
नवरात्रि का पर्व देवी दुर्गा को समर्पित है। यह नवरात्रि शरद मौसम में आती है इसलिए शारदीय नवरात्रि कहते हैं। शारदीय नवरात्रि में माँ दुर्गा की उपासना की जाती है। इसके अलावा नवरात्रि में दुर्गा जी अन्य नौ रूपों की पूजा की जाती है।
हिन्दू पंचांग के अनुसार प्रति वर्ष चार नवरात्रि आती है। दो गुप्त नवरात्रि,एक चैत्र नवरात्रि और साल के अंत में शारदीय नवरात्रि आती है। नवरात्रि में माँ दुर्गा हिमालय से पृथ्वी आती हैं और 9 दिनों तक पृथ्वी पर ही रहती हैं।
शारदीय नवरात्रि 2024 की तिथि-
हिन्दू पंचांग के अनुसार शारदीय नवरात्रि आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से लेकर नवमी तिथि तक होती है। वर्ष 2024 में शारदीय नवरात्रि का प्रारम्भ 03 अक्टूबर दिन गुरूवार से होगा और अंत 12 अक्टूबर दिन शनिवार को होगा।
शारदीय नवरात्रि 2024 कलश स्थापना मुहूर्त-
वर्ष 2024 में शारदीय नवरात्रि के दिन कलश स्थापना 03 अक्टूबर को सुबह 06 बजकर 19 मिनट से लेकर सुबह 07 बजकर 23 मिनट तक है। कलश स्थापना मुहूर्त में कलश स्थापित करना शुभ होता है। हिन्दू शास्त्रों के अनुसार कहा जाता है कि शुभ समय में पूजा करने से सभी कार्य सफलतापूर्वक होते हैं।
नवरात्री में माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-
- पहला दिन– माँ शैलपुत्री पूजा
- दूसरा दिन- माँ ब्रह्मचारिणी पूजा
- तीसरा दिन- माँ चंद्रघंटा पूजा
- चौथा दिन- माँ कुष्मांडा पूजा
- पांचवा दिन- माँ स्कंदमाता पूजा
- छठा दिन- माँ कात्यायनी पूजा
- सातवां दिन- माँ कालरात्रि पूजा
- आठवां दिन- माँ महागौरी पूजा
- नौवां दिन- माँ सिद्धिदात्री पूजा
शारदीय नवरात्रि पूजा विधि-
- इस दिन प्रातःकाल उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करने चाहिए।
- प्रथम दिन मुख्य द्वार पर स्वास्तिक बनाकर तोरण लगाएं।
- इसके पश्चात चौकी बिछा के स्वास्तिक बनाएं और माता की मूर्ति को स्थापित करें।
- इस बात का ध्यान रखें कि उत्तर आया उत्तर-पूर्व दिशा में ही चौकी और कलश को स्थापित करें।
- कलश पर नारियल का मुख नीचे की ओर करें और ईशान कोण में ही रखें।
- इसके पश्चात कलश के ऊपर अशोक के पत्ते लगाएं और कलश के चारो और चुनरी को लपेट के कलावा से बाँध दें।
- अब माँ दुर्गा की उपासना करते हुए पूरे विधि-विधान से पूजा करें।
शारदीय नवरात्रि पर क्या करें क्या न करें?
- नवरात्रि में साफ़- सफाई का विशेष ध्यान देना चाहिए और सात्विक भोजन ग्रहण करना चाहिए।
- इसके अलावा भजन- कीर्तन और जगराता आदि करना चाहिए।
- शारदीय नवरात्रि में प्याज, लहसुन, शराब, मांसाहारी भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए।
- इस समय काले कपडे न पहने और न ही नाख़ून काटें।
2024की शारदीय नवरात्रि के विशेष उपाय-
प्रत्येक वर्ष पड़ने वाले नवरात्र शुभ होते हैं। लोगों को बेसब्री से इन्तजार होता है। आइये जानते हैं शरद नवरात्र के समय क्या विशेष उपाय करने चाहिए, जिससे घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।
- आर्थिक समस्याओं को करता है दूर-
घर में आर्थिक समस्या का होना आम बात है। प्रत्येक घर में किसी न किसी प्रकार की आर्थिक समस्या होती है। ऐसे में हम नवरात्री के दिनों में विशेष प्रकार के उपाय कर सकते हैं। नवरात्रि के आख़री दिनों में यानि अष्ठमी और नवमी को चावल के ढेर के ऊपर श्री यंत्र को स्थापित करके उसमे दीया जलाना चाहिए। इससे घर की आर्थिक समस्या दूर होती है।
- कुंडली से दूर करता है अशुभ ग्रह राहु और केतु का प्रभाव-
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में राहु-केतु ग्रह के प्रभाव को बहुत अशुभ माना जाता है। इसके प्रभाव को कम करने नवरात्री के दौरान प्रतिदिन भगवान शिव या शिवलिंग पर लौंग चढ़ाना चाहिए।
- घर में लाता है सुख-समृद्धि-
नवरात्री के समय आप गरीबों और जरूरतमंदों को खाना खिलाना चाहिए। इससे घर में धन्य-धान्य की कमी नहीं होती है और साथ ही साथ घर में सुख-समृद्धि आती है।
यह भी पढ़े: पितृ पक्ष 2024: जानें पितृ पक्ष के किस दिन कौन सा श्राद्ध करें?
ज्योतिष शास्त्र की रोचक जानकारी के लिए हमसे Instagramपर जुड़ें।