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2023 में बुध राहु की युति का योग किस राशि को करेगा प्रभावित

By February 7, 2023December 6th, 2023No Comments
Budh Rahu ki yuti ka Yog

ज्योतिष शास्त्र में हर व्यक्ति की राशियों के बारे में बताया गया है। व्यक्ति की राशियां उसके जन्म से या उसके नाम से निर्धारित होती है। इन 12 राशियों के अनुसार हर व्यक्ति की विशेषताओं का पता चलता है। व्यक्ति के गुण दोष में भी उसकी राशि का विशेष योगदान होता है। व्यक्ति के जन्म के समय चंद्रमा जिस राशि में होता है। वही राशि व्यक्ति की जन्म राशि कहलाती है। यह राशियां व्यक्ति का भविष्यफल तय करती है। इसे चंद्र राशि और मून साइन भी कहा जाता है। वैसे तो हर राशि की अपनी खासियत है। लेकिन मेष राशि वाले व्यक्ति,समाज में अपना एक अलग स्थान बनाते है। आइए जानते है बुध राहु की युति का योग किस राशि पर डालेगा प्रभाव।

राहु-बुध ग्रह की युति का मेष राशि वाले जातकों पर प्रभाव:

इस साल मेष राशि में राहु 30 अक्टूबर 2023 तक रहने वाला है। ज्योतिषियों का कहना है कि इस बार मेष राशि में राहु-बुध संयोग मेष राशि वाले जातकों के लिए नौकरी में उच्च पद के योग, घर परिवार में शांति और लाभ की स्थिति लेकर आने वाला है। आइए जानते है मेष राशि में राहु और बुध ग्रह की युति का प्रभाव मेष राशि के जातकों के जीवन में कैसा बदलाव लाने वाला है।

मेष राशि में राहु का गोचर-

मेष की स्वामित्व राशि मंगल है। मंगल को नौकरी में तरक्की, संचार, ऊर्जा आदि का कारक ग्रह माना जाता है। इस साल मेष राशि में राहु ग्रह 10 महीने तक रहने वाला है। इस बार मेष राशि में राहु ग्रह की स्थिति मेष राशि वाले जातकों के लिए शुभ परिणाम लेकर आने वाली है। ज्योतिषियों के मुताबिक मेष राशि में राहु ग्रह का गोचर पूरे 18 साल बाद हो रहा है। तो जानते है आपकी आर्थिक, पारिवारिक और सेहत पर राहु ग्रह का क्या असर होने वाला है।

आर्थिक स्थिति- मेष राशि में राहु के गोचर से व्यक्ति का आर्थिक पक्ष मजबूत बनेगा। कही से धन आने की संभावना बन रही है। रूके हुए धन की प्राप्ति होगी। मेष राशि के जातकों के लिए किसी जमीन या किसी की प्रॉपर्टी में निवेश करने से लाभ होगा। शेयर मार्किट में पैसा लगाने से मेष राशि वालों को दुगना पैसा मिलना का योग बन रहा है।

स्वास्थ्य– मेष राशि वाले जातकों पर राहु का प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिलेगा। इनका स्वास्थ्य किसी न किसी वजह से गड़बड़ रहेगा। बीपी और डायबिटीज के मरीजों के लिए राहु की दशा काफी खतरनाक साबित हो सकती है। इसलिए अपनी सेहत का ख्याल रखिए और ज्यादा तनाव लेने से बचे।

पारिवारिक जीवन– मेष राशि में राहु की स्थिति बता रही है कि व्यक्ति का पारिवारिक जीवन तनावपूर्ण होगा। छोटी-छोटी बातों को लेकर झगड़ा हो सकता है। यह छोटी बातें ही बड़ी समस्या का कारण बनती है। घर क्लेश से बचने के लिए अपनी वाणी और व्यवहार पर नियंत्रण रखें। अगर आप अपनी कड़वी भाषा पर काबू नहीं रखते है तो इसके घातक परिणाम आपको भविष्य में देखने को मिलेंगे।

करियर– व्यक्ति के करियर के लिए राहु की स्थिति काफी अच्छी साबित हो रही है। सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों के लिए यह समय सबसे अच्छा है। इनकी कुंडली में सरकारी नौकरी के योग बन रहे है। व्यवसाय में लगे लोगों के लिए भी लाभ के योग बन रहे है। अगर आप अपना कोई स्टार्ट अप करने की सोच रहें है तो यह समय उचित है। जब आप अपना कोई व्यवसाय खोलकर और लोगों को भी नौकरी दे सकते है। सितंबर से अक्टूबर का महीना मेष राशि के जातकों के लिए बहुत लकी है।

Aries Zodiac Sign

2023 में बुध ग्रह का प्रवेश मेष राशि में  –

बुद्ध को ग्रहों का राजा कहा जाता है। बुध को बुद्धि, विवेक देने वाला ग्रह कहा जाता है। बुद्ध का धनु राशि से मकर राशि में गोचर कई राशियों के लिए काफी अच्छा साबित होता है। फरवरी के पहले सप्ताह में ही बुध ग्रह का गोचर मेष राशि के जातकों के लिए शुभ फल लेकर आने वाला है। मेष राशि में बुध ग्रह दशम भाव में प्रवेश कर रहा है। बुद्ध के इस गोचर से मेष राशि वाले लोगों के कई रुके हुए कार्य पूरे होंगे। व्यवसाय में सफलता हासिल होगी। परिवार के साथ कही यात्रा पर जाने का योग बन रहा है। दोस्तो के साथ अच्छा समय व्यतीत होगा। माँ लक्ष्मी जी आप पर बहुत मेहरबान है। रोजाना लक्ष्मी मंत्र का जाप करें और जरूरतमंदों की मदद करें।

Mata Laxmi

मनुष्य जीवन पर क्या प्रभाव डालती है राहु और बुध ग्रह की युति-

व्यक्ति की कुंडली में राहु और बुध ग्रह की युति जड़त्व योग बनाती है। व्यक्ति की कुंडली के अलग अलग भाव में राहु और बुद्ध ग्रह की युति अलग अलग परिणाम लेकर आती है।

– कुंडली के प्रथम भाव में बुध ग्रह की युति व्यक्ति को शारिरिक रूप से कमजोर बनाती है। व्यक्ति अपनी शारिरिक बनावट और बीमारियों से परेशान रहता है।

-कुंडली का दूसरा भाव धन भाव से संबंधित है। बुध ग्रह की युति से व्यक्ति को आर्थिक हानि उठानी पड़ती है। व्यक्ति नेत्र रोगों से पीड़ित रहता है।

-तीसरे भाव में यह युति भाई बहन के संबंधों में बाधा उत्पन्न करती है। साथ ही लक्ष्य की प्राप्ति भी नहीं होने देती।

-चौथे भाव में यह युति मनुष्य को काफी तकलीफ देती है। अपनी पूरी जिंदगी वह दुखी रहता है।

-पांचवे भाव में यह युति विद्या से वंचित करती है और संतान सुख की प्राप्ति नहीं होने देती।

-छठे भाव में यह युति कभी न खत्म होने वाली बीमारी को बुलावा देती है।

– सातवें भाव में यह युति दांपत्य जीवन में कलेश को बढ़ावा देती है।

-आठवें भाव में यह युति रिश्वतखोर और भ्रष्ट व्यक्ति का प्रतिनिधित्व करती है। ऐसा व्यक्ति आत्मघाती होता है और मजबूर लोगों की परिस्थिति का लाभ उठाने वाला होता है।

-नवम भाव में यह युति व्यक्ति को दान धर्म से दूरी बनाती है। व्यक्ति नास्तिक बनता है।

-दसवें भाव में यह युति जातक के दयालु होने के बावजूद भी उसे हर काम में असफल बनाती है।

-ग्यारहवें भाव में यह युति व्यक्ति को खर्चालु, आलसी और लालची बनाती है।

– बारहवें भाव में यह युति व्यक्ति में चारित्रिक दोष उत्पन्न करती है। ऐसे व्यक्ति व्यभिचारी स्वभाव के होते है।

Troubled by diseases

मेष राशि में राहु-बुध संयोग व्यक्ति के जीवन में क्या बदलाव लेकर आता है-

ज्योतिष शास्त्र में बुद्ध को सभी राशियों में ज्यादा बुद्धिमान, विवेक, सौम्य और यश वाला ग्रह माना गया है। बुद्ध की सूर्य और शुक्र से हमेशा बनती है जबकि चंद्रमा और मंगल से इसकी कट्टर दुश्मनी है। शास्त्रों में बुद्ध को व्यापारियों के लिए काफी शुभ माना गया है। हिन्दू धर्म शास्त्रों में राहु को पापी ग्रह कहा जाता है। राहु को इसके नकारात्मक प्रभाव के लिए जाना जाता है। लेकिन कुछ राशियों के लिए राहु काफी सकारात्मक प्रभाव भी लेकर आता है।

मेष राशि पर राहु- बुद्ध संयोग व्यक्ति की कुंड़ली में एक विशेष प्रकार का जड़त्तव योग बनाता है। व्यक्ति की कुंडली में अगर राहु-बुद्ध संयोग हो तो यह व्यक्ति की कुंडली में जडत्तव का योग बनाती है। जडत्तव योग को अशुभ बताया गया है। इस योग के बनने से व्यक्ति की बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है। वह किसी कार्य को समय पर और ठीक से पूरा नहीं कर पाता। लेकिन कुछ मामलों में मेष राशि के लिए यह योग अच्छा भी साबित हुआ है। इस साल मेष राशि में राहु- बुद्ध संयोग के अनुकूल प्रभाव देखने को मिलेगे। जो व्यक्ति लेखन कार्य, क्रिएटीवीटी, ब्रांडिंग से जुड़े है।

उनके लिए राहु-बुद्ध संयोग सकारात्मक परिणाम लेकर आएगा। इसके अलावा मेष राशि पर राहु-बुद्ध संयोग की युति व्यक्ति के संचार कौशल को निखारने के लिए काफी अच्छा है।दूसरी तरफ राहु और बुद्ध ग्रह की युति का प्रभाव व्यक्ति पर नकारात्मक रूप से पड़ता है। इस प्रभाव के कारण व्यक्ति झूठ बोलकर अपनी बात मनमाने में माहिर होते है। साथ ही ऐसे जातको की शिक्षा अधुरी रह जाती है। जिस वज़ह से देश में बेरोजगारों की संख्या के साथ साथ अशिक्षितों की भी संख्या तेजी से बढ़ रही है। राहु और बुद्ध ग्रह की युति का प्रभाव जातक पर यह रहता है कि जातक नशेड़ी, चर्म रोग, धन की समस्या और आदि कारणो से प्रभावित रहते है।

Rahu-Mercury conjunction in Aries

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:

1. राहु का मेष राशि में गोचर कब है?

इस साल मेष राशि में राहु 30 अक्टूबर 2023 तक रहेगा। 30 अक्टूबर 2023 की दोपहर के समय राहु मीन राशि में प्रवेश करेगा।

2. राहु को पाप ग्रह क्यों कहा जाता है?

राहु ग्रह को किसी भी राशि का स्वामित्व प्राप्त नहीं है। राहु की टेढी चाल की वजह से लोगों के काम में अड़चने आती है और लोगों की बुद्धि भी भ्रमित होती है। इसलिए राहु को पाप ग्रह कहा जाता है।

3. कौन है राहु के आराध्य देव कौन?

हिंदु धर्मग्रंथों की मान्यता के अनुसार देवी सरस्वती को राहु की इष्ट देवी माना गया है। देवी सरस्वती को विद्या की देवी कहा जाता है।

4. राहु के बिगड़ने के क्या लक्षण है?

डरावने सपने आना, रात में नींद न आना, हर समय कुछ बुरा होने की संभावना रहना, बैचेन रहना, कोई निर्णय न ले पाना, राहु के बिगड़ने के लक्षण है।

5. कौन है बुध ग्रह के देवता?

बुध ग्रह के इष्ट देवता भगवान विष्णु है। बुध को बुद्धि का देवता माना जाता है। व्यापारियों के लिए बुध उनके रक्षक है।

6. बुध मजबूत कब होता है?

बुद्ध को मजबूत करने के लिए कम से कम 17 बुधवार का व्रत करें। बुधवार को लाल कपड़े पहनकर ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम: का जाप 3 बार करें।

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