आज के युग में हर व्यक्ति अमीर बनना चाहता है। इसी अमीरी की चाह में व्यक्ति अलग-अलग मंदिरों में पूजा अर्चना और धार्मिक स्थलों के दर्शन करता रहता है। इन धार्मिक स्थलों और मंदिरों में माता लक्ष्मी का ही एक ऐसा मंदिर है जहां हर व्यक्ति अपना माथा टेकना चाहता है और वह ऐसा करता भी है ताकि उसकी पूजा से प्रसन्न होकर माता लक्ष्मी उसपर धन वर्षा करें और उसकी गरीबी दूर हो सके। हमारे पुराणों, धार्मिक ग्रंथों में भी माँ लक्ष्मी को धन की देवी बताया गया है। सिर्फ इतना ही नहीं माता लक्ष्मी को मनुष्य का दुख हरने वाली और सुख समृद्धि का विशेष दाता माना गया है। अपनी आर्थिक स्थिति दुरूस्त करने के लिए और अपने जीवन में सुख समृद्धि पाने के लिए हर व्यक्ति माँ लक्ष्मी की पूजा करते है और माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए व्रत भी रखते है।
लेकिन इतना करने के बाद भी व्यक्ति कई कारणों से माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने में असफल साबित होता है। मनुष्य की कुछ आदतें ऐसी होती है जो माता लक्ष्मी के गुस्से का कारण बनती है और मनुष्य को माँ लक्ष्मी के क्रोध का सामना करना पड़ता है। ऐसी ही कुछ कारणों की चर्चा यहां की गई है-
नारी का अपमान-
हम लोगों में से ऐसे बहुत से लोग है जिन्होंने घरेलु हिंसा, के बारे में सुना होगा। हममे से बहुत से लोग इसे पति पत्नी के प्यार का ही एक रूप मानते है और इस बारे में कुछ बोलना उचित नहीं समझते, न ही अपनी राय देना। लेकिन हिन्दू धर्म के अनुसार नारी का अपमान क्षमा योग्य नहीं माना गया है। इसका दूसरा पहलू देखे तो नारी का अपमान मनुष्य के दुर्भाग्य को जन्म देता है जिसके कारण धन और यश व्यक्ति से दूर चला जाता है। ऐसे व्यक्तियों पर माँ लक्ष्मी का क्रोध पहाड़ की तरह टूटता है।
घर का वास्तु दोष-
कोई भी व्यक्ति जब अपना घर बनाता है या खरीदता है तो वह उस घर के वास्तु को ध्यान में रखकर किया जाता है। घर के वास्तु के हिसाब से घर की उत्तर दिशा को शुभ माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र में भी बताया गया है कि घर की उत्तर दिशा में कोई वास्तु दोष नहीं होना चाहिए क्योंकि घर की उत्तर दिशा ही ऐसी दिशा है जो धन के आने का रास्ता खोलती है और माँ लक्ष्मी के क्रोध को बढ़ाती है। इसलिए कई ज्योतिषी घर की उत्तर दिशा में टॉयलेट, बाथरूम बनाने को मना करते है क्योंकि यह सुख समृद्धि के रास्ते में रुकावट पैदा करती है और घर की बर्बादी का विशेष कारण बनती है। इसके अलावा पारिवारिक कलह, व्यापार में नुकसान होना, अचानक कोई हादसा होना भी घर के वास्तु दोष के बिगड़ने के कारण ही होता है।
भोजन का अपमान माँ लक्ष्मी के क्रोध को देता है निमंत्रण-
बहुत से घरों में बचे हुए खाने को फेंकना या छोटे मोटे झगड़े के कारण थाली में खाना छोड़कर उठ जाना एक आम बात सी हो गई है। लोगों की यही आदत उनकी भूखमरी को निमंत्रण देती है। ऐसे लोग से माँ लक्ष्मी बहुत गुस्सा रहती है और उन्हें उनकी किए की सजा देने के लिए उन लोगों से अपना मुंह मोड़ लेती है जिस कारण इन लोगों को भुखमरी का सामना करना पड़ता है। अपनी इसी गलती के कारण यह लोग दाने दाने को भी तरस जाते है।
माँ लक्ष्मी को नहीं रास आती गंदगी और कचरा-
घर की सुंदरता उसकी साफ-सफाई से होती है। घर में गंदगी का रहना माँ लक्ष्मी के दूर जाने का बहुत बड़ा कारण बनता है। इसके साथ ही यह घर के वास्तु को भी बिगाड़ता है। गंदगी, कचरा नकारात्मक ऊर्जा को आमंत्रित करता है। माँ लक्ष्मी कभी गंदगी में नहीं रह सकती वह हमेशा साफ-सुथरी जगह पर ही रहना चाहती है इसलिए माँ लक्ष्मी ऐसे घरों से चली जाती है जहां हर समय गंदगी रहती है।
रात के समय घर की सफाई करना करता है माँ लक्ष्मी की कृपा से दूर-
वास्तु शास्त्र में सूर्यास्त के बाद या रात को घर की साफ- सफाई करना घर की सकारात्मक ऊर्जा को कम करता है। घर की झाड़ू में लक्ष्मी जी का वास माना जाता है। अगर आप अपनी पुरानी झाड़ू को फेंक देते है या अपने किसी पड़ोसी को इस्तेमाल करने के लिए देते है तो ऐसा करना आपको गरीबी की ओर धकेलता है। इसके साथ ही रात को घर की साफ- सफाई करते हुए घर का कूड़ा बाहर फेंकने से घर की मिट्टी भी उस कचरे के साथ जाती है।
अक्सर लोगों को यह नहीं पता होता की वो अपने घर की मिट्टी को बाहर फेंकने के साथ साथ अपने सौभाग्य को भी अपने आप से दूर कर देते है। अगर यहीं घर की मिट्टी किसी ऐसे व्यक्ति के हाथ में लगती है जो आपका कुछ भी अच्छा होने नहीं देना चाहता तो वह इस बात का फायदा उठाकर आपको बर्बाद कर सकता है।
घर के बड़े लोगों का अपमान-
आज की आधुनिक दुनिया में आधुनिक होना बहुत जरूरी है पर इस आधुनिकता के चलते अक्सर बड़ों का अपमान करना भी आधुनिक होने का रूप माना जाता है। बच्चे अक्सर छोटी छोटी बात को लेकर अपने माता पिता का अपमान कर देते है या कोई जिद्द पूरी न होने पर माता पिता को मतलबी तक बोल देते है। इसके अलावा यह बच्चे घरवालों के साथ दूसरों का सम्मान और बड़ों का आदर भी नही करते। ऐसे बच्चों को माँ लक्ष्मी का आशीर्वाद कभी नहीं मिलता और वह अपनी पढ़ाई से लेकर हर क्षेत्र में पीछे रह जाते है। बड़े होने पर इन्हें नौकरी प्राप्त करने में कई बाधाओं का सामना करना पड़ता है, साथ ही यह व्यापार को लेकर भी पीछे रह जाते है।
हमारे धर्मग्रंथों में भी यह बताया गया है कि जो लोग अपने बड़ो का सम्मान नहीं करते और उनका अपमान करते है माता लक्ष्मी ऐसे लोगों से हमेशा अप्रसन्न रहती है और उनका दुर्भाग्य कभी खत्म नहीं होता।
घर आए मेहमानों का अपमान-
भारत की संस्कृति में मेहमान को भगवान का दर्जा दिया जाता है। हमारे देश में अतिथि का घर आना मतलब सौभाग्य का घर आना माना गया है। माँ लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए घर आए मेहमान की मेहमान नवाजी करना उस घर के लिए सौभाग्य के दरवाजे खोलता है। माँ लक्ष्मी ऐसे लोगों से काफी प्रसन्न रहती है जो घर आए मेहमान का स्वागत पूरे आदरपूर्वक तरीके से करते है इसके उल्टा अगर मेहमान का अपमान किया जाता है तो माँ लक्ष्मी ऐसे लोगों से रूठ जाती है और ऐसे लोगों का बुरा समय शुरू हो जाता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
1. क्यों आपके भाग्य से दूर है माँ लक्ष्मी?
2. व्यक्ति की कौन सी आदत के कारण हो जाती है धन की कमी?
3. माँ लक्ष्मी के वाहन का नाम बताइए?
4. माँ लक्ष्मी और अलक्ष्मी में क्या अंतर है?
5. देवी लक्ष्मी की पूजा कौन-कौन से दिन की जाती है?
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