
आज हम बताएंगे रामायण से जुड़ी कथा। जो लोगों ने बहुत ही कम सुनी और पढ़ी होगी। राम सेतु निर्माण में वानर सेना का योगदान तो हम सभी जानते है। पर क्या आप गिलहरी का योगदान जानते हैं। आज हम आपको बताएंगे। राम सेतु निर्माण में गिलहरी का क्या योगदान था।
राम सेतु निर्माण-
जब रावण माता सीता को हरण करके लंका को लेकर गया था। तब सीता जी को लंका से लाने के लिए राम सेतु का निर्माण किया गया था। राम सेतु का निर्माण पत्थरों द्वारा हुआ था। पत्थरों पर श्री राम का नाम लिखकर पुल का निर्माण किया गया। हिंदू ग्रंथ रामायण का अहम हिस्सा राम सेतु का निर्माण माना गया है।
योगदान गिलहरी का-
गिलहरी का बनाया मजाक-
राम सेतु निर्माण के लिए पूरी वानर सेना पत्थर इकट्ठा कर रही थी तभी एक छोटी सी गिलहरी अपने मुंह में पत्थर दबाकर रख रही थी गिलहरी यह काम बार-बार बड़ी सफलतापूर्वक कर रही थी वानर सेना में उपस्थित एक बंदर ने उस गिलहरी को देखा उस गिलहरी का मजाक उड़ाना आरंभ कर दिया उस गिलहरी की बात वानर ने पूरी सेना को बता दी इसके पश्चात पूरी वानर सेना गिलहरी का मजाक उड़ाने लगी थोड़े अब क्या बोलूं यह देखकर गिलहरी की आंखों में आंसू आ गए गिलहरी फूट-फूट कर रोने लगी।
श्री राम से गिलहरी ने की शिकायत-
श्री राम जी यह दृश्य दूर से खड़े हो कर देख रहे थे। परेशान होकर गिलहरी श्री राम जी के पास गई पूरी सेना की शिकायत कर दी। तब श्री राम ने पूरी सेना को गिलहरी के योगदान के बारे में बताया। गिलहरी द्वारा फेंके गए कंकड़ ने दो शीला खंडों के बीच संबंधक के रूप में कार्य किया है। इस प्रकार राम सेतु के निर्माण में गिलहरी ने विशेष योगदान दिया था। गिलहरी का यह योगदान अत्यधिक महत्वपूर्ण था। वानर सेना की तरह गिलहरी का योगदान भी मूल्यवान है।
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