
सीता हरण-
आप सभी जानते होंगे। रावण ने सीता का हरण किया था। पर क्या आप यह जानते हैं। रावण ने सीता का हरण कैसे किया था। और क्यों किया था।
आज हम आपको बताएँगे। सीता का हरण क्यों किया था। रावण ने किस प्रकार किया सीता का हरण।
रावण ने सीता का हरण क्यों किया?
सीता का हरण अपनी बहन शूर्पणखा का बदला लेने के लिए रावण ने किया था। शूर्पणखा अपने विवाह का प्रस्ताव लेकर राम के पास गई। राम के मना करने पर शूर्पणखा विवाह का प्रस्ताव लेकर लक्ष्मण के पास गयी। लक्ष्मण ने भी इस प्रस्ताव से इंकार कर दिया। तब शूर्पणखा क्रोधित हो गयी। बदला लेने के लिए सीता के पास पहुंची।सीता को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। यह जब लक्ष्मण ने देखा। तब लक्ष्मण ने शूर्पणखा की नाक को काट दिया था। शूर्पणखा ने यह अपमान सहन नहीं हुआ। यह बात शूर्पणखा ने अपने भाई रावण को बता दी। इसी वजह से रावण ने किया सीता का हरण।
रावण ने सीता हरण कैसे किया?
सीता हरण से पहले रावण सीता माँ की जासूसी कर रहा था। एक दिन रावण ने एक तरीके से लक्ष्मण और राम को सीता से दूर कर दिया। तब लक्ष्मण ने कुटिया के चारों और एक घेरा बनाया। जिसे लक्ष्मण रेखा खा जाता है। लक्ष्मण ने सीता माँ से निवेदन किया कि वह इस घेरे से बाहर ना निकले। जब रावण ने राम और लक्ष्मण को सीता से दूर जाते देखा। तब रावण ने चतुराई से एक बूढ़े भिखारी का रूप धर लिया।
सीता से भिक्षा मांगने लगा। सीता को बूढ़े भिखारी पर दया आ गयी। सीता भिक्षा देने के लिए लक्ष्मण द्वारा बनाये हुए घेरे से बाहर निकल गयी। बूढ़े भिखारी के रूप में रावण ने सीता को उठा कर अपने जादुई रथ में लेकर जाने लगा। सीता बहुत रोयी और मदद के लिए पुकारने लगी। सीता की मदद के लिए पक्षी जटायु आये। रावण को रोकने लगे। लेकिन रावण ने अपनी तलवार से जटायु के पंख को काट दिया। रावण सीता को उठाकर अपनी लंका में ले गया। सीता को कैद कर दिया। इस तरह रावण ने किया सीता का हरण।
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