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रावण ने भगवान शिव की लंका कैसे हथियाई?

By August 13, 2022December 1st, 2023No Comments
भगवान शिव और रावण

शिव जी के इस परम भक्त के बारे में आपने नहीं सुना होगा। भगवान शिव और रावण का रिश्ता भगवान और भक्त का है। रावण शिव जी का परम भक्त था। शिव जी की कृपा पाने के लिए रावण ने तपस्या की थी। शिव जी ने रावण को कई वरदान दिए। जिसमे से एक सोने की लंका भी है। आज हम आपको बताएँगे। कैसे मिली रावण को सोने की लंका? सोने की लंका किसने बनाई?

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रावण

भगवान शिव और पार्वती ने बनाई सोने की लंका-

पुराणों के अनुसार एक बार भगवान विष्णु और लक्ष्मी कैलाश पर्वत गए थे। कैलाश पर्वत इतना ठंडा था कि लक्ष्मी जी को ठंड लग रही थी। कैलाश पर्वत पर कोई महल नहीं था। जिसमें लक्ष्मी जी रुक जाए। लक्ष्मी जी ने पार्वती जी को ताना देते हुए कहा। आप तो एक राजकुमारी है। आप इस पर्वत पर कैसे रह लेती हैं। पार्वती जी ने भगवान शंकर से जिद की। वह एक महल बनवाए। शिव जी ने विश्वकर्मा और कुबेर को बुलाया और महल बनाने का आदेश दिया। सोने की लंका का निर्माण समुद्र के बीचो बीच हुआ था।

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भगवान शिव

रावण ने कैसे हथियाई सोने की लंका

एक बार रावण कैलाश पर्वत से गुजर रहा था। रावण सोने का महल देखकर मोहित हो गया। अब वह सोने के महल को पाना चाहता था। इसके लिए उसने ब्राह्मण का वेश बदल लिया। शिव जी ने भिक्षा मांगने के लिए गया। भिक्षा स्वरूप उसने शिव जी के सोने के महल को मांग लिया। शिव जी यह जानते थे। ब्राह्मण के वेश में रावण है। फिर भी शिव जी ने सोने की लंका रावण को दी थी। यह बात जब पार्वती को पता चली तो पार्वती जी ने श्राप दिया। एक दिन सोने की लंका जलकर राख हो जायेगी। अतः हनुमान जी ने सोने की लंका को आग लगा दी थी। सोने की लंका राख हो गयी थी।

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Jaya Verma

About Jaya Verma

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