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जानें रामायण में श्री राम की बड़ी बहन के गुमनाम होने का क्या राज था?

By June 30, 2022November 23rd, 2023No Comments
shanta ki story

रामायण में उपस्थित सभी लोगों के बारे में हम सभी जानते होंगे। रामायण में श्री राम जी और उनके 3 भाइयों के बारे में बताया गया है। जो लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न थे। क्या आप जानते हैं? श्री राम जी की बहन थी? आज हम आपको बताएँगे। श्री राम जी की कितनी बहनें थी? श्री राम जी की बड़ी बहन कौन थी ?

श्री राम जी की कितनी बहनें थी?

भगवान राम की दो बहनें थी। एक बहन का नाम शांता था। दूसरी बहन का नाम कुकबी था। आज हम आपको बताएंगे। श्री राम की बहन शांता की कहानी। आखिरकार राम जी की बहन शांता का जिक्र क्यों नहीं किया जाता। ऐसा क्या हुआ था। जिसे करण शांता को बहुत कम लोग जानते हैं। रामायण के अनुसार शांता राम जी की बड़ी बहन थी। यह चारों भाइयों में सभी बड़ी थी। शांता को राजा दशरथ और कौशल्या की पुत्री के रूप में जानते हैं।

श्री राम की बहन शांता की रामायण से गुमनाम होने की कथा-

शांता राजा दशरथ और कौशल्या की पुत्री थी। कौशल्या की बड़ी बहन वर्षिणी अपने पति रोमपद के साथ अयोध्या आयी। तब वर्षिणी ने मजाक के स्वरुप शांता को गोद लेने को बोला। यह बात सुनकर राजा दशरथ ने अपनी पुत्री शांता को गोद देने का वादा कर दिया। राजा दशरथ ने शांता को वर्षिणी और रोमपद को दे दिया। शांता का लालन-पोषण वर्षिणी ने किया। अतः शांता अंगदेश की राजकुमारी बन गयी। अपने बचपन वह अयोध्या नगरी में नहीं रही। इसी कारणवश रामायण में शांता का नाम गुमनाम हो गया है।

शांता से जुड़ी अन्य कथा-

अन्य कथाओं के अनुसार कहा जाता है। जब शांता पैदा हुई थी। तब अयोध्या में 12 वर्ष तक अकाल पड़ गया था। राजा दशरथ ने अकाल पड़ने का कारण अपनी पुत्री शांता को मानने लगे थे। सभी लोगों ने यही वजह अकाल पड़ने की बताई। जिसके कारण राजा दशरथ ने शांता को वर्षिणी को गोद दे दिया था। इसके पश्चात शांता कभी भी अयोध्या नहीं आयी। राजा दशरथ को शांता को अयोध्या बुलाने से भय लगता था। उन्हें लगता था। शांता ने दोबारा अयोध्या में प्रवेश किया तो फिर से अकाल पड़ जाएगा।

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Jaya Verma

About Jaya Verma

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