
मान्यता है कि छोटे बच्चों को बुरी नजर से बचाने के लिए हाथ, पैर या गले में काला धागा बांधा जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुरी नजर या शनि दोष से बचने के लिए काले धागे का प्रयोग किया जाता है।
लाल किताब में ज्योतिष शास्त्र के अनुसार काले धागे से जुड़े कई उपाय और इसके महत्व के बारे में बताया गया है। परंतु वैदिक ज्योतिष कहता है कि काला धागा हमेशा फायदेमंद नहीं होता। यदि कुछ विशेष राशियों के जातक काला धागा पहनते हैं तो उन्हें हानि हो सकती है। आइए इंस्टाएस्ट्रो के ज्योतिष से जानते हैं उन विशेष राशियों के बारे में –
काला धागा बांधने के नुकसान
एक तरफ़ तो मान्यता है कि काला धागा लाभदायक होता है वहीं कुछ राशि के जातकों के लिए कला धागा हानिकारक भी है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वृश्चिक और मेष राशि वालों को काला धागा नहीं पहनना चाहिए। मेष और वृश्चिक राशि के स्वामी ग्रह मंगल है। और मंगल का रंग लाल होता है। मान्यता है कि मंगल को काले रंग से नफरत होती है। मंगल के लाल रंग और पैर में बंधे काले धागे का समन्वय नहीं हो पता है। इसलिए मेष और वृश्चिक राशि वालो को काला धागा नहीं बांधना चाहिए। इन लोगों को काला धागा बांधने के नुकसान हो सकते हैं। जैसे – समाज में मान सम्मान कम होना, स्वास्थ्य बिगड़ना, धन का नुकसान आदि।
कलाई पर काला धागा बांधने के फायदे
ज्योतिष शास्त्र में पैर अथवा कलाई पर काला धागा बांधने के फायदे बताये गये हैं –
- मंगलवार को काला धागा बांधने के फायदे – मंगलवार के दिन दाहिने पैर में काला धागा बांधना से शुभ फल मिलता है। इसके प्रभाव से जातक की आर्थिक सुधरती है। घर में धन-समृद्धि की बढ़ोतरी होती है।
- पैर में काला धागा बांधने से कई प्रकार के रोगों से छुटकारा मिल जाता है। पैर में लगी चोट ठीक हो जाती है। पेट दर्द से पीड़ित व्यक्ति यदि अपने पैरों के अंगूठे में कला धागा बांध ले तो उसे दर्द से राहत मिलती है।
- जिन बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है उन्हें काला धागा ज़रूर पहनाना चाहिए। इससे उनकी रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ जाती है।
- मनुष्य के साथ साथ काला धागा घर को भी बुरी नज़र से बचाने के लिए प्रयोग किया जाता है। काले धागे में नींबू-मिर्ची बांधकर घर के मुख्य दरवाजे पर लटकाने से नकारात्मक ऊर्जा लौट जाती है।
काला धागा बनाने का तरीका
वास्तु शास्त्र के अनुसार काला धागा बनाने का तरीका बहुत ही सरल है। इस पर नौ गांठें बांधें और इसे धारण कर लें। इसे पहनते समय हमेशा मंत्र का उच्चारण करना चाहिए।
काला धागा बांधने का मंत्र
काला धागा पहनने से पूर्व उसे अभिमंत्रित कर लेना चाहिए। आइये जानते हैं काला धागा बांधने का मंत्र क्या है –
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥ इस रुद्र गायत्री मंत्र का जाप करें और फिर कला धागा धारण कर लें।
काला धागा किस पैर में पहनना चाहिए ?
कुछ लोग कहते हैं कि काले धागे के लिए दायाँ पैर शुभ है तो कुछ कहते हैं बायाँ। ऐसे में कई लोगों के मन में यह सवाल होता है कि काला धागा किस पैर में पहनना चाहिए। इंस्टाऐस्ट्रो के ज्योतिषों के अनुसार काला धागा हमेशा दाहिने पैर में बांधना चाहिए। इससे काले धागे की शक्तियों का संपूर्ण लाभ मिलता है।
काला धागा धारण करते समय बरते सावधानियां
काला धागा पहनते वक्त कुछ नियमों का पालन करना चाहिए। यदि आप शनि दोष से बचना चाहते हैं तो काला धागा धारण करते समय ये सावधानियां बरतनी चाहिए –
काला धागा हमेशा मंगलवार अथवा शनिवार के दिन ही धारण करना चाहिए। इस से व्यक्ति को जीवन में आर्थिक लाभ होता है।
ज्योतिष शास्त्र के नियमों के अनुसार यदि पैर में कला धागा पहना हुआ है तो उसके साथ किसी दूसरे धागे को नहीं बांधना चाहिए। ऐसा करने से अशुभ फल मिलता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न –
1. काला धागा क्यों पहना जाता है?
2. क्या काला धागा बांधने के नुकसान भी होते हैं?
3. काला धागा किस पैर में पहनना चाहिए?
4. काला धागा बांधने का मंत्र क्या है?
5. काले धागे से घर की भी सुरक्षा हो सकती है?
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