आज ऐसी कथा के बारे में जानेंगे। जो आपको हैरान करने वाली है। हम सभी जानते हैं सीता राजा जनक की पुत्री थी। राजा जनक को सीता धरती से प्राप्त हुई थी। पर क्या आप जानते हैं। रामायण में दिए हुए संदर्भ के अनुसार बताया गया है। मंदोदरी सीता की माँ थी। आज हम इस कथन की पूरी जानकारी देंगे।
रावण ने किया वध-
राजा रावण को अत्यधिक शक्तिशाली माना गया है। मंदोदरी रावण की पत्नी थी। रावण ऋषि-मुनियों का वध करके उनके ख़ून को संगृहीत करता था। एक गृत्समद नामक ऋषि था। जो देवी लक्ष्मी को पुत्री रूप में प्राप्त करना चाहता था। ऋषि ने कुश घास से प्राप्त दूध को एक बर्तन में रखता था। एक दिन रावण गृत्समद ऋषि का वध करने के लिए गया। रावण ने बर्तन में रखें हुए दूध को अपने ख़ून वाले बर्तन में डाल लिया।
मंदोदरी हुई क्रोधित-
रावण ने दूध को खून के बर्तन में डाल लिया था। यह बात जब मंदोदरी को पता चली। मंदोदरी अत्यधिक क्रोधित हो गयी। क्रोध में आकर मंदोदरी ने बर्तन में रखे हुए खून और दूध के मिश्रण को पीने का निश्चय कर लिया। यह पी कर मंदोदरी आत्महत्या करना चाहती थी। मंदोदरी ने मिश्रण को पी लिया। परन्तु उनकी मृत्यु नहीं हुई। अतः मंदोदरी गर्भवती हो गयी।
सीता और मंदोदरी का संबंध-
मंदोदरी गर्भवती थी। उसके पेट में जो बच्चा था। वह सीता ही थी। क्योंकि मंदोदरी ने जो बच्चे को जन्म दिया था। उसे कुरुक्षेत्र की भूमि पर छोड़ दिया था। यह बच्चा राजा जनक को मिला। जो एक कन्या थी। राजा जनक ने कन्या का नाम सीता रखा था।
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