हिंदू धर्म शास्त्रों में शनि देव को न्यायप्रिय, कर्मफलदाता आदि के नामों से जाना जाता है। शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित होता है। ज्योतिष शास्त्र बताता है कि जब किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि की महादशा चल रही होती है। तो यह उस व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक कष्ट पहुंचाता है। इसलिए लोग अलग अलग उपाय अपनाकर शनि देव को प्रसन्न करने में लगे रहते है। जिसमे शनि दान करने का विशेष महत्व है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार शनिवार के दिन कुछ विशेष चीजों का दान करने से व्यक्ति शनि देव से बुरे प्रभाव से बचा रहता है। जिसकी संपूर्ण जानकारी के बारे में विस्तार से इस लेख में बताया गया है।
ज्योतिष से जानिए किसे करें शनि दान-
हिंदू धर्म में दान को हजार पुण्य के बराबर माना जाता है। दान पुण्य करने से व्यक्ति के पापों की संख्या घटती है। किसे करें शनि दान की महत्वपूर्ण जानकारी के विषय में नीचे बताया गया है।
गरीबों को करे शनि का दान-
हमारे समाज में लाखों की संख्या में गरीब लोग रहते है। जिनके पास न रहने के लिए घर है और न खाने के लिए दो वक्त की रोटी। इन लोगों के लिए शनि दान करना न केवल इनके लिए प्रभावकारी रहता है। बल्कि इनके ऊपर शनि की क्रूर दृष्टि भी नहीं पड़ती।
जरूरतमंदों को करे शनि का दान-
आपके आस पास ऐसे बहुत से लोग होंगे जिनको आपकी मदद की जरूरत होगी। लेकिन यह लोग अपने स्वाभिमान के कारण किसी से मदद मांगने में असहज महसूस करते है। इसलिए शनिवार के दिन ऐसे लोगों को शनि दान करना चाहिए। इससे इन्हें शनि देव की कृपा प्राप्त होती है।
असहाय लोगों को करे शनि का दान-
हिंदू धर्म शास्त्रों में ऐसी मान्यता है कि कोई भी दान तब सफल होता है। जब हम स्वयं से पहले असहाय लोगों की मदद करते है। समाज में कुछ ऐसे लोग भी होते है जो किसी न किसी प्रकार की शारीरिक अपंगता से पीड़ित होते है। जिस कारण यह कभी कभार अपनी मदद करने में असफल साबित होते है। ऐसे में उन्हें किसी से मदद की आस होती है। यह सही समय होता है जब आप असहाय लोगों को शनि दान का प्रसाद देकर उनकी और अपनी दोनों की मदद अप्रत्यक्ष रूप से करते है। जिससे आपको दो फायदे होते है। पहले आपको इन लोगों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। दूसरा आप शनि की महादशा से भी बच जाते है।
बेजुबान जानवरों को करे शनि का दान-
ज्योतिषी जातक को यह सुझाव देते है कि शनिवार के दिन बेजुबान जानवरों को शनि दान करने से। जातक को शनि की ढैय्या और साढ़ेसाती से मुक्ति मिलती है। साथ ही जातक को बेजुबान जानवरो का स्नेह भी प्राप्त होता है।
ज्योतिषी से पूछें कैसे करें शनि दान-
इंस्टाएस्ट्रो के ज्योतिषियों से जाने कैसे करें शनि दान विधि के बारे में।
सूर्योदय के बाद करे शनि दान-
हमारे धर्म शास्त्रों में सूर्योदय के बाद शनि का दान करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि शनि की सूर्य से नहीं बनती। इसलिए सूर्योदय के बाद शनि दान करने के लिए कहा जाता है।
शनिवार के दिन ही करे शनि दान-
इस दिन को शनिदेव का दिन माना जाता है। इसलिए जातक को शनिवार के दिन गरीब, जरूरतमंद और असहाय लोगों में शनि देव की प्रिय चीजों का दान करना चाहिए।
शनि मंत्र का है शनि दान में अमूल्य योगदान-
इस ग्रह के बुरे प्रभाव को कम करने में शनि मंत्र का विशेष योगदान है। ज्योतिष शास्त्र में ऐसा बताया गया है कि जो जातक शनिवार के दिन शनि मंत्र का जाप करता है। उसके जीवन की हर समस्या का निवारण स्वयं शनि देव करते है। जरुरी नहीं की शनिवार के दिन ही शनि मंत्र का जाप करने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है। आप अपनी सुविधानुसार किसी और दिन भी शनि मंत्र का जाप कर सकते है।
शनि दान में जरूर शामिल करें ये चीजें-
इसमें कुछ जरूरी दान सामग्री के बारे में बताया गया है। जो हर व्यक्ति को शनि दान करते समय ध्यान में रखनी चाहिए। जैसे उड़द की दाल, काला तिल, सुगंधित तेल, लोहा, छाता, काले वस्त्र आदि।
ज्योतिषी से जानिए किन राशियों को शनि दान नहीं करना चाहिए-
हमारे धर्म शास्त्रों और ज्योतिष में कुछ ऐसी राशियों का उल्लेख मिलता है। जिनको शनि दान करने को लेकर सख्त मनाही है। ज्योतिष शास्त्र में ऐसी चार राशियों के बारे में बताया गया है जिनको शनि दान नहीं करना चाहिए। इन राशियों के बारे में जानकारी नीचे दी गई है।
वृषभ राशि-
वृषभ राशि के जातक स्वभाव से चतुर, स्वार्थी और विश्वास करने लायक नहीं होते। शनि देव को ऐसे लोग बिल्कुल भी नहीं भाते जो अपने फायदे के लिए दूसरों का इस्तेमाल करें। इसलिए वृषभ राशि के जातकों को शनि दान नहीं करना चाहिए। अगर यह शनि दान करते भी है तो इन्हें इसके अनुचित परिणाम ही प्राप्त होते है।
कन्या राशि-
एक तरफ शनि देव जहां हानि पहुंचाते है तो वहीं दूसरी तरफ लाभ भी देते है। इस समय कन्या राशि के जातकों की कुंडली में शनि अच्छी स्थिति में है। फिर भी ज्योतिष इन राशि के जातकों को शनिवार के दिन शनि दान नहीं करने की सलाह देता है।
तुला राशि-
तुला राशि में भी शनि अच्छी स्थिति में विराजमान है। अत: इसके लिए भी शनि दान न करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि उसके ऊपर शनि देव की कृपा पहले से बनी हुई है।
मकर राशि-
मकर शनि की प्रिय राशि है। हालांकि इसकी प्रकृति में लालच और स्वार्थ कूट कूट कर भरा होता है। लेकिन यह अपने लालच और स्वार्थ का उपयोग किसी के भले के लिए ही करते है। मगर ज्योतिष शास्त्र इन राशि वालों को भी शनि दान न करने की सलाह देता है।
आखिर क्या है शनि दान करने के फायदे-
शनि दान करने के फायदे क्या-क्या है? इसके बारे में जानकारी नीचे दी गई है।
- शनि की साढ़ेसाती और शनि ढैय्या का प्रभाव होता है कम।
- व्यक्ति की हर मनोकामना की पूर्ति होती है।
- असमय कष्टों से देता है निजात।
- सुख-समृद्धि का है सूचक।
- जरूरतमंद लोगों को शनि का दान करने से शनिदेव प्रसन्न होते है। यह अपना आशीर्वाद हमेशा उस व्यक्ति पर बनाए रखते है जो जरूरतमंदों की मदद करता है।
- व्यक्ति के रुके हुए काम में बनता है सहायक।
- व्यक्ति के भाग्य को भी चमकाने का करता है काम।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
1. कुंडली में शनि दोष का पता कैसे चलता है?
2. शनि देव को कौन सी चीजों का भोग लगाना चाहिए?
3. कौन सी बीमारी शनि ग्रह के कारण होती है?
4. क्या है शनि दोष के लक्षण?
5. क्या शनिवार को धातु दान किया जा सकता है?
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शनि को प्रसन्न करने के उपायों के बारे में जानने के लिए आज ही इंस्टाएस्ट्रो के ज्योतिषी से संपर्क करें।