
विवाह जीवन का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण फैसला माना जाता है। परन्तु कभी-कभी ऐसा होता है। जातक के विवाह में कई प्रकार की अड़चने आती हैं। विवाह शीघ्र नहीं होता है। विवाह किसी न किसी कारण रुक जाता है। ज्योतिष शास्त्र में विवाह न होने की वजह कुंडली भी बताई जाती है। कुंडली में विवाह के योग बनता है तभी विवाह सुनिश्चित होता है। साथ ही साथ विवाह का समय कुंडली में तय होता है। कुंडली में विवाह के स्थान पर यदि कोई पाप ग्रह होता है। तबभी विवाह जल्द नहीं होता है। कुंडली में विवाह से जुड़े योग को जानने के लिए इंस्टाएस्ट्रो के ज्योतिषी से बात करें। आइये जानते हैं विवाह जल्द होने के उपाय।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शीघ्र विवाह न होने का कारण-
शीघ्र विवाह होना या न होने का कारण कुंडली में छिपा होता है। इंस्टाएस्ट्रो के ज्योतिषी के अनुसार कुंडली में विवाह के योग बनते हैं। उसके बिना शीघ्र विवाह होना या विवाह होना निश्चित नहीं होता है। आज-कल के युवा अपना करियर बनाने या अपना सपना पूरा करने के लिए विवाह में देरी करते हैं। इसी कारण अगर विवाह का योग बनता है।परन्तु कुंडली में विवाह का योग समाप्त हो जाते हैं। अगर एक बार विवाह का योग समाप्त हो जाता है। उसे पुनः बनाने के लिए अत्यधिक समय लग जाता है।
कुंडली का विवाह से संबंध-
इंस्टाएस्ट्रो के ज्योतिषी के अनुसार कुंडली का मैरिज कनेक्शन अत्यधिक आवश्यक होता है। अगर किसी की कुंडली में विवाह योग होता है। साथ ही साथ विवाह से जुड़े कई दोष भी होते हैं। जिससे विवाह में कई तरह की रुकावट आती है और शीघ्र विवाह नहीं होता है। विवाह के दोषों में एक होता है मांगलिक दोष।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी व्यक्ति की कुंडली में मांगलिक दोष होता है। तो विवाह देरी से होता है। आइये जानते हैं कुंडली में मांगलिक दोष कैसे बनता है? अगर किसी जातक की कुंडली में मंगल ग्रह पहले,छठवें,आठवें और बारहवें भाव में उपस्तिथ होता है। तो मांगलिक दोष बनता है। इसके अलावा कुंडली के दूसरे भाव मांगलिक दोष बनता है। ज्योतिष शास्त्र में मांगलिक दोष को अशुभ दोष माना जाता है। वैवाहिक जोड़ों में अगर किसी एक व्यक्ति की कुंडली में मांगलिक दोष है। तब वैवाहिक जीवन में समस्याओं का सामना करना पड़ता है। मांगलिक दोष तलाक का कारण बनता है।
शीघ्र विवाह के अचूक उपाय-
- ज्योतिष शास्त्र में देर से होने वाली समस्या को हल करने और शीघ्र विवाह के लिए कई उपाय बताये गए हैं।
- शीघ्र विवाह करने के लिए पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ की 109 बार परिक्रमा करनी चाहिए।
- इससे विवाह से जुड़ी समस्या हल होती है।
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शीघ्र विवाह के लिए गुरूवार के दिन चने की दाल का दान करना चाहिए।
- जिन कन्याओं की कुंडली में मांगलिक दोष होता है।
- उन्हें सोमवार के दिन शिव और पार्वती जी की पूजा करनी चाहिए।
- साथ ही साथ सोमवार को शिव-पार्वती के लिए व्रत भी रखना चाहिए।
- गुरूवार के दिन केले के पेड़ की पूजा करना शीघ्र विवाह में अत्यंत लाभदायक होता है।
- विवाह में आने वाली रुकावट को दूर करने के लिए ओपल रत्न को धारण करना चाहिए।
- जिन लड़कियों के विवाह में देरी हो रही है।
- उन्हें गुरूवार के दिन अपने सोते समय अपने सिर के नीचे पीले वस्त्र में हल्दी को लपेट कर रखना चाहिए।
- इससे कुंडली में विवाह के शुभ योग बनते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न-
1. कुंडली में शीघ्र विवाह न होने के कारण क्या होते हैं?
2. कुंडली में कौन से दोष के कारण विवाह शीघ्र नहीं होता है?
3. मांगलिक दोष क्या है?
4. मांगलिक दोष दूर करने के उपाय क्या हैं?
5. शीघ्र विवाह के लिए एक अचूक उपाय बताइये?
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कुंडली में विवाह से जुड़े योग को जानने के लिए इंस्टाएस्ट्रो के ज्योतिषी से बात करें।