हिन्दू धर्म में गणेश चतुर्थी का विशेष महत्व है। गणेश चतुर्थी भाद्रपद माह की चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है। यह पर्व भगवान गणेश के जन्मदिवस के रूप में बड़ी धूम- धाम के साथ सम्पूर्ण भारत में मनाया जाता है। विशेष रूप से यह पर्व भारत के राज्य महाराष्ट्र में मनाया जाता है। 10 दिनों तक चलने वाले इस पावन पर्व पर गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की प्रतिमा को भक्तों द्वारा अपने घर लाया जाता है और स्थापना के पश्चात 9 दिनों तक उनकी विधि- विधान के अनुसार पूजा की जाती है जिसके पश्चात 10वें दिन भगवान गणेश की प्रतिमा को किसी पवित्र नदी या समुद्र में विसर्जित किया जाता है।
गणेश चतुर्थी का यह पावन पर्व भगवान गणेश के भक्तों के लिए बहुत खास होता है। इस दौरान बहुत से भक्त व्रत भी करते हैं। गणेश चतुर्थी के दिन व्रत करने से और भगवान गणेश को विधि- विधान के अनुसार अपने घर में स्थापित करने से भक्तों पर भगवान की विशेष कृपा होती है। ऐसा माना जाता है की गणेश चतुर्थी के दिन जब गणपति बप्पा घर में विराजमान होते हैं तो अगले 10 दिनों में भक्तों के सारे कष्ट अपने साथ ले जाते हैं। आइए जानते हैं गणेश चतुर्थी पर घर में गणेश मूर्ति कैसे रखें और गणेश चतुर्थी 2024 के बारे में सबकुछ।
गणेश चतुर्थी 2024 तिथि और समय
गणेश चतुर्थी 7 सितंबर 2024 को शनिवार के दिन मनाई जाएगी। चतुर्थी तिथि की शुरुआत 6 सितंबर दोपहर 3 बजकर 1 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 7 सितम्बर शाम 5 बजकर 37 मिनट तक रहेगी। 7 सितंबर 2024 को गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की स्थापना की जाएगी और 17 सितंबर 2024, मंगलवार के दिन भगवान गणेश का विसर्जन किया जायेगा।
गणेश चतुर्थी शुभ मुहूर्त
पूजा और स्थापना मुहूर्त- 7 सितंबर 2024 को सुबह 11 बजकर 3 मिनट से लेकर दोपहर 1 बजकर 34 मिनट तक भगवान गणेश की स्थापना और पूजा के लिए सबसे शुभ मुहूर्त रहेगा।
इस प्रकार करें बप्पा को स्थापित-
गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश को अपने घर में स्थापित करने से पहले कुछ नियमों का पालन करना आवश्यक है। इन नियमों और विधि का पालन करके आप अपने घर में गणपति बप्पा को स्थापित कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं गणेश चतुर्थी वाले दिन और घर पर प्रतिदिन गणेश पूजा कैसे करें, घर में गणेश मूर्ति कैसे रखें या भगवान गणेश को स्थापित करने के क्या नियम हैं?
- गणेश चतुर्थी के दिन अपने घर में साफ-सफाई करने के पश्चात पुरे घर को और विशेष रूप से उस स्थान को जहां भगवान गणेश की स्थापना होने वाली है फूलों और रंगों से सजाएं।
- अपने घर में लाल, गुलाबी, पीले रंगों से रंग बिरंगी रंगोली बनाएं और उसमें दीपक रखें। गणेश स्थापना का शुभ मुहूर्त पता करें और उसी के अनुसार बप्पा की प्रतिमा को अपने घर में स्थापित करें।
- भगवान गणेश की स्थापना करने पश्चात उनको हल्दी, चंदन, रोली और फूलों से सजाएं। भगवान गणेश को दूर्वा घास अति प्रिय होती है इसलिए उनको दूर्वा घास भी अर्पित करें।
- इसके पश्चात भगवान गणेश के आगे घी का दीपक जलाएं और आरती की थाली को मोदक, दीपक, अक्षत, चन्दन, फल और फूल रखकर तैयार करें और इसके पश्चात भगवान गणेश की आरती करें। अब बप्पा को मोदक, लड्डू, मिठाई और फलों का भोग लगाएं और सभी मौजूद लोगों को प्रसाद वितरित करें।
- विधि-विधान के अनुसार पूजा खत्म करने के पश्चात पूरे 10 दिनों तक गणेश भगवान की पूजा करें और प्रतिदिन नयी-नयी चीजों का भोग भगवान गणेश को लगाएं।
- 10वें दिन भगवान गणेश की पूजा करने के पश्चात मूर्ति को अच्छी तरह से फूलों से और चंदन आदि से तिलक करके सजाएं इसके पश्चात उन्हें विसर्जित करते समय और रास्ते में ले जाते समय ‘गणपति बप्पा मोरया’ और ‘ओम गं गणपतये नमः’ मंत्रों का तेज- तेज उच्चारण करें। जहां विसर्जित कर रहें हैं वहीं भगवान की आरती करें और शुभ मुहूर्त में भगवान गणेश को पवित्र नदी या जलाशयों में विसर्जित करें।
गणेश चतुर्थी पर व्रत करने की विधि-
बहुत से गणेश भगवान के भक्त गणेश चतुर्थी के दिन व्रत करते हैं जिससे भगवान गणेश का विशेष आशीर्वाद भक्तों को प्राप्त होता है। यदि आप भी यह व्रत करना चाहते है और गणेश पूजा व्रत नियम, गणेश चतुर्थी व्रत में क्या खाएं? व्रत में घर पर प्रतिदिन गणेश पूजा कैसे करें, गणेश चतुर्थी व्रत लाभ क्या हैं?, किस दिन करें गणेश जी का व्रत?, क्या हम गणेश चतुर्थी व्रत में नमक खा सकते हैं? ऐसे प्रश्नों के उत्तर जानना चाहते हैं तो आइये जानते हैं गणेश पूजा व्रत नियम और गणेश चतुर्थी व्रत के बारे में सभी चीजें।
- गणेश चतुर्थी पर व्रत करने के लिए सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें और भगवान गणेश की स्थापना के पश्चात उनके सामने बैठकर पूरी श्रद्धा के साथ व्रत करने का संकल्प करें।
- व्रत का संकल्प लेने के पश्चात भगवान गणेश की आरती की थाली तैयार करें और आरती करें। आरती के पश्चात सम्पूर्ण दिन का व्रत करें और अच्छी बातें सोचे। भगवान गणेश के मंत्रों का जाप करें। भजन कीर्तन में अपना समय व्यतीत करें।
- यदि आप सोचते हैं कि, गणेश चतुर्थी व्रत में क्या खाएं? तो आप इस दिन साबूदाने की खीर, फल, मिठाई, मावे के लड्डू, मोदक, दूध, चाय आदि का सेवन कर सकते हैं।
- इसके अलावा यदि आपका प्रश्न यह है कि, 10 दिनों में से किस दिन करें गणेश जी का व्रत? तो, गणेश चतुर्थी वाले दिन ही भगवान गणेश के लिए आप व्रत रख सकते हैं और बाकी के सभी दिन भगवान की पूजा कर सकते हैं।
- इसके अलावा यदि आपका प्रश्न यह है कि, क्या हम गणेश चतुर्थी व्रत में नमक खा सकते हैं? तो इसका उत्तर नहीं है। गणेश चतुर्थी के व्रत में नमक से बने हुए भोजन का सेवन नहीं किया जाता है। इस दिन यदि आप व्रत करते हैं तो सिर्फ मीठी चीजें खा सकते हैं।
- इसके अलावा यदि आप सोचते हैं कि गणेश चतुर्थी व्रत लाभ क्या हैं? तो गणेश चतुर्थी व्रत को करने से व्रत न करने वाले लोगों से ज्यादा फायदा व्रत करने वाले लोगों को प्राप्त होता है। यह व्रत करने से घर में सुख- शांति बनी रहती है। इसके अलावा धन-दौलत में तरक्की होती है। यदि आप किसी काम में सफल होना चाहते हैं तो वह समय से पहले पूरा होता है। यह व्रत सभी दुखों को दूर करके घर में खुशियां प्रदान करता है।
ज्योतिष के अनुसार गणेश चतुर्थी महत्व –
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार गणेश चतुर्थी का त्यौहार चंद्र ग्रह से जुड़ा हुआ है। ज्योतिष के अनुसार जब चंद्र ग्रह बढ़ता है तो, गणेश चतुर्थी का उत्सव मनाया जाता है। हिन्दू ज्योतिष में माना जाता है की भगवान गणेश का संबंध बृहस्पति ग्रह से होता है। इसलिए इस दिन बृहस्पति ग्रह की पूजा करने से भी कुंडली में बृहस्पति मज़बूत होता है और भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं। ज्योतिष में बताया गया है कि, गणेश चतुर्थी पर आप अपना नया व्यापार शुरू कर सकते हैं इसके साथ ही यह समय कुछ नया करने के लिए या कुछ भी नया खरीदने के लिए बहुत शुभ माना जाता है। गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश के साथ ही ग्रह बृहस्पति की पूजा भी करें, इससे आपकी कुंडली में यदि बृहस्पति की दशा खराब है तो वह सुधर जाएगी। यह समय सुख- समृद्धि और धन लाता है। व्यक्ति के जीवन में विकास होता है और सफलता के नए मार्ग खोलता है इसके साथ ही ग्रह दोष से मुक्ति दिलाता है।
गणेश चतुर्थी पर राशि के अनुसार करें ये उपाय
गणेश चतुर्थी के दिन अपनी राशि के अनुसार आपको भगवान गणेश को भोग लगाना चाहिए और उपाय करने चाहिए। ऐसा करने से भगवान गणेश की कृपा होगी और कुंडली में बैठे ग्रह शांत होंगे इसके अलावा ग्रह दोष से मुक्ति मिलेगी। आइये जानते हैं गणेश चतुर्थी पर राशि के अनुसार भोग और उपाय
1. मेष राशि
मेष राशि के जातकों को भगवान गणेश को केले, मीठे चावल और मावे की बर्फी अर्पित करनी चाहिए। इसके साथ ही भगवान गणेश के मंदिर जाकर उनके आगे दीपक प्रज्वलित करें।
2. वृषभ राशि
वृषभ राशि के व्यक्तियों को गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश को घी में बने मोतीचूर के लड्डू, अनार फल और मोदक अर्पित करने चाहिए। इसके साथ ही भगवान गणेश के मंत्र ‘ओम गं गणपतये नमः’ का 108 बार जाप करें इस उपाय से लाभ मिलेगा।
3. मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों को भगवान गणेश को कोई 5 फल, सूखे मेवे और अंकुरित चने अर्पित करने चाहिए। आपको इस दिन भगवान गणेश का नाम लेकर गरीबों को वस्त्र और भोजन दान करना चाहिए।
4. कर्क राशि
कर्क राशि के जातक गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश को गाय के घी में बनी मूंग दाल की खिचड़ी और केला का भोग लगाना चाहिए। आपको इस दिन गाय को हरा चारा खिलाना चाहिए और उसकी कमर पर हाथ फेरना चाहिए।
5. सिंह राशि
कर्क राशि के लोगों को भगवान गणेश के जन्मदिवस, गणेश चतुर्थी पर उन्हें साबूदाने की खीर और दूध से बनी कोई मिठाई अर्पित करनी चाहिए। इसके अलावा इस दिन आप भगवान गणेश के मंदिर जाकर वहां फलों को दान कर सकते हैं।
6. कन्या राशि
कन्या राशि के लोगों को गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश को मोदक, लड्डू, दूध, दही और काजू बादाम से बनी बर्फी का भोग लगाना चाहिए। कन्या राशि के लोग इस दिन भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए उनके चरणों में लाल और पीले फूलों को अर्पित कर सकते हैं।
7. तुला राशि
तुला राशि को गणेश चतुर्थी वाले दिन भगवान गणेश को 7 सूखे मेवे विशेष रूप से सूखा नारियल, नारियल और खोये की मिठाई अर्पित करनी चाहिए। इस दिन गाय को हलवा और पूड़ी खिलाने से आपको लाभ होगा।
8. वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों को भगवान गणेश के जन्मोत्सव पर मोदक, माखन, फल, दूध, दही, का भोग लगाना शुभ होगा। आप इस दिन अपने घर के बड़े बुजर्गों की सेवा करें उनका आशीर्वाद प्राप्त करें। ऐसा करने से भगवान गणेश की कृपा आप पर बनेगी।
9. धनु राशि
धनु राशि वाले व्यक्तियों को गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश को मीठे चावल, नारियल, लड्डू, मिठाई और फलों का भोग अर्पित करना चाहिए। धनु राशि वाले इस दिन विशेष रूप से व्रत करें और 108 गणेश मंत्रों का जाप करें।
10. मकर राशि
मकर राशि के जातकों को गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश को दूध से बनी चीजें अर्पित करनी चाहिए। आप इस दिन भगवान गणेश को दूध, दूध की मिठाई, रश मलाई, मक्खन, पनीर इसके अलावा जलेबी का भोग लगा सकते हैं। गणेश चतुर्थी के दिन मंदिर में बड़ा हवन कराएं।
11. कुंभ राशि
कुंभ राशि के व्यक्तियों को गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश को मोदक, मावे की मिठाई, शहद, गुड़, नारीयल और दही अर्पित करनी चाहिए। कुम्भ राशि वाले इस दिन 5 ब्राह्मणों को अपने घर पर भोजन कराएं और वस्त्रों का दान करें।
12. मीन राशि
मीन राशि के जातकों को गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश को मिठाई, दूध, मोदक, सूखे मेवे, सौंफ और गुड़ का भोग लगाना बहुत शुभ होगा। आप इस दिन सूर्यदेव को जल अवश्य दें और गणेश भगवान के मंदिर जाकर उनका आशीर्वाद लें। इससे लाभ होगा।
गणेश चतुर्थी के दिन क्या करें और क्या न करें?
- 10 दिनों तक प्रतिदिन भगवान गणेश की पूजा करें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें। प्रतिदिन भगवान गणेश की आरती करें और प्रसाद वितरित करें।
- भगवान गणेश को घर में स्थापित करने के पश्चात घर में खुशहाली रखें और कोई भी तनाव न लें।
- भगवान को लड्डू, मोदक और मिठाई का भोग अवश्य लगाएं। इसके साथ ही दूर्वा घास अवश्य अर्पित करें।
- गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की स्थापना करने से लेकर अगले 10 दिनों तक कोई भी मांस, मदिरा और तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए। साथ ही अपने मन में किसी भी प्रकार के कोई गलत विचार न आने दें।
- गणेश चतुर्थी वाले दिन चंद्रमा को देखना शुभ नहीं माना जाता है। इस दिन चन्द्रमा को न देखें अन्यथा आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं।
- गणेश चतुर्थी के दिन काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए। इस दिन पीले, हरे, लाल और सफ़ेद वस्त्र पहनने शुभ होंगें।
गणेश चतुर्थी का यह पावन अवसर भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। यह समय तरक्की और विकास के लिए बहुत शुभ है। इंस्टाएस्ट्रो के सम्पूर्ण परिवार की ओर से आप सभी को गणेश चतुर्थी 2023 की हार्दिक शुभकामनाएं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न-
1. गणेश चतुर्थी 2024 में कब है?
2. गणेश चतुर्थी क्यों मनाई जाती है?
3. क्या गणेश चतुर्थी के दिन व्रत भी रख सकते हैं?
4. क्या हम गणेश चतुर्थी व्रत में नमक खा सकते हैं?
5. घर पर प्रतिदिन गणेश पूजा कैसे करें?
यह भी पढ़ें: Hartalika Teej 2024: जाने अपनी राशि के अनुसार शिव-गौरी को कैसे करें प्रसन्न
गणेश चतुर्थी पर क्यों नहीं किए जाते हैं चंद्र दर्शन? जानने के लिए इंस्टाएस्ट्रो के ज्योतिषी से बात करें।