शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए ज्योतिष शास्त्र में कई उपाय बताये गये हैं। स्वस्थ रहने के उपाय से हमें जीवन के कष्टों को सहने की शक्ति मिलती है और इन उपायों का पालन करने से हमारे जीवन में सकारात्मकता का प्रभाव होता है। तो आइये जानते हैं इंस्टाएस्ट्रो के ज्योतिष से स्वास्थ्य का महत्व और स्वस्थ रहने के लिए नियम।
जानें स्वास्थ्य का महत्व
कहते हैं कि जब शरीर स्वस्थ रहता है, तब मन भी शांत और सुखी रहता है। इसलिए अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना अति आवश्यक होता है। स्वस्थ मन, सुंदर विचार वाली कहावत तो सभी ने सुनी होगी। अतः जीवन में सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह के लिए शरीर को स्वस्थ रखना जरूरी है।
शारीरिक स्वास्थ्य और ज्योतिष शास्त्र का संबंध
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ब्रह्माण्ड में मौजूद ग्रहों और नक्षत्रों का हमारे स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ता है। प्रत्येक ग्रह और उसके परिवर्तनों का सीधा प्रभाव हमारे स्वास्थ्य पर होता है।
स्वास्थ्य को अनुकूल रखने के लिए ज्योतिष उपाय
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शरीर को स्वस्थ रहने के लिए नियम इस प्रकार हैं।
- असाध्य रोगों से मुक्ति पाने के लिए – मिट्टी से पार्थिव शिवलिंग बनाकर दूध से उनका अभिषेक करें। और पूजा-उपासना करें। प्रत्येक सोमवार को ऐसा करें। यह क्रिया श्रावण मास के सोमवार पर करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
- सिर दर्द से मुक्ति पाने हेतु – शनिवार एवं मंगलवार को हनुमान जी के चरणों के सिंदूर से अपने माथे पर तिलक लगाएं। हनुमान जी महाराज की भक्ति से सिर दर्द में राहत मिलती है।
- पीलिया से बचाव के लिए – गुरुवार के दिन सूर्योदय या सूर्यास्त के समय पुनर्नवा की जड़ को अपने गले में धारण करें। इससे पीलिया में आराम मिलेगा।
- व्यायाम/योग – नियमित रूप से व्यायाम, योग और प्राणायाम करने से शरीर हमेशा स्वस्थ एवं तंदुरुस्त रहता है। योग करने से निरोगी काया और शांत मन का वरदान मिलता है।
कुछ सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं के लिए उपाय
शारीरिक स्वास्थ्य के साथ मानसिक स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना आवश्यक होता है। कई बार जीवन में प्रतिकूल परिस्थितियों की वजह से हम तनाव में आ जाते हैं। जब चीज़े हमारे अनुसार नहीं होती तो हम परेशान हो जाते हैं। और कई बार अवसाद का शिकार हो जाते हैं। तो आइए जानते हैं मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के उपाय।
- नकारात्मकता दूर करने के लिए भीमसेनी कपूर का प्रयोग करें। इससे बुरी नज़र तथा नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है।
- यदि विवाह कार्य में विलंब हो रहा है तो किसी अंधे भिखारी को चावल की खीर खिलाएं।
- यदि घर में भूत प्रेत का साया हो – तो करें रावण संहिता का यह अति दुर्लभ उपाय। सोमवार के दिन प्रात: काल 4 बजे उठ कर शिवलिंग पर जल चढ़ाएं। फिर 11 बेलपत्र, 11 फल, 11 फूल और एक 5 मुखी रुद्राक्ष अर्पित करें। फिर वहां बैठकर शिवाष्टक स्त्रोत का 11 बार पाठ करें। तत्पश्चात पंचमुखी रुद्राक्ष को गले में धारण कर लें। इस उपाय को करने से हर प्रकार के कष्ट से छुटकारा मिल जाता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न: –
1. जीवन में शारीरिक स्वास्थ्य का महत्व क्या होता है?
2. शारीरिक स्वास्थ्य और ज्योतिष शास्त्र का संबंध क्या होता है?
3. सिर दर्द से राहत पाने के लिए क्या करें?
5. व्यायाम/योग का महत्व क्या है?
6. ज्योतिष शास्त्र में शरीर को स्वस्थ रहने के लिए नियम क्या हैं?
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इस प्रकार की रोचक जानकारी और कुंडली में उपस्थित दोषों को समाप्त करने के उपाय जानने के लिए इंस्टाएस्ट्रो के ज्योतिषी से बात करें।