
लाल किताब का मामला काफ़ी विवादास्पद है। कुछ लोगों का मानना है कि यह अरब की ज्योतिष विद्या की किताब है। कुछ अन्य लोग इसे हिमाचल का प्राचीन ग्रन्थ मानते हैं। कुछ विद्वान् कहते हैं कि लाल किताब उपायों की एक मामूली किताब है। कुछ जानकार इसे एक उलझी हुई रहस्मय किताब मानते हैं।
अफवाह चाहे जो भी हो, सच ये है कि लाल किताब ज्योतिष विद्या की एक पारंपरिक व प्राचीनतम ग्रन्थ है।
आइये लाल किताब के उपायों के विषय में जानते हैं इंस्टाएस्ट्रो के विशेषज्ञों से –
लाल किताब क्या है ?
आइये पढ़ते हैं लाल किताब क्या है और इसका इतिहास क्या है –
पंजाब प्रान्त के ग्राम फरवाला (जिला जालंधर) के मूल निवासी पंडित रूपचंद जोशी को लाल किताब का रचयिता माना जाता है। उन्होंने 1939 से 1952 तक लाल किताब के फ़रमान नाम से इस किताब के पांच संस्करण निकाले । उस काल में पंजाब की राजकीय भाषा उर्दू थी, इसलिए जोशी जी ने किताब की रचना उर्दू में करी। जिसमें फ़ारसी और अरबी के शब्दों का प्रयोग किया गया। इस कारण से कई लोग लाल किताब को अरबी की विद्या मानते हैं।
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लाल किताब उपायों के सिद्धांत
लाल किताब उपायों के सिद्धांत इस प्रकार हैं –
इश्वर ही सृष्टि के रचयिता हैं – लाल किताब मानती है कि अनंत ब्रह्माण्ड में ईश्वर की ही सत्ता है। ईश्वर ही ब्रह्माण्ड के मालिक हैं, वे ही रचनाकार हैं और वे ही विनाशकार हैं। उनकी मर्ज़ी के बिना सृष्टि पर एक पत्ता भी नहीं हिल सकता। ईश्वर की अनंत सत्ता पूरे ब्रह्माण्ड में विद्यमान हैं।
ब्रह्माण्ड के अनंत नक्षत्रों व ग्रहों से जीवन होता है प्रभावित – अनंत अन्तरिक्ष में सैकड़ों ग्रह, नक्षत्र और तारे हैं जो ईश्वर की सर्वशक्ति से चलायमान हैं। इन अनंत ग्रहों और नक्षत्रों का सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड पर प्रभाव पड़ता है। लाल किताब का सिद्धांत कहता है कि इन प्रभावों से आप बच नहीं सकते।
अपने हाथों में ही है अपने कर्म का भाग्य – हमारे द्वारा पिछले जन्म में किये गये कर्मों से ही हमारे अगले जन्मों का भविष्य तय होता है। अतः हमारे कर्मों से ही हमारे सौभाग्य या दुर्भाग्य का निर्माण होता है। लाल किताब कहती है कि मुट्ठी में बंद हमारा जो भाग्य है उसको हम अपने कर्मों द्वारा बदल सकते हैं।
रामबाण उपाय पुस्तक
लाल किताब एक रामबाण उपाय पुस्तक है। इसकी विशेषता है कि इसमें ग्रहों के दुष्प्रभावों से बचने के उपाय दिए गये हैं। इनका प्रयोग कोई भी अपनी किस्मत चमकाने के लिए कर सकता है। ग्रहों के अनिष्टकारी प्रभावों से बचने का यह सबसे सरल उपाय है। रामबाण उपाय पुस्तक लाल किताब को पढना। यह किताब आम लोगों की भाषा में लिखी गई है। इसलिए इसे पढने व समझने के लिए किसी ज्योतिष की ज़रूरत नहीं है। आप इसे खुद ही पढ़ सकते हैं।
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लाल किताब के अचूक उपाय
- यदि किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में शनि सातवें, चंद्र और मंगल पांचवें या सातवें घर में हो। तो 43 दिन तक प्रतिदिन हलवे में दूध मिलाकर मंदिर में बांटे। और अगले तीन वर्षों तक हर मंगलवार को मंदिर में हलवा बांटे। लाल किताब के इस उपाय से शनि शांत होता है।
- बार-बार किसी काम में बाधा आती है। या फिर आपके काम बनते-बनते रुक जाते हैं। तो प्रातःकाल स्नान के बाद पूजा करें। और भगवान की आरती करते समय दीपक में दो लौंग डाल दें। इसके बाद जैसे-जैसे लौंग जलता रहेगा, आपकी बाधाएं दूर होती जाएंगी।
- जीवन में अगर सफलता नहीं मिल रही है तो एक नींबू में चार लौंग को गाड़ दें, और इसके बाद ॐ श्री हनुमते नम: मंत्र का जाप करें। और फिर आप जहाँ भी जाएँ , लौंग गड़े नींबू को अपने साथ ले जाएं। इस उपाय से आपके बिगड़े काम बनने लगेंगे।
- लाल किताब के ज़्यादातर उपाय 43 दिन की अवधि तक करने के बाद ही परिणाम मिलते हैं। ऐसा ही एक उपाय है जिसमें 43 दिन तक प्रतिदिन गुड़ और गेहूँ का दान करना है। उसके बाद 3 वर्षों तक हर रविवार को मंदिर में गुड़ और गेहूँ का देना दान है। इससे आपके सारे रुके हुए कार्य पूर्ण हो जायेंगे।
कुछ अन्य उपाय –
- बुधवार के दिन नाक और कान छिदवाए। कान में 43 दिन तक सोने का तार पहने। और नाक में चाँदी का तार।
- घर की तिजोरी या अलमारी में चाँदी की ढक्कन लगी हुई डिब्बी रखें। जिसमें पानी भरा हो। जब भी पानी ख़त्म हो जाये तो दोबारा भर दें।
- मिट्टी के बर्तन में ढककर शहद रखें।
- मंदिर में या किसी गरीब को सफ़ेद और काला दोरंगी कम्बल दान करें।
- शनि के मंदे कार्य न करें जैसे शराब पीना, ब्याज पर पैसे देना, दूसरे मनुष्यों को सताना आदि।
- पानीदार नारियल को अपने और अपने परिवार के ऊपर से 21 बार घुमाकर, अग्नि में जला दें।
- तांबे के लोटे में जल भरकर सिरहाने रखकर सोयें, सुबह उठते ही लोटे के पानी को बाहर ढोल दें।
- किसी की शवयात्रा में श्मशान से लौटते समय कुछ सिक्के पीछे फेंकते हुए घर आ जाएँ।
- शुक्रवार के दिन पानी में 100 ग्राम दही मिलाकर स्नान करें। जब भी स्नान करें तो लकड़ी के पाट पर बैठकर ही करें।
- माथे पर सफ़ेद या पीले चन्दन का तिलक लगायें। ऐसा लगातार 43 दिन तक करें।
वैदिक ज्योतिष की एक महत्वपूर्ण किताब
लाल किताब एक ऐसी अनोखी किताब है जिसमें ज्योतिर्विद्या के स्वतंत्र व मौलिक सिद्धांत हैं| इस किताब की विशेषताएं अन्य सैद्धांतिक अथवा प्रायोगिक ज्योतिष-ग्रंथों से हटकर हैं| लाल किताब में विभिन्न प्रकार के ग्रह दोषों से बचाव के लिए सैकड़ों उपाय है। लाल किताब के तंत्र मंत्र बहुत उपयोगी हैं। इन का जाप करने से आप हर समस्या का निदान मिल सकता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. लाल किताब क्या है ?
2. लाल किताब के तंत्र मंत्र क्या हैं ?
3. लाल किताब मूल रूप से किस भाषा में लिखी गई थी ?
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यदि इस किताब के किसी भी उपाय तो लेकर आपके मन में कोई संदेह हो। तो आप इंस्टाऐस्ट्रो के ज्योतिषों से मदद ले सकते हैं।