Get App
HindiMythological Stories

एक रोचक कथा द्रौपदी बन सकती थी 14 पतियों की पत्नी।

By November 17, 2022December 4th, 2023No Comments
Draupadi

पौराणिक कथा में कई रोचक कथाएं सम्मिलित हैं। द्रौपदी से जुड़ी कई प्रकार की कथा हमने आपको बताई है। आज हम जानेंगे द्रौपदी से जुड़ा एक रोचक रहस्य। इस लेख में हम आपको बताएंगे द्रौपदी के पांच पति नहीं द्रौपदी के 14 पति हो सकते थे। आइये जानते हैं द्रौपदी के बारे में।

द्रौपदी के जन्म की कहानी-

पांचाल देश के राजा द्रुपद की पुत्री कन्या द्रौपदी थी। यह पांचाल देश की राजकुमारी थी। इन्हे दिव्य कन्या भी कहा जाता है। क्योंकि उनका जन्म यज्ञ के द्वारा अग्निकुंड से हुआ था। द्रौपदी अग्निकुंड से एक युवा कन्या के रूप में आयी थी। द्रौपदी को चिर कुमारी भी कहा जाता था।

Draupadi

द्रौपदी के कौमार्य का रहस्य-

पंचकन्या में द्रौपदी को एक माना जाता है। पंचकन्या का मतलब है ऐसी पांच कन्याएं जिन्हे कुंवारी रहने का वरदान प्राप्त था। पंचकन्या अपनी इच्छानुसार कौमार्य पुनः प्राप्त कर सकती थी।

Draupdi Ke Kaumarya Ka Rahsey

यह भी पढ़े: जानें द्रौपदी के चीर हरण की सम्पूर्ण कथा।

द्रौपदी 14 पतियों की पत्नी बन सकती थी-

हम सभी जानते हैं द्रौपदी के 5 पति थे परंतु वो 14 पति की पत्नी बन सकती थी। इसकी वजह द्रौपदी के पिछले जन्म से निर्धारित थी। जिसकी सम्पूर्ण कथा भगवान श्री कृष्ण ने बताई थी। पिछले जन्म में द्रौपदी राजा नल और उनकी पत्नी दमयंती की पुत्री नलयनी थी। नलयनी ने भगवान शिव की कृपा पाने के लिए कड़ी तपस्या की थी। भगवान शिव नलयनी की कठिन तपस्या से खुश हुए और उन्होंने एक वरदान मांगने को कहा। नलयनी ने वरदान स्वरूप अगले जन्म में 14 गुणों वाला पति माँगा। परन्तु 14 गुण एक व्यक्ति में होना संभव नहीं था। यह बात शिव जी ने समझायी। परन्तु नलयनी अपनी ज़िद पर अटल रही। तब भगवान शिव ने यह वरदान दे दिया।
नलयनी का अगला जन्म द्रौपदी के रूप में हुआ। एक व्यक्ति में 14 गुण होना असंभव था। इसलिए उनका विवाह 14 गुण वाले पांच पांडव से हुआ था। पांच पांडवों को मिलाकर उनके अंदर 14 गुण थे।

Lord Shiva

यह भी पढ़े: द्रौपदी ने अपने बाल न बांधने का निर्णय क्यों लिया था?

इस प्रकार की अधिक जानकारी के लिए हमारे लेख पढ़ें और कुंडली में दोषों के समाधान के लिए इंस्टाएस्ट्रो के ज्योतिषी से बात करें।

Get in touch with an Astrologer through Call or Chat, and get accurate predictions.

Jaya Verma

About Jaya Verma

I love to write, I participated as co-author in many books, also received prizes at national level for writing article, poetry and I got a letter of appreciation from hirdu foundation. I have 4 year of experience in this field.