अंक ज्योतिष क्या है?
अंक ज्योतिष (Numerology) का ज्योतिष शास्त्र में बहुत अधिक महत्व है। ज्योतिष शास्त्र की एक विद्या है अंक ज्योतिष। ज्योतिष अंकों की मदद से आपके भविष्य और भाग्य के बारे में बताते हैं। अंक ज्योतिष में मूलांक से आने वाले समय में क्या होगा ये बताया जाता है। कुंडली की तरह मूलांक से भी भविष्यवाणी की जाती है।
आज इंस्टाएस्ट्रो के ज्योतिष आपको अंक से बताएंगे कि आपकी लव मैरिज होगी या अरेंज मैरिज।
मूलांक क्या होते हैं?
अंक ज्योतिष (Numerology) में मूलांक बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। मूलांक जन्मतिथि द्वारा निकाले जाते हैं। जैसे किसी जातक की जन्मतिथि 12 है तो 2 +1= 3 तो इसका मूलांक 3 होगा।
मूलांक से जानें आपकी लव मैरिज होगी या अरेंज मैरिज –
मूलांक या अंक 1 –
जिसका अंक 1 होता है वह बहुत सरल स्वभाव के होते हैं। और ये बहुत शर्मीले होते हैं। तभी ये किसी से पहले अपने प्यार की पहल नहीं कर पाते हैं। इस मूलांक को सूर्य का प्रतीक कहा जाता है। इस अंक वाले जातकों का लव मैरिज होना बहुत मुश्किल होता है। ये 2,4 और 6 मूलांक वाले लोगों के साथ विवाह करते हैं।
और पढ़ें: टैरो कार्ड आपको बताएगा आपके विवाह के भविष्य का राज।
मूलांक या अंक 2-
यह अंक वाले लोग अपने मन के अनुसार कार्य करते हैं। अपने जीवन में सोच-समझकर प्रेम करते हैं। अपने प्रेम को विवाह तक पहुंचाने में पूरी कोशिश करते हैं। ये जिससे प्रेम करते हैं उसी से विवाह करने में सफल होते हैं। हम ये भी सीधे तौर पर कह सकते हैं कि ये लव मैरिज करते हैं।
मूलांक या अंक 3-
मूलांक 3 को गुरु का प्रतीक माना जाता है। इन्हें बार बार प्यार नहीं होता है। पर जब प्यार होता है तो उसी से शादी करते हैं। इनका विवाह इनकी पसंद से ही होता है। अतः मूलांक 3 वालों की लव मैरिज होती है।
मूलांक या अंक 4-
4 अंक वाले लोग अधिक प्रेम संबंध बनाते हैं। ये अंक राहु का प्रतीक माना जाता है। ये प्रेम के प्रति कभी गंभीर नहीं हो पाते हैं। पर जिसके प्रति एक बार गंभीर हो गए ये उसी से विवाह करते हैं। इन अंक वाले लोगों का लव मैरिज होता है।
मूलांक या अंक 5-
5 अंक वाले लोग अपने परिवार और रिश्ते को लेकर बहुत गंभीर होते हैं। इस अंक को बुध का प्रतीक कहते हैं। ये लोग अपने परिवार की मर्जी से ही विवाह करते हैं। अगर उन्हें प्रेम हो भी जाता है। तो ये परिवार से पूछ कर ही विवाह करते हैं। हम कह सकते हैं कि ये परिवार के अनुसार विवाह करते हैं अतः ये अरेंज मैरिज करते हैं।
मूलांक या अंक 6-
अंक 6 वाले लोग लव मैरिज करते हैं। इस अंक को शुक्र का प्रतीक कहते हैं। ये प्रेमी प्रकृति के होते हैं। ये बहुत सारे प्रेम सम्बन्ध के चलते सही इंसान को खो देते हैं। ये प्रेम विवाह करने में सफल होते हैं। अतः इनकी लव मैरिज होती हैं।
मूलांक या अंक 7-
7 अंक वाले लोग बेहद संकोची स्वभाव के होते हैं। तभी यह अपने प्रेम को किसी के सामने दिखा नहीं पाते हैं। 7 अंक केतु का प्रतीक माना जाता है। ये प्रेम विवाह में दिलचस्पी रखते हैं पर प्रदर्शित नहीं कर पाते हैं। यह लोग लव मैरिज करें या अरेंज मैरिज।ये अपने जीवनसाथी से बहुत प्रेम करते हैं।
मूलांक या अंक 8-
अंक 8 को शनि का प्रतीक माना जाता है। ये प्रेम करने में कतराते हैं। ये प्रेम के मामले में कम ही पड़ते हैं। अगर उन्हें एक बार प्रेम हो गया तो ये उसी से विवाह करते हैं। ये प्रेम विवाह करने में सफल होते हैं।
मूलांक या अंक 9-
मूलांक 9 को मंगल का प्रतीक माना जाता है। ये लोग प्रेम में पड़ना पसंद नहीं करते है। उन्हें प्रेम में पड़ना जंजाल लगता है। ये लव मैरिज से दूर रहते हैं। अरेंज मैरिज के प्रति झुकाव होता है। ये अरेंज मैरिज ही करते हैं।
और पढ़ें: संकष्टी चतुर्थी को एकदंत संकष्टी चतुर्थी के नाम से क्यों जाना जाता है ?