
हिंदू धर्म में 12 मुखी रुद्राक्ष का विशेष महत्व है। 12 मुखी रुद्राक्ष भगवान शिव और नवग्रहों में शासक सूर्य ग्रह से जुड़ा हुआ है। रुद्राक्ष 21 मुखी तक होते हैं। उसमें से 12 मुखी रुद्राक्ष सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए पहना जाता है। यदि जातक की कुंडली में कोई सूर्य ग्रह दोष लगा हुआ है, तो उसे ज्योतिषी द्वारा 12 मुखी रुद्राक्ष पहनने के लिए दिया जाता है, जिससे उसकी कुंडली में बैठा सूर्य शांत हो जाता है और जातक की कुंडली से सूर्य दोष का अंत होता है।
12 मुखी रुद्राक्ष पहनने से जातक की कुंडली में सूर्य ग्रह मजबूत होता है और यदि दूसरे ग्रहों का कोई दोष कुंडली में लगा है तो सूर्य ग्रह के अच्छे प्रभाव से वह नष्ट हो जाता है। 12 मुखी रुद्राक्ष आपके अंदर से नकारात्मकता को दूर करता है और सकारात्मकता को जागरूक करता है। 12 मुखी रुद्राक्ष पहनने से सूर्य ग्रह के प्रभाव से आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आपके घर में कभी कलह नहीं होगी इसके साथ ही घर में धन की कभी कोई कमी नहीं होती है। इसे पहनकर व्यक्ति अपने अंदर आत्मविश्वास की ऊर्जा को महसूस करता है। यदि आप 12 मुखी रुद्राक्ष का महत्व और इसके बारे में जानना चाहते हैं तो इस आगे पढ़ना जारी रखें।
12 मुखी रुद्राक्ष का महत्व
हिन्दू धर्म में 12 मुखी रुद्राक्ष का विशेष महत्व होता है। 12 मुखी रुद्राक्ष सूर्य देव से जुड़ा हुआ है। इस रुद्राक्ष में सूर्य के 12 रूप हैं। 12 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से जातक की कुंडली से सूर्य की बुरी दृष्टि खत्म हो जाती है। जिस व्यक्ति की कुंडली में सूर्य ग्रह उच्च राशि में स्थापित होता है। उसकी राशि में यदि किसी ग्रह का दोष होता भी है तो वह सूर्य के अच्छे प्रभाव से खत्म हो जाता है। लेकिन यदि किसी जातक का सूर्य खराब है और बाकी ग्रहों में कोई दोष नहीं हैं तब भी उसे अपने जीवन में कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। आइए जानते हैं कि ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार 12 मुखी रुद्राक्ष के लाभ क्या होते हैं।
12 मुखी रुद्राक्ष के लाभ
- 12 मुखी रुद्राक्ष को पहनने से सूर्य की कृपा बनती है। व्यक्ति के शरीर में कोई बीमारी प्रवेश नहीं कर सकती है। वह हमेशा स्वस्थ और हंसमुख रहता है।
- 12 मुखी रुद्राक्ष को पहनने से व्यक्ति के चेहरे में चमक और शरीर पर तेज रहता है। 12 मुखी रुद्राक्ष को पहनकर व्यक्ति के अंदर आत्मविश्वास बनता है और वह जीवन में सफलता की ओर अग्रसर होता है।
- ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार 12 मुखी रुद्राक्ष को यदि कोई पहनता है तो उसके जीवन में कभी कोई आर्थिक संकट नहीं आता है। उसे कभी भी धन की कमी महसूस नहीं होगी। जातक के व्यापार में दिन प्रतिदिन वृद्धि होगी और वह तरक्की प्राप्त करेगा।
- ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार 12 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने वाला जातक क्रोधित नहीं होता है उसके अंदर से क्रोध समाप्त हो जाता है। उसके अंदर आत्मबल आता है और उसके मानसिक और शारीरिक विकास में वृद्धि होने लगती है।
- ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार 12 मुखी रुद्राक्ष ग्रहण करने से जातक की कुंडली में लगे सूर्य ग्रह और राहु ग्रह के दोष नष्ट हो जाते हैं। और दूसरे कुंडली में सूर्य के मजबूत होने से अन्य ग्रहों का बुरा प्रभाव भी जातक पर नहीं पड़ता है।
- जिन लोगों को दिल की बीमारी होती है यदि वह ये रुद्राक्ष पहनते हैं तो उन लोगों की दिल की बीमारी खत्म हो जाती है। ये रुद्राक्ष अवसाद ग्रस्त व्यक्ति यदि पहनता है तो उसे अवसाद से छुटकारा मिल जाता है।
- ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार इस रुद्राक्ष में इतनी ताकत होती है कि यह त्वचा से सारे चर्म रोगों को खत्म करके त्वचा को सुंदर और सूर्य की तरह चमकने वाला बनाता है l
- ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार जो लोग राजनीतिज्ञ होते हैं और प्रशासनिक अधिकारी होते है। उनको यह रुद्राक्ष धारण करने से विशेष लाभ मिलता है। उनका दिमाग तेज चलता है और वह देश को भी प्रगति के मार्ग पर ले जाते हैं।
- ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार यदि आपके सिर में जोड़ों में और हड्डियों में दर्द रहता है तो आपको 12 मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए। इससे आपको लाभ मिलता है।
- ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार को व्यक्ति 12 मुखी रुद्राक्ष को धारण करता है वह किसी भी जानवर से नहीं डरता है और जानवरों से डटकर मुकाबला करता है।
12 मुखी रुद्राक्ष को कैसे धारण करें
यदि आप नहीं जानते कि 12 मुखी रुद्राक्ष को कैसे धारण करें तो हम आपको बताते हैं चूंकि 12 मुखी रुद्राक्ष सूर्य देव का प्रतीक माना जाता है इसलिए यदि 12 मुखी रुद्राक्ष को रविवार के दिन ग्रहण किया जाना चाहिए। ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार यदि 12 मुखी रुद्राक्ष को रविवार के दिन ग्रहण किया जाता है तो यह बहुत शुभ होता है। प्रत्येक रविवार को एक शुभ नक्षत्र पुष्य नक्षत्र आता है यदि इस दौरान 12 मुखी रुद्राक्ष को धारण किया जाता है तो जातक के लिए यह सबसे शुभ संकेत होता है।
12 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने के लिए सबसे पहले खुद स्नान करके अच्छे वस्त्र पहन लें अब एक साफ पात्र में गंगाजल डालकर उसमें रुद्राक्ष को अच्छे से पवित्र करें। अब इसको चंदन लगाएं। तत्पश्चात सूर्य देव का ध्यान करें और और नीचे दिए गए 12 मुखी रुद्राक्ष मंत्रों का जाप करें। जब जाप पूरा हो जाए तो एक रेशम का मजबूत धागा लेकर उसमें 12 मुखी रुद्राक्ष को डालें और उसे ग्रहण कर लें।
12 मुखी रुद्राक्ष मंत्र
ॐ सूर्याय नम:,
ॐ ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नम: (इस मंत्र का 108 बार जप करें)
आं क्रों श्रों रों नमः
ॐ ह्रीम् घृणिः सूर्य आदित्यः श्रीं
ॐ रों शों नम: ॐ नमः
12 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के नियम
12 मुखी रुद्राक्ष बहुत पवित्र होता है। यदि कोई इसको ग्रहण करता है तो धारण करने से पहले यहां दिए गए कुछ नियमों को जान लें तभी 12 मुखी रुद्राक्ष को धारण करें। यदि इस रुद्राक्ष को धारण करने के बाद इसके के सभी नियमों का पालन नहीं किया जाता है तो इसे धारण करने का कोई फायदा जातक को नहीं होता है।
- 12 मुखी रुद्राक्ष को ग्रहण करने के पश्चात जातक को मांस, मदिरा और तामसिक भोजन जैसे प्याज, लहसुन और लाल मिर्च इन सब चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए
- ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार यदि आप किसी की अंत्येष्टि से आते हैं या शमशान घाट के सामने से भी निकल रहे हैं तो 12 मुखी रुद्राक्ष को निकाल देना चाहिए अन्यथा वह अशुद्ध हो जायेगा और उसकी शक्तियां नष्ट हो जायेगी।
- रात के समय जब आप निद्रा के लिए जाएँ तो प्रतिदिन रुद्राक्ष को निकाल कर ही सोएं।
- यदि आप शारीरिक सम्बन्ध बना रहें हैं और अपने 12 मुखी रुद्राक्ष ग्रहण किया है तो पहले उसे उतार दें।
- यदि आपका रुद्राक्ष किसी वजह से छतिग्रस्त हो गया है या किसी कारण से अशुद्ध हो जाता है तो उसे तुरंत ही गंगा में विसर्जित कर दें।
- यदि आप शौचालय के लिए जाते हैं तो भी रुद्राक्ष को उतार कर जाना चाहिए।
- ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार यदि किसी महिला ने रुद्राक्ष धारण किया है तो माहवारी के दौरान इसे उतार कर पूजा स्थल में रखें।
- रुद्राक्ष का केवल एक मोती ही पहना जाता है इसकी पूरी माला बना कर न पहनें। एक मोती पहनने से ही इसका अत्यधिक लाभ जातक को मिलेगा।
- यदि आपने सही पूजा विधि अनुसार 12 मुखी रुद्राक्ष ग्रहण किया हुआ है तो ध्यान रखें की आप अपना पहना हुआ रुद्राक्ष किसी अन्य व्यक्ति को नहीं दें। ऐसा करने से आपकी कुंडली में सूर्य ग्रह का प्रकोप बढ़ सकता है।
- 12 मुखी रुद्राक्ष पहनने के बाद इसका विशेष ध्यान रखना होता है। अन्यथा यह एक मामूली मोती से ज्यादा कुछ भी नहीं होता है। प्रतिदिन सूर्य देव के नाम से 108 मंत्रों का जाप करें और सूर्य देव को प्रसन्न रखें।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न-
1. 12 मुखी रुद्राक्ष किसका प्रतीक है?
2. 12 मुखी रुद्राक्ष पहनने से क्या लाभ प्राप्त होता है?
3. 12 मुखी रुद्राक्ष किस दिन और कौन सा नक्षत्र में पहनना चाहिए?
4. 12 मुखी रुद्राक्ष किन राशियों के लिए सबसे शुभ होता है?
5. 12 मुखी रुद्राक्ष कैसे अशुद्ध हो सकता है?
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12 मुखी रुद्राक्ष ग्रहण करने के लिए इंस्टाएस्ट्रो के ज्योतिषी से बात करें।