan

दशहरा 2023 शुभ मुहूर्त-

आश्विन माह की दशमी तिथि का आरंभ 23 अक्टूबर को शाम 5 बजकर 44 मिनट पर होगा। दशमी तिथि का अंत 24 अक्टूबर को दोपहर 3 बजकर 14 मिनट पर होगा। इसलिए दशहरा पूजा का शुभ समय है।

Dussehra fair. tower ride

दशहरा कैसे मनाया जाता है?

  • इस पर्व की मौके पर भव्य मेले जगह-जगह लगते हैं।
  • दशहरा के दिन रावण के बड़े- बड़े पुतले लगाए जाते हैं।
  • साथ ही साथ रावण के भाई कुंभकरण और रावण के बेटे मेघनाद के भी पुतले लगाए जाते हैं।
  • इन पुतलों को शाम को जलाया जाता है।
  • कहा जाता है इन पुतलों को जलाने से अंदर की बुराई समाप्त होती है।
  • विजयदशमी के नौ दिन पहले से रामलीला का आयोजन होता है।
  • इसके पश्चात दसवें दिन पर रावण के पुतले को जलाकर विजयदशमी का पर्व मनाया जाता है।

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Ravaan in his diffrent avtaars

दशहरा या विजयदशमी की पूजा विधि-

  • इस दिन प्रातः काल उठकर स्नान करना चाहिए।
  • इसके पश्चात स्वच्छ कपडे पहने और श्री राम जी की आराधना करनी चाहिए।
  • दशहरे के दिन गाय के गोबर से 10 गोले की आकृतियां बनाई जाती हैं।
  • इन 10 गोलों में जौ के बीज लगाए जाते हैं।
  • इसके बाद दिया या धूपबत्ती से पूजा करते हैं और गोलों को जला देते हैं।
  • ऐसा कहा जाता है दशहरा की पूजा करने के पश्चात मन का अहंकार समाप्त हो जाता है।

God Ram with Bow & Arrow

दशहरा का महत्व-

हिंदुओं का प्रमुख त्योहार दशहरा है। भगवान राम ने इसी दिन रावण का वध किया था। दशहरा के दिन को बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाया जाता है। इस दिन श्री राम की पूजा की जाती है। श्री राम जी की विधि विधान से पूजा करने पर सभी कष्ट समाप्त होते हैं। भगवान राम की कृपा से परेशानियों का अंत होता है।

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Jaya Verma

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