आज हम आपको बताने हैं। रावण से जुड़ी कहानी शायद ही आपने कभी सुनी होगी। हम सभी जानते हैं लंका का राजा रावण था। आज आपको इस लेख में पता चलेगा। सोने की लंका का असली राजा कौन था? आखिरकार रावण नहीं था लंका का मालिक।
सोने की लंका का असली इतिहास-
लंका सोने की बनी होने के कारण इसे सोने की लंका कहा जाता है। लंका का इतिहास शिव और पार्वती से जुड़ा हुआ है। लंका का राजा रावण कहलाता है। लंका त्रिकूट पर्वत से घिरा हुआ है। आज भी लंका को पौराणिक कहा जाता है।
रावण और भगवान कुबेर का रिश्ता-
हम सभी जानते हैं, ब्रह्मा ने ब्रह्मांड की रचना की है। रचना के दौरान ब्रह्मा ने दस मन पुत्र का जन्म भी हुआ। दस मन पुत्र में विशवा ने भी जन्म लिया था। यह अत्यधिक सुन्दर और तेजस्वी थे। ऋषि भारद्वाज पूरी तरह से विशवा को पसंद करने लगे थे। वह अपनी बेटी इलविदा का विवाह विशवा से कराना चाहते थे। इलविदा से विवाह करने का प्रस्ताव विशवा के पास रखा। विशवा ने विवाह का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया। इसके पश्चात इलविदा और विशवा का विवाह हो गया। इलविदा ने कुबेर को जन्म दिया।
तताका और सुमाली भी चाहते थे कि उनकी बेटी कैकसी की शादी विशवा से हो जाए। जिससे उसकी शक्तियां और बढ़ जाए। विशवा को कैकसी से प्यार हो गया। उन्होंने कैकसी से विवाह कर लिया। विशवा और कैकसी ने रावण का जन्म हुआ। इस रिश्ते से कुबेर और रावण सौतेले भाई थे।
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लंका रावण को कैसे मिली?
कुबेर जी को लंका अपने पिता से विरासत में मिली थी। कुबेर एक अच्छा पुत्र होने की वजह से उन्होंने लंका को रावण के साथ भी साझा किया। रावण ने ब्रह्मा जी से वरदान प्राप्त किये। जिससे रावण अधिक शक्तिशाली हो गया था। रावण ने कुबेर से पूरी लंका हड़प ली। इस प्रकार लंका का असली राजा कुबेर थे। रावण नही था लंका का असली मालिक।
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