अपनी चमकती और दमकती त्वचा भला दुनिया में किसे अच्छी नहीं लगती, चाहे कोई पुरुष हो या कोई महिला प्रत्येक व्यक्ति आये दिन अपनी त्वचा को साफ और सुन्दर रखने के लिए तरह- तरह के प्रयोग करते नज़र आते हैं। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जो कभी भी अपनी त्वचा पर किसी भी चीज का प्रयोग नहीं करते हैं, परन्तु फिर भी उनकी त्वचा दूर से ही सबसे साफ और दमकती हुई नज़र आती है। आखिर ऐसा क्या होता है जिसकी वजह से बिना कुछ किये ही किसी की त्वचा में इतना निखार रहता है और कोई कोई मेकअप करने के पश्चात भी अपनी चमक को निखार नहीं पाता है और वह हमेशा थका हुआ सा और परेशान सा ही दिखता है।
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार आपकी त्वचा में निखार का आना और न आना भी ग्रहों की भूमिका को दर्शाता है। ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार प्रमुख रूप से ऐसे तीन ग्रह होते हैं जो आपकी त्वचा सम्बन्धी समस्याओं से जुड़े हुए हैं। बुध ग्रह, मंगल ग्रह, सूर्य ग्रह इन तीनों ग्रहों का आपकी त्वचा में महत्वपूर्ण रोल होता है। मुख्य से रूप से तीन राशियाँ कन्या, मेष और मिथुन ये राशियां भी त्वचा से संबंधित होती हैं। यदि इन तीनों राशियों में किसी भी प्रकार का उतार या चढ़ाव आता है तो उसी प्रकार से त्वचा पर भी फर्क पड़ता है। तो आइए जानते हैं आपकी त्वचा में ग्रहों की भूमिका के बारे में और बताए गए ग्रह किस प्रकार इसके लिए जिम्मेदार होते हैं।
त्वचा में ग्रहों की भूमिका
आपने अपने चेहरे पर त्वचा सम्बन्धी समस्याओं से निजात पाने के लिए न जाने किस- किस तरह के प्रयोग किये होंगे, लेकिन इतने प्रयास और प्रयत्न के बावजूद भी आपकी त्वचा बाकियों की तरह साफ और चमकती नहीं है। लेकिन इसकी वजह आपको नहीं पता है, चिंता मत कीजिए हम है न, इसके पीछे का कारण त्वचा में ग्रहों की भूमिका का होना है। जानने के लिए आगे पढ़ना जारी रखें।
बुध ग्रह द्वारा त्वचा में समस्या
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार जातक की कुंडली में त्वचा से जुड़ा हुआ ग्रह बुध ग्रह होता है। यह व्यक्ति की खाल को प्रभावित करता है। यदि आपकी कुंडली में बुध ग्रह उच्च राशि में स्थित है और शुभ दशा में मौजूद है तो आपका त्वचा में निखार बनेगा आपको त्वचा पर ग्लो लाने के लिए किसी भी तरह की किसी क्रीम का उपयोग करने की कोई आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
इसके अलावा यदि बुध ग्रह कुंडली में पाप ग्रह या नीच राशि में शामिल है, तो बुध ग्रह द्वारा त्वचा में समस्या होगी जिससे आपकी त्वचा पर काले रंग के धब्बे, कम उम्र से ही झुर्रियां, रूखी त्वचा और त्वचा पर छोटे छोटे दाने होने शुरू हो जाते हैं। एक व्यक्ति पर बुध का यह प्रभाव मुख्य रूप से 08 साल से लेकर 20 साल की उम्र तक रहता है इसके बाद 60 साल की उम्र के पश्चात लोगों को इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है। बुध ग्रह द्वारा त्वचा में समाधान नीचे जाने।
बुध ग्रह द्वारा त्वचा में समाधान
- हल्का आहार लेना चाहिए भारी और तला- भुना खाना बिल्कुल भी नहीं खाएं साथ ही तेज मसाले लाल मिर्च और गर्म मसाले वाला भोजन न करें।
- हरी और स्वच्छ सब्जियों का सेवन करना चाहिए फलों का जूस पिएं या कच्चे फलों का सेवन करें। जितना हो सके पानी पीने की कोशिश करें। अधिक से अधिक पानी पीने से आराम मिलेगा।
- प्रतिदिन सुबह जल्दी उठकर सूर्य को जल अर्पित करें, जल अर्पित करते हुए ‘ॐ सूर्यदेव नमः’ मंत्र का जाप करें। प्रतिदिन एक खाली और शांत स्थान पर बैठकर सूर्यदेव मंत्र का 108 जाप भी कर सकते हैं।
- आपको एक असली माणिक रत्न लाभ देगा। किसी प्रतिष्ठित ज्योतिषी से बात करके आपको अपनी कुंडली या राशि के अनुसार माणिक रत्न धारण करना चाहिए।
- अधिक से अधिक कोशिश करें कि आपके वस्त्र हल्के रंगों के हो। हलके रंग बुध ग्रह के बुरे प्रभाव को रोकते हैं।
- बुध ग्रह के मंत्रों का प्रतिदिन जाप करें यदि प्रतिदिन जाप नहीं कर सकते हैं तो बुधवार के दिन जाप अवश्य करें।
- अपने स्नान करने वाले पानी में थोड़ा सा गंगाजल डाले और उसके पश्चात स्नान करें। गंगाजल बहुत पवित्र माना जाता है यह सभी रोगों को खोने में मुख्य रूप से सहायक होता है।
मंगल ग्रह द्वारा त्वचा में समस्या
मंगल ग्रह व्यक्ति के रक्त से संबंधित ग्रह होता है। व्यक्ति को उसके खून से जुड़ी यदि कोई समस्या होती है तो उसका कारण ज्योतिष में मंगल ग्रह को माना जाता है। यदि आपका मंगल शुभ ग्रहों में शामिल होता है तो आपको त्वचा में खून से जुड़ी कोई समस्या नहीं होती है और उसका खून साफ रहता है जिससे व्यक्ति की त्वचा चमकती है।
वहीं मंगल ग्रह द्वारा त्वचा में समस्या तब होती है जब किसी का मंगल नीच राशि में शामिल होता है या उसका मंगल खराब अवस्था में होता है। जब मंगल खराब होता है तो व्यक्ति के रक्त में विकार बनते हैं और उसे त्वचा से जुड़ी हुई अलग- अलग तरह की समस्याएं उत्पन्न होने लगती है। इसके साथ ही यदि आपके शरीर में कोई आंतरिक गड़बड़ी होती है और उस वजह से भी आपकी त्वचा खराब होती है और इसकी वजह भी मंगल ग्रह है।
यदि आपका पेट हमेशा खराब रहता है और साथ ही आपकी त्वचा पर छोटे- छोटे दाने बनते हैं तो इसका कारण मुख्य रूप से मंगल का कुंडली में खराब होना होता है। इसके अलावा यदि आपको कभी चोट लगती है या आप किसी बड़ी-छोटी दुर्घटना का शिकार होते हैं और आपके शरीर पर न जाने वाले निशान बन जाते हैं तो इसका कारण भी मंगल ग्रह को ही माना जाता है। अधिकतम आंतरिक रूप से आपको कुछ सूट न करना और उस वजह से आपको एलर्जी होना या कुछ खाने- पीने से आपको एलर्जी होना शरीर पर निशान बनना यह सब भी मंगल ग्रह के बुरे प्रभाव की वजह से होता है। मंगल ग्रह द्वारा त्वचा में समाधान नीचे पढ़ें।
मंगल ग्रह द्वारा त्वचा में समाधान
- अधिक मात्रा में पानी पीने से लाभ होता है साथ ही पानी को उबालकर एवं ठंडा करके पियें यदि आप गर्म पानी पी सकते हैं तो गर्म पानी पीना और भी लाभकारी साबित होता है। जल ग्रहण करते समय उसमें गंगाजल डालें भी ड़ाल सकते हैं।
- मंगलवार के दिन उपवास करें और भगवान हनुमान की पूजा करें। हनुमान चालीसा का पाठ करने से यह समस्या दूर होती है। अपने रक्त को साफ रखने के लिए चुकंदर, गाजर, करेले का जूस, टमाटर और आमला, एलोवेरा का प्रतिदिन सेवन करें।
- उगते हुए सूर्य को जल दें और 10 मिनट तक उगते हुए सूर्य को देखना शुभ होगा। इससे मंगल का बुरा प्रभाव कम होता है। सुबह सूर्योदय से पहले जागकर योगाभ्यास भी किया जा सकता है।
- मंगल के बुरे प्रभाव को कम करने के लिए तांबा विशेष रूप से सहायक होता है। आपको हमेशा तांबे के बर्तन में ही पानी पीना और रखना चाहिए। ऐसा करने से भी आपको फायदा मिलता है।
- किसी प्रतिष्ठित ज्योतिषी से सलाह लेकर असली मंगल ग्रह के प्रभाव को कम करने के लिए रत्न भी धारण करना चाहिए। राशि या कुंडली के अनुसार इस ज्योतिषी से पता किया जा सकता है।
- यदि आपको पेट से जुड़ी समस्या है और इस वजह से आप चर्म रोग से पीड़ित रहते हैं तो आपको अवश्य ही इसकी जांच करानी चाहिए। और खाना हल्का खाना चाहिए भारी खाना न खाएं। लाभ अवश्य प्राप्त होगा।
- मुल्तानी मिट्टी, नारियल का तेल और सरसों का शुद्ध तेल विशेष रूप से त्वचा सम्बन्धी समस्याओं के लिए रामबाण उपाय हैं। आपको जिस भी स्थान पर दाने या कोई निशान है वहां नियमित रूप से नारियल का तेल, सरसों का तेल या मुल्तानी मिट्टी लगाने से लाभ मिलेगा।
सूर्य ग्रह द्वारा त्वचा में समस्या
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार सूर्य एक व्यक्ति की त्वचा के अंदर मैलालीन तत्व को नियंत्रित करने वाला ग्रह होता है। यदि किसी जातक के अंदर मैलालीन की मात्रा कम होती है तो यह सूर्य ग्रह का उसकी कुंडली में मज़बूती का प्रतिनिधित्व करता है। सूर्य के कुंडली में मज़बूत रहने से जातक का सावला रंग भी गोरा हो जाता है और उसकी त्वचा चमकने लगती है।
वहीं यदि व्यक्ति के अंदर मैलालीन की मात्रा अधिक है तो सूर्य ग्रह द्वारा त्वचा में समस्या होती है जिससे उसका गोरा रंग भी काला पड़ जाता है और उसकी त्वचा ज़रा सी धुप लगने भर से काली हो जाती है या बुरी तरह झुलस जाती है। यदि आपके शरीर पर पिम्पल अधिक होते हैं या लाल रंग के धब्बे बनते हैं तो यह भी सूर्य के कमजोर होने को दर्शाता है। सूर्य के पीड़ित होने से व्यक्ति का शरीर थका हुआ और भारी महसूस होता है। सूर्य ग्रह द्वारा त्वचा में समाधान जानने के लिए आगे पढ़ें।
सूर्य ग्रह द्वारा त्वचा में समाधान
- सूर्योदय से पहले उठकर उगते हुए सूर्य को सूर्य मंत्र बोलते हुए जल अर्पित करें। साथ ही जब तक सूरज पूरी तरह से उगता है उसे देखते रहे।
- तांबे के बर्तनों में खाना खाएं और जल ग्रहण करें। विशेष रूप से रात के समय एक तांबे के बर्तन में जल भर कर रखें और सुबह सबसे पहले जल्दी उठकर उसे ग्रहण करें। ताम्बे का छल्ला भी पहन सकते हैं।
- मांसाहार का सेवन और मदिरा का सेवन न करें। साथ ही तामसिक भोजन का सेवन भी न करें। ज्यादा तेल वाला और मसाले वाला भोजन भी ग्रहण न करें।
- खीरा, निम्बू पानी, फल, हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें। अधिक फलों का सेवन करने से त्वचा साफ होती है और चमकती है।
- सूर्य का बुरा असर कम करने के लिए किसी प्रतिष्ठित ज्योतिषी से बात करके अपनी राशि या कुंडली के अनुसार रत्न धारण करें। हाथ में चांदी का कड़ा या चांदी की अंघूटी धारण करने से भी लाभ प्राप्त होता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
1. त्वचा का काला होना कौन से ग्रह का प्रभाव होता है?
2. रक्त से जुड़ा हुआ कौन सा ग्रह होता है?
3. त्वचा से जुड़ी समस्याओं के लिए कौन से ग्रह जिम्मेदार हैं?
4. इन सभी ग्रहों के प्रभाव से बचने के लिए कोई एक उपाय क्या है?
5. त्वचा संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए कौन सा रत्न पहने?
यह भी पढ़ें- जानिए 7 फेरों के 7 मंत्रों का अर्थ और महत्व
त्वचा संबंधी समस्याओं से निजात पाने के लिए रत्न धारण करने हेतु इंस्टाएस्ट्रो के ज्योतिषी से बात करें।