आज हम जानेंगे ऐसा क्या कारण है? जिसकी वजह से शनि देव हनुमान जी के भक्तों की सदैव रक्षा क्यों करते हैं? शनि देव हनुमान जी के भक्तों को कभी कष्ट नहीं देते हैं।
हनुमान जी पहुंचे माता सीता की तलाश में-
रावण माता सीता का हरण करके लंका ले गया था। माता सीता को अशोक वाटिका में कैद करके रखा था। रावण जब माता सीता को लंका ले गया। इसका पता किसी को नहीं था। भगवान राम और लक्ष्मण सीता जी को ढूंढ रहे थे। परंतु सीता जी का पता नहीं मिल रहा था। राम जी ने हनुमान जी को सीता का ढूंढ़ने का आदेश दिया। हनुमान जी माता सीता की खोज में निकल गए। खोजते हुए हनुमान लंका पहुंचे। लंका में माता को हनुमान जी ने अशोक वाटिका में पाया।
हनुमान जी के पूंछ में लगा दी गयी आग-
जब हनुमान जी लंका पहुंचे। तब उन्होंने लंका में उपद्रव मचा। दिया जिसकी वजह से लंका में हाहाकार मच गया था। लंका के सैनिक हनुमान जी को हिला नहीं पा रहे थे। क्योंकि हनुमान जी अधिक शक्तिशाली है। उन्होंने अपने बलशाली रूप और पूंछ को लम्बा कर लिया था। रावण ने हनुमान जी की पूछ पर आग लगाने का आदेश दिया था। हनुमान जी के पूछ पर आग दी गयी। हनुमान जी ने अपनी पूछ से लंका को जला दिया था। इसी बीच हनुमान जी शनिदेव से मिले थे।
यह भी पढ़ें:- जानें हनुमान जी का नाम बजरंगबली हनुमान कैसे पड़ा?
शनिदेव और हनुमान जी का रहस्य-
हनुमान जी लंका को आग लगा रहे थे। तभी हनुमान जी ने शनिदेव को देखा। शनि देव रावण के कारावास में थे। हनुमान जी शनिदेव को कारावास से मुक्त कराया। हनुमान के द्वारा लंका को जलने के प्रयास में शनि देव ने भी मदद मिली। शनिदेव भगवान हनुमान जी से प्रसन्न हुए। तब शनिदेव ने हनुमान जी को वचन दिया। जो लोग हनुमान जी भक्त हैं। शनिदेव उन्हें नुकसान नहीं पहुंचाएंगे और उनकी रक्षा करेंगे।
आप इस प्रकार की अधिक जानकारी के लिए इंस्टाएस्ट्रो के साथ जुड़ें रहें और हमारे लेख जरूर पढ़ें।
यह भी पढ़ें:- हनुमान जी को गदा कैसे मिली और यह कितनी शक्तिशाली है?
ज्योतिष शास्त्र की रोचक जानकारी के लिए हमसे Instagram पर जुड़ें।