
भाई दूज भाई-बहन की पवित्र रिश्ते और स्नेह का प्रतीक है। भाई दूज कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष के द्वितीय तिथि को मनाया जाता है। इसे भैया दूज, भाई टीका, यम द्वितीया या भ्रातृ द्वितीया कहा जाता है। भाई दूज के दिन भाई अपने बहन के घर जाता हैं और उसके हाथो से बने खाने को खाता है। इस दिन बहन अपने भाई के माथे पर टीका लगाकर उसके लंबी उम्र, सुख- समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करती है और भाई अपनी बहन को इस दिन अपने यथाशक्ति अनुसार उपहार देकर उसकी रक्षा का वचन देते हैं।
भाई दूज के दिन भाई को तिलक करने का शुभ मुहूर्त कब हैं ?
रक्षाबंधन की तरह भाई दूज भाई और बहनों के लिए एक खास त्यौहार है। भाई और बहन के बीच का प्यार दिखाने वाला त्यौहार है। इस दिन भाई को बहन टीका लगाती है और लंबी उम्र के साथ-साथ उसके उज्जवल भविष्य की कामना करती है।
सभी के मन में यह सवाल होगा की भैया दूज कब है और तिलक करने का शुभ मुहूर्त कब है? भाई दूज का त्यौहार 2024 में 3 नवंबर दिन रविवार को मनाया जाएगा। भैया दूज का मुहूर्त 03 नवंबर 2024 को 11 बजकर 39 मिनट का है।
यह भी पढ़ें: जानें दीपावली का शुभ मुहूर्त और इस दिन बन रहे हैं विशेष संयोग।
भैया दूज विधि-
- भाई दूज के मौके पर बहन भाई के तिलक और आरती के लिए थाल सजाती है।
- इसमें कुमकुम, सिंदूर,चंदन,फल, फूल, मिठाई, सुपारी इत्यादि सामग्री होनी चाहिए।
- तिलक लगाने से पहले चावल के मिश्रण से एक चौके बनाएं।
- चौकी पर भाई को बैठाया जाता है और भाई दूज के शुभ मुहूर्त में उनका तिलक करती है।
- तिलक करने के बाद फल, फूल, सुपारी और काले चने भाई को दे कर उसकी आरती उतारे।
- तिलक करने के बाद भाई भी अपनी बहन को उपहार देकर उसकी रक्षा का वचन देता है।
- भाई दूज विधि में टीका लगाते समय मंत्र पढ़ा जाता है।
- टीका करने का मंत्र ~ “गंगा पूजे यमुना को यमी पूजे यमराज को, सुभद्रा पूजा कृष्ण को गंगा यमुना नीर बहे मेरे भाई की आयु बढ़े”।
भाई दूज महत्व-
हिंदुओं का एक प्रसिद्ध त्योहार भाई दूज है। यह दीपावली के 2 दिन बाद मनाया जाता है। यह दीपावली के पंच महोत्सव का आखिरी दिन होता है। रक्षाबंधन की तरह ही यह पर्व मनाया जाता है जिस तरह रक्षाबंधन पर बहनें अपने भाई के घर जाकर राखी बांधती हैं उसी प्रकार भैया दूज के दिन भाई अपनी बहन के घर आकर तिलक लगवाते हैं और प्रेम से एक साथ बैठकर भोजन करते हैं। बहन अपने भाई को तिलक लगाने के बाद रक्षा सूत्र बांधती हैं। और साथ-साथ उनको मिठाईयां और सूखा नारियल देकर आशीर्वाद लेती है।
भाई दूज का महत्व भी है क्योंकि भाई दूज के दिन पुरानी कथाओं के अनुसार जब भाई दूज के दिन बहन अपने भाई को तिलक लगाती है तो उन पर आने वाली सारी कष्ट और परेशानियां दूर हो जाती है। भाई के जीवन में सुख -समृद्धि और शांति आती है तथा उस दिन यमराज के नाम से चौमुख दीप जलाकर शाम के समय घर के द्वार पर और आंगन में रखना चाहिए। ऐसा करने से भाई की बला दूर हो जाती है और अकाल मृत्यु से रक्षा होती है और सारे संकट खत्म हो जाते हैं।
यह भी पढ़ें: दीपावली 2024: जानें शुभ मुहूर्त और इस दिन बन रहे हैं विशेष संयोग।
अगर आप भैया दूज से जुड़ी अन्य जानकारी चाहते हैं तो इंस्टाएस्ट्रो के ज्योतिषी से बात करें।