
ज्योतिषी बताते हैं की मंगल ग्रह ऐसा ग्रह है जो सबसे ज्यादा क्रोधित ग्रह होता है। इस ग्रह की गति बहुत तेज होती है ।मंगल ग्रह एक ऐसा ग्रह है जिसको सभी ग्रहों में महत्वपूर्ण माना गया है। इसका किसी भी राशि में प्रवेश करना उस राशि में बेहद सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव डालता है।
मंगल गोचर का कन्या राशि पर प्रभाव वह घटना है जो संभावित रूप से वैदिक शास्त्रों के अनुसार बहुत ही प्रभावशाली माना गया है। इस का कारण यह बताया गया है की, कन्या राशि मे बुध ग्रह पहले से ही बैठा हुआ है। वहीं दूसरी तरफ दोनों ग्रहों का एक साथ एक राशि में रहने के कारण बाकि की सभी राशियों पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। आइए अब जानते हैं सभी राशियों पर मंगल गोचर का क्या प्रभाव पड़ेगा?
कन्या राशि में मंगल गोचर का राशियों पर प्रभाव
कन्या राशि में मंगल गोचर का प्रवेश होने के बाद अन्य राशियों पर इसका सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। यह व्यक्ति की राशि से लेकर उसकी जन्म कुंडली पर भी प्रभाव डालता है।
1. मेष राशि
जब मंगल कन्या राशि में गोचर करता है तो वह समय मेष राशि के लिए बेहद अच्छा समय हो सकता है। इस समय मेष राशि के लिए सफलता के नए अवसर खुलते है। यदि कोई अपना व्यापर बढ़ाना चाहता है या कोई नौकरी करना चाहता है, अपना व्यापर शुरू करना चाहता है, तो इस समय में उसका कार्य सफलतापूर्वक होगा। मेष राशि वाले लोगों की आर्थिक स्थिति पहले से अच्छी होगी।
2. वृषभ राशि
कन्या राशि में मंगल गोचर लगने से वृषभ राशि वाले लोगों को लाभ के साथ साथ हानि होने की भी संभावना बनी हुई है। वृषभ राशि वाले लोगो को उनके व्यवसाय में लाभ होगा साथ ही ये लोग अपने किसी नए काम की भी शुरुआत कर सकते हैं। इस दौरन इस राशि के लोगों के अंदर रोमांस और जूनून होगा। ये अपने रिश्तों में ज्यादा प्यार महसूस करेंगे। साथ ही उन्हें अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना होगा। स्वास्थ्य ख़राब होने की संभावना होगी।
3. मिथुन राशि
कन्या राशि में मंगल गोचर के होने से मिथुन राशि पर इसका गहरा प्रभाव पड़ेगा। मिथुन राशि के लोगों का उनके परिवारों से तालमेल बढ़ेगा और आपस में प्यार की भावना जाग्रत होगी। यदि किसी का परिवार से मनमुटाव चल रहा है तो वह भी खत्म हो जायेगा। यदि मिथुन राशि के लोग इस गोचर को लगने के दौरान पारिवारिक मुद्दों में संयम से काम नहीं लेते हैं तो , इसका उल्टा प्रभाव भी उन पर पड़ सकता है। जैसे घर में लड़ाई और तनाव बढ़ सकता है और संघर्ष की स्तिथि भी पैदा हो सकती है। इसलिए मिथुन राशि वालों को सोच समझ के फैसले लेने आवश्यक हैं।
4. कर्क राशि
कन्या राशि में मंगल गोचर के होने से कर्क राशि के लोगो को अपने मानसिक और सामाजिक गतिविधियों पर ध्यान देने की जरूरत है। इस दौरान उनको अपना सामाजिक विकास करने के लिये नयी ऊर्जा मिलेगी। इस राशि के लोगों का इस दौरान विकास संभव है परन्तु अगर वह अधिक क्रोध करेंगे और सयम से काम नहीं लेंगे तो इसका उनके जीवन पर एक गलत प्रभाव पड़ेगा।
5. सिंह राशि
कन्या राशि में मंगल गोचर के होने से सिंह राशि वाले लोगों को आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ सकता है। सिंह राशि वाले लोगों के ऊपर यदि कोई पुराना मुकदमा चल रहा है तो इस गोचर के दौरान वह दोबारा शुरू हो सकता है जिससे इसमें भारी खर्च होने की संभावना होगी। जिसकी वजह से तनाव बढ़ेगा और काम से मन नहीं लगेगा। इसलिए सिंह राशि वाले लोगों को इस दौरान बहुत ही सोच समझ कर और सावधानी के साथ खर्च करना होगा। इससे उनकी आर्थिक स्थिति ठीक रहेगी।
6. कन्या राशि
मंगल गोचर कन्या राशि में ही प्रवेश कर रहा है। इस राशि के लोगों की इस दौरान अपने सभी महत्वपूर्ण कार्यों को करने की छमता बढ़ेगी उन्हें एक नयी ऊर्जा अपने अंदर प्रतीत होगी। कन्या राशि वाले लोगों के लिए सफलता के नए द्वार खुलेंगे। इस दौरान कन्या राशि वाले लोगों को खुद पर संयम रखना होगा यदि ऐसा नहीं हुआ तो इससे पारिवारिक तनाव बढ़ेगा और आपस में मन मुटाव होगा। बुराई बुराई करने से बचना होगा।
7. तुला राशि
कन्या राशि में मंगल गोचर के होने से तुला राशि के लोगो का आध्यात्मिक विकास बढ़ेगा। इस राशि के लोगो अपने आप को एकांत में समय देने से कुछ अच्छे विचार विकसित होंगे और इसके ही दौरान मन बेचैन भी रहेगा। इसके साथ ही साथ तनाव की संभावना भी बन रही है। तुला राशि वालों को इस दौरान खुद को शांत रखना होगा और अपने काम को बहुत ही शालीनता के साथ करना होगा।
8. वृश्चिक राशि
कन्या राशि में मंगल गोचर का होना वृश्चिक राशि वालों के लिए बहुत हद तक सकारात्मक प्रभाव डालता है। इस दौरान वृश्चिक राशि के लोग अपने लक्ष्य को पाने में सफल हो सकते हैं। सामाजिक कल्याण भी कर सकते हैं। यदि ये लोग सामूहिक गतिविधि में कोई अच्छा काम करते हैं तो उसमें सफलता हासिल हो सकती है। इस दौरान मित्रो और रिश्तेदारों से आपसी मतभेद बढ़ने की सम्भावना भी बन रही है।
9. धनु राशि
कन्या राशि में मंगल गोचर का होना धनु राशि वाले लोगों के भविष्य के लिए शुभ संकेत दे रहा है। इन लोगों को अपने करिअर में विशेष रूप से प्रगति के नए अवसर मिलेंगे। इसके अलावा यदि वह कोई काम काफी लम्बे समय से करना चाहते हैं और अभी तक उसमे सफलता प्राप्त नहीं हुई है तो इस दौरान उनके वह काम भी सफल हो जायेंगे। ध्यान रखे की अपने काम सयम से करे वरना बनते काम बिगड़ने की भी सम्भावना बन रही है।
10. मकर राशि
कन्या राशि में मंगल गोचर का होना मकर राशि वाले लोगों के लिए अच्छे योग बना रहा है। ये लोग लम्बी यात्रा कर सकेंगे और अपने भविष्य को नयी ऊंचाई दे सकेंगे। यदि कोई उच्च परीक्षा की तैयारी कर रहा है तो उसमे सफल होने की संभावना है। इन लोगो को किसी की कोई बुराई और किसी के बारे में गलत विचार करने से बचना होगा अनयथा इससे विद्रोह की संभावना बढ़ेगी।
11. कुम्भ राशि
कन्या राशि में मंगल गोचर का होना कुम्भ राशि के लिए अच्छे संकेत नहीं देता है। कुंभ राशि में तनाव की संभावना बढ़ेगी। आर्थिक तंगी के संकेत इसमें दिखाई दे रहे हैं। हालांकि इन लोगों अंदर अपने काम को लेकर एक नयी ऊर्जा का विकास होगा।
12. मीन राशि
कन्या राशि में मंगल गोचर का होना मीन राशि के लोगों के पारिवारिक संबंधों में तनाव पैदा होने की संभावना है। मित्रता में टकराव एवं मतभेद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इसीलिए इस राशि के लोगो को संयम से काम लेकर आगे बढ़ना होगा।
मंगल गोचर के सकारात्मक प्रभाव
ज्योतिषों के अनुसार मंगल गोचर राशि चक्र के द्वारा चलता है यह कई तरह के प्रभाव राशि पर दाल सकता है वह सकारात्मक और नकारात्मक कुछ भी हो सकते हैं। यहाँ हम आपको मंगल गोचर के सकारात्मक प्रभाव कुछ इस प्रकार हैं-
1. कैसा रहेगा शारीरिक स्वास्थ्य
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल को शाररिक शक्ति और ताक़त का ग्रह माना गया है। यदि मंगल गोचर के दौरान कोई मनुष्य अपने आप को फिट रखना चाहता है और अपनी शारारिक शक्ति को बढ़ाना चाहता है तो वह बढ़ जाएगी। इसका कारण यह है की मंगल ऊर्जा शरीर को मज़बूत करता है और यह इंसान के शारारिक कल्याण को भी बढ़ाता है। यदि कोई बहुत समय से बीमार है,किसी को लम्बे समय से कोई चोट लगी है और आप खुद को ठीक करना चाहते हैं तो यह आपके लिए लाभकारी साबित होगा।
2. रोमांस और जोश बढ़ाए
मंगल गोचर के दौरान व्यक्ति अपने अंदर जोश और रोमांस को बढ़ा सकता है। क्योंकि मंगल ग्रह को जोश और रोमांस का का ग्रह भी माना जाता है। इस समय व्यक्ति को अपने रिश्ते मैं एक नया जोश और जूनून दिखाई पड़ता है। उनके अंदर अंतरगंता की इच्छा बढ़ जाती है और उनके रिश्ते मज़बूती के साथ और गहरे बनते हैं। मंगल गोचर में व्यक्ति अपने बिगड़े हुए रिश्तों को भी सुधार सकता है।
3. शारीरिक और मानसिक ऊर्जा का बढ़ना
मंगल गोचर में व्यक्ति की शारीरिक और मानसिक ऊर्जा का बहुत हद तक विकास होता है, इससे उसकी प्रेणना बढ़ती है। जो लोग आलसी होते हैं और जिनका आत्मविश्वास बहुत कम होता है मंगल गोचर के होने से उन लोगों का आत्मविश्वास बढ़ सकता है और वो सफलता की और आगे बढ़ेंगे, इसका कारण यह है की मंगल गोचर मनुष्य को वह ऊर्जा देता है जिससे वह अपने सारे रुके हुए काम खत्म कर सकता है।
मंगल गोचर के नकारात्मक प्रभाव
- जब मंगल कन्या राशि में प्रवेश करेगा तो उससे लोगो की मनोवैज्ञानिक समस्याएं बढ़ेगी, क्योकि इस समय में लोगों के मन में तनाव की ऊर्जा आती है जिसे लोग न ठीक से रह पाते न खा पाते हैं।
- जब मंगल किसी राशि में प्रवेश करता है तो उसका प्रभाव हर राशि पर पड़ता है, इससे लोगो में चिड़चिड़ापन होने लगता है।
- जब मंगल गोचर करता है तो व्यक्ति अपने काम को यदि अधिक जल्दबाजी में करता है तो उससे उसको भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। जिससे वह किसी दुर्घटना का भी शिकार हो सकता है।
- मंगल गोचर के दौरान व्यक्ति को अधिक काम करने से बचना चाहिए क्योंकि यदि वो इस दौरान अधिक काम करेगा तो उसके शरीर को ज्यादा थकावट महसूस होगी और वो खुद को तनाव देगा।
- इस दौरान इंसान को शांति से काम करते रहना चाहिए वरना तनाव की आशंका बनी रहेगी।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. मंगल गोचर क्या है?
2. मंगल गोचर कन्या राशि में कब प्रवेश करेगा?
3. मंगल गोचर सबसे ज्यादा किस राशि के लिए शुभ होगा?
4. क्या किसी तरह की पूजा या कोई उपाय करके मंगल गोचर के नकारात्मक प्रभाव को रोका जा सकता है?
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