ज्योतिष शास्त्र में राहु को अशुभ ग्रह माना जाता है। साथ ही साथ राहु को पाप ग्रह और छाया ग्रह कहा जाता है। राहु को छाया ग्रह इसलिए कहा जाता है क्योंकि राहु की कोई आकृति नहीं होती है। राहु ग्रह ब्रह्मांड में उपस्थित नहीं होता है। राहु का नाम सुनते ही अशुभ का ज्ञान प्राप्त होता है। परंतु ऐसा नहीं होता है ग्रह को शुभ या अशुभ नहीं माना जाता है। बल्कि उस ग्रह के प्रभाव को शुभ और अशुभ मानते हैं।
कुंडली में राहु का प्रभाव-
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु शुभ स्थान पर होता है। तो व्यक्ति के मन में सुविचार आते हैं और सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव होता है। जिससे व्यक्ति अच्छे कार्य को करता है और सफलता प्राप्त करता है। कुंडली में राहु की स्थिति शुभ होने से व्यक्ति का भाग्य बदल जाता है। राहु की शुभ स्थिति में व्यक्ति समाज में एक अलग ही छवि बनाता है और समाज में मान-सम्मान प्राप्त करता है। ऐसे व्यक्ति धर्म का पालन करते हैं। कुंडली में राहु की शुभ स्थिति होने की वजह से जातक को आर्थिक लाभ प्रदान होता है। व्यापार में धन का अत्यधिक लाभ होता है।
कुंडली में दूसरी तरफ राहु कमजोर होता है। तब कई सारी परेशानियों और बीमारियों का कारण बनता है। राहु राहु के बुरे प्रभाव से व्यक्ति का समाज में मान-सम्मान खो जाता है। साथ ही साथ जातक को बुरी आदत की लत लग जाती है। व्यक्ति का जीवन अचानक से संघर्ष से गुजरने लगता है। व्यक्ति के जीवन में ख़राब परिस्तिथियाँ आने लगती हैं।
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कुंडली में राहु के अशुभ होने के संकेत-
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु अशुभ स्थिति में होता है। तो आस-पास कुछ संकेत देने लगते हैं। आइये जानते हैं कुंडली में राहु की स्थिति कमजोर होने पर कौन से संकेत दिखाई देते हैं।
मरी हुई छिपकली और सांप देखना-
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बार-बार आप आस-पास सांप या मरी हुई छिपकली देखते हैं।
- यह कुंडली में राहु की अशुभ स्थिति के लिए संकेत होते हैं।
- ये संकेत जातक को बताते है कि राहु कुंडली में पीड़ित है।
- इससे जातकों को कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
- कुंडली में राहु कमजोर होने की स्थिति में अनेक कष्ट और मुसीबत पीछे पड़ जाते हैं।
- राहु की अशुभ फल दैनिक जीवन में कई समस्याओं का कारण बनता है।
पारिवारिक जीवन में कलह-
- अगर परिवार के सदस्यों के बीच वाद-विवाद होने लगता है।
- साथ ही साथ सदस्यों में एक-दूसरे के लिए जलन और गलत व्यवहार करने की भावनाएं जाग्रत हो जाएँ।
- पारिवारिक कलह और आपसी मनमुटाव का माहौल हो रहा है तो राहु की नजर आप पर लग चुकी है।
- राहु ग्रह जातक के परिवार में कलह उत्पन्न करता है। जिससे जातक के जीवन में परेशानियां आने लगती है।
अचानक से नाखून और बाल का गिरना-
- अगर किसी व्यक्ति के अचानक से नाख़ून टूटने लगे या टेढ़े-मेढ़े हो जाते हैं।
- बाल का अचानक से गिरना तेज हो जाए तो समझ जाना चाहिए कुंडली में राहु का प्रभाव अशुभ हो गया है।
- राहु की शुभता के लिए आप इंस्टाएस्ट्रो के ज्योतिषी से सलाह और उपाय की जानकारी ले सकते हैं।
याददाश्त का कमजोर होना-
- अगर आप अचानक से चीज़े भूलने लगते हैं और याददाश्त कमजोर होने लगती है।
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह कुंडली में राहु की दशा खराब होने के संकेत हैं।
- राहु ग्रह के ख़राब होने की दशा में जातक चलते-चलते रास्ता भूल जाता है।
- ऐसे में जातक को राहु ग्रह शांति के उपाय करने चाहिए।
पालतू जानवरों का मर जाना-
- कुंडली में राहु की स्थिति खराब होती है तब घर में पले पालतू जानवर अचानक से मरने लगते हैं।
- साथ ही साथ पालतू जानवर खो जा रहे हैं फिर मिल नहीं रहे हैं तब भी राहु की दशा खराब होती है।
- इसके लिए पक्षियों को बाजरा के दाने खिलाने चाहिए।
राहु के उपाय-
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु के प्रभाव से बचने के लिए दाहिने हाथ में अष्टधातु का कड़ा पहनना चाहिए।
- अगर आपको मरी छिपकली और सांप दिखता है तब कुत्तों को मीठी रोटी खिलाना चाहिए।
- रात्रि में सोते समय बिस्तर के पास जौ रखकर उन्हें कबूतर को खिला देना चाहिए।
- कुंडली में राहु कमजोर होने की स्थिति में अमावस्या की रात को पीपल के पेड़ पर दीपक जलाना चाहिए।
- राहु की अशुभ स्थिति से आपकी याददाश्त कमजोर हो रही है तो मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए।
- नहाने के पानी में चन्दन का इत्र डाले या चन्दन का टीका लगाने से राहु के दुष्प्रभाव कम होते हैं।
- राहु की वजह से पारिवारिक जीवन में कलह के लिए दुर्गा चालीसा का पाठ करना चाहिए।
- कुंडली में राहु की स्थिति खराब होने से होने वाली परेशानियों के लिए बीज मंत्र का जाप 18000 बार करना चाहिए।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल-
ज्योतिष शास्त्र में राहु को कैसा ग्रह माना गया है?
राहु को ज्योतिष शास्त्र में पापी ग्रह और छाया ग्रह माना जाता है। साथ ही साथ इसे अशुभ ग्रह भी कहा जाता है।
कुंडली में राहु के अशुभ होने से व्यक्ति पर कैसा प्रभाव पड़ता है?
राहु के अशुभ होने की स्थिति में व्यक्तियों को कई प्रकार की बीमारी हो जाती हैं और कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। व्यक्ति का जीवन संघर्ष से भर जाता है और मान-सम्मान खो जाता है।
कुंडली में राहु के शुभ होने के संकेत क्या है?
राहु अगर कुंडली में शुभ होता है तो व्यक्ति के मन में कई तरह के अच्छे विचार आते हैं। व्यक्ति का समाज में मान-सम्मान बढ़ता है। साथ ही साथ आर्थिक लाभ भी प्राप्त होता है।
राहु के अशुभ होने के संकेत क्या होते हैं?
कुंडली में राहु के अशुभ होने के संकेत पारिवारिक कलह,बीमारियों से घिर जाना, पालतू जानवर का अचानक मरना,आस -पास मरी हुई छिपकली या सांप को देखना होते हैं।
कुंडली में राहु के अशुभ होने पर कौन से मंत्र का जाप करना चाहिए?
राहु के अशुभ होने पर बीज मंत्र का जाप 18000 बार करना चाहिए।
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कुंडली में राहु की स्थिति जानने और राहु के प्रभाव को कम करने के उपाय के लिए इंस्टाएस्ट्रो के ज्योतिषी से बात करें।