शमी के वृक्ष को हिंदू धर्म का चमत्कारी पेड़ माना जाता है। इस वृक्ष से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और धन दौलत में समृद्धि आती है। यह वृक्ष 9 से 18 मीटर ऊंचा होता है जिसकी शाखाओं में काफी कांटे होते हैं। वृक्ष भगवान शिव को काफी प्रिय हैं जिससे हमारे घरों पर भगवान शिव की कृपा बनी रहती है।
ऐसी प्राचीन मान्यताएं हैं कि शमी के वृक्ष से घर का वास्तु दोष को दूर किया जा सकता है। शमी वृक्ष को हमेशा ईशान कोण यानी पूर्वोत्तर दिशा में लगाना सबसे लाभकारी माना जाता है। यह वृक्ष एक औषधि की तरह भी कार्य करता है एवं अनेकों प्रकार की बीमारियों की रोकथाम के लिए इसका प्रयोग किया जाता है।
शमी के पेड़ का महत्व
इस पेड़ का महत्व महाभारत एवं रामायण काल से ही देखने को मिलता है। हिंदू धर्म में इस का महत्व बहुत ज्यादा है। शमी वृक्ष के कांटों का प्रयोग नकारात्मक शक्तियों के नाश के लिए किया जाता है।
शमी पेड़ का लाभ
हिंदू मान्यताओं के अनुसार घर में शमी वृक्ष लगाने से एवं पेड़ की रोजाना पूजा करने से आपको कभी भी धन की कमी नहीं होगी। शमी की पूजा करने से दैनिक खर्चों में काफी कमी आती है। ऐसा माना जाता है कि शनिवार से लगातार 45 दिनों तक शमी के वृक्ष के पास घी का दीपक रोजाना शाम में जलाने से विवाह की बाधाएं दूर होती है। इस वृक्ष से साढ़ेसाती का प्रभाव भी कम होता है। जिन राशियों में शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव चल रहा है उन्हें रोजाना शमी के पेड़ की पूजा करनी चाहिए। यह भी माना जाता है कि इस वृक्ष से घर में आने वाले वास्तु दोष से मुक्ति मिलती है एवं घर की सभी दिक्कतें दूर हो जाती हैं।
कई आयुर्वेदाचार्य के अनुसार शमी के वृक्ष को औषधि के रूप में भी प्रयोग किया जाता है। इस वृक्ष के औषधि से हम अलग-अलग रोग से मुक्ति पा सकते हैं। शमी का वृक्ष आंख के रोग, डायबिटीज का समस्या, गले का रोग एवं अन्य कई रोगों के लिए काफी अच्छा है।
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शमी पेड़ के नुकसान
हिंदू मान्यताओं अनुसार शमी वृक्ष को ईशान कोण यानी पूर्वोत्तर दिशा में लगाने से ज्यादा लाभ प्राप्त होता है। शमी वृक्ष को गलत दिशा में लगाने से आपको नुकसान भी हो सकता है। आयुर्वेदाचार्य के अनुसार इस वृक्ष के प्रयोग से बाल झड़ने की समस्या आ सकती है इसलिए इसे केशहंत्री भी कहा जाता है। हम ऐसा मान सकते हैं कि इस वृक्ष से किसी प्रकार का नुकसान नहीं होता है।
शमी का वृक्ष लगाते समय कुछ बातों का ध्यान रखें
हिंदू मान्यताओं के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि शमी के वृक्ष को शनिवार के दिन लगाना चाहिए।
इस वृक्ष की मान्यता तुलसी के पौधे की तरह ही होती है अतः इसकी भी रोजाना पूजा करनी चाहिए।
घर के दरवाजे के दाएं ओर लगाना इसे सबसे शुभ माना जाता है।
पूजा में क्यों होता है शमी के फूल का उपयोग
शमी के वृक्ष का फूल भगवान शिव का पसंदीदा फूल माना जाता है। अतः शमी वृक्ष के पुष्प से भगवान शिव की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि जब भी आप भगवान शिव को जल अर्पित करें तो उसमें शमी पेड़ का फूल या पत्ती अवश्य डालें इससे भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। भगवान शिव के अलावा भगवान गणेश को भी शमी वृक्ष काफी प्रिय है।
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