
रामायण में आपने बहुत सी कथा सुनी और पढ़ी होंगी। राम और लक्ष्मण से जुड़ी कई कथाएं प्रचलित हैं। सीता माँ से जुड़ी कथाएं कम लोगों ने सुनी होगी। आज हम सीता से जुड़ी रोचक कथा बताने वाले हैं। माता सीता के जन्म का रहस्य, सीता कौन थी?,सीता का जन्म कैसे हुआ?
सीता कौन थी?
रामायण में देवी सीता की मुख्य भूमिका है। सीता जी राजा जनक की पुत्री थी। राजा जनक मिथिला के राजा थे। सीता का विवाह राजा दशरथ के पुत्र श्री राम से हुआ था। राम और सीता का स्वयंवर हुआ। राम ने शिव धनुष को भंग करके सीता से विवाह किया था। आइये जानते हैं सीता के जन्म का रहस्य?
सीता के जन्म का रहस्य-
मिथिला में पड़ा अकाल-
राजा जनक मिथिला के राजा थे। एक दिन मिथिला में अकाल पड़ा। तब राजा जनक ने ऋषि,मुनियों और विद्वानों से सलाह ली। ऋषि मुनियों ने कहा राजा जनक यदि आप स्वयं हल से भूमि को जोतेंगे। तब देव इन्द्र की कृपा से मिथिला का अकाल दूर हो सकता है। राजा जनक ने अपने राज्य से अकाल को खत्म करने के लिए और अपनी प्रजा के हित के लिए निर्णय लिया। राजा स्वयं हल चलाएंगे। राजा जनक ने हल से भूमि को जोतना शुरू किया। राजा जनक भूमि पर हल चला रहे थे। तभी हल जा कर एक जगह अटक गया।
सीता का जन्म-
राजा जनक का हल अटक गया। राजा जनक ने देखा तब हल की नोक एक स्वर्ण कलश में अटकी हुई थी। राजा जनक ने स्वर्ण कलश को निकाला। उस कलश में दिव ज्योति लिए एक नवजात कन्या थी। धरती माँ की कृपा से प्राप्त हुई इस कन्या को राजा जनक ने अपनी पुत्री मान लिया। कन्या कलश में हल लगने की वजह से राजा को मिली थी। इसी कारण सीता नाम रखा। क्योंकि हल की नोक को सीत कहा जाता है। ऐसे हुआ था था सीता का जन्म।
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