ज्योतिष शास्त्र में हस्तरेखा विज्ञान एक ऐसा विषय है जो ज्योतिष शास्त्र का काफी महत्वपूर्ण भाग माना जाता है। किसी व्यक्ति की हस्तरेखा उसका भूत, भविष्य और वर्तमान तय करती है। हस्तरेखा का अभिप्राय मनुष्य की हथेली में बनने वाली रेखाओं से है। हर मनुष्य की हस्त रेखाओं की बनावट अलग अलग होती है। इसी से व्यक्ति के गुण दोष तय होते है। हिन्दू शास्त्र में हस्तरेखा विज्ञान हजारों साल पुराना माना जाता है। भविष्य पुराण, स्कन्द शारीरिक शास्त्र, गरुड़ पुराण और स्कंद पुराण जैसे शास्त्रों में हस्त रेखा विज्ञान के बारे में विस्तार से बताया गया है।
व्यक्ति की हथेली में जीवन रेखा, हृदय रेखा और आदि रेखाओं के अलावा 9 ग्रहों से संबंधित पर्वत भी देखने को मिलते है। जो व्यक्ति के जीवन पर शुभ या अशुभ प्रभाव डालते है। इन 9 ग्रहों में ऐसा ही एक पर्वत शुक्र है जिसे व्यक्ति के जीवन में सुख, सौंदर्य और विलासिता का चिन्ह माना जाता है।
शुक्र पर्वत की ऐसी ही कुछ विशेषताओं के बारे में नीचे बताया गया है:
व्यक्ति के लिए शुक्र लाता है शुक्र पर्वत-
वैसे तो हिन्दू धर्म शास्त्रों में शुक्र पर्वत को धन और सौभाग्य की निशानी माना गया है। इसके अलावा इसे सौंदर्य, वैभव और यश का देवता भी कहा जाता है। जिन व्यक्ति की हथेली में शुक्र पर्वत अच्छा होता है। उस व्यक्ति में शासन करने की क्षमता गजब की होती है। वह अपनी हाजिर जवाबी से सबको प्रभावित करते रहते है। दिखने में बेशक सुंदर न हों लेकिन उनका व्यक्तित्व काफी आकर्षक होता है। इनकी महत्वाकांक्षा प्रबल होती है। 21 सितंबर से 27 अक्टूबर के बीच जन्मे व्यक्ति पर शुक्र पर्वत का नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। उन्हें मानसिक तनाव अधिक झेलना पड़ता है।
शुभ और अशुभ परिणाम लाता है व्यक्ति की हथेली पर शुक्र पर्वत-
अंगूठे के निचले हिस्से से शुक्र पर्वत शुरू होता है। व्यक्ति की हथेली में शुक्र पर्वत का उभार, उसके जीवन में उचित या अनुचित समय लेकर आता है। अगर किसी व्यक्ति की हथेली में शुक्र पर्वत का उभार है तो वह व्यक्ति काफी भाग्यशाली होता है। लेकिन शुक्र पर्वत का उभार अधिक हो तो व्यक्ति को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जैसे- व्यक्ति अधिक कामुक स्वभाव का होता है। व्यक्ति किसी एक के साथ संबंध में रहने को अपने ऊपर बोझ सा मानने लगता है। इसलिए इनके एक से अधिक लोगों के साथ प्रेम संबंध होते है। शारीरिक सुख को यह सबसे ऊपर रखते है। इसके अलावा इन्हें अपने किए कुछ गलत काम का कोई पछतावा भी नहीं होता है।
इसके विपरीत जिस व्यक्ति का शुक्र पर्वत दबा हुआ रहता है। तो उस व्यक्ति को शरीर से संबंधित कई तकलीफों का सामना करना पड़ता है। हमेशा बीमार रहने की वजह से वह कोई भी काम ठीक से नहीं कर पाते। इन्हें अपने रोज के छोटे मोटे कार्यों के लिए भी किसी अन्य पर निर्भर रहना पड़ता है। इसके अलावा इनमें आत्मविश्वास की कमी भी होती है और यह मन से भी कमजोर रहते है।
अपने करियर के मामले में भी इन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। पुलिस जेसी परिश्रमी नौकरी में जाने का उनका सपना, सपना ही रह जाता है। शुक्र पर्वत दबा हुआ होने के कारण व्यक्ति में चारित्रिक दोष पाया जाता है। अपने दबे हुए शुक्र पर्वत को सुधारने के लिए व्यक्ति को एकादशी का उपवास करना चाहिए, शिव जी की उपासना करनी चाहिए, ब्रह्म मुहूर्त में उठने की आदत डालनी चाहिए और अन्य उपाय करने चाहिए।
पारिवारिक जीवन के लिए कैसा संकेत लाता है हथेली में शुक्र पर्वत पर तिल-
अगर किसी व्यक्ति की हथेली में शुक्र पर्वत पर तिल हो तो अक्सर ऐसे लोगों का दांपत्य जीवन काफी उलझन भरा होता है। इनकी अपने जीवन साथी के साथ बिल्कुल नहीं बनती। घर में हमेशा क्लेश की स्थिति रहती है। अपने जीवनसाथी के साथ अनबन रहने के साथ उनकी आर्थिक स्थिति भी काफी कमजोर होती है। इनके ऊपर कर्जदारों का कर्ज चुकाने का डर बना रहता है। शुक्र पर्वत पर तिल होना व्यक्ति को दुर्भाग्य की ओर ले जाता है।
प्रेम के बारे में क्या कहता है आपकी हथेली का शुक्र पर्वत-
शुक्र पर्वत प्रेम के मामले में काफी अच्छा माना जाता है। इसलिए शुक्र को प्रेमपूर्ण ग्रह भी कहते है। परिस्थितियों के अनुसार शुक्र पर्वत प्रेम और प्रेमी जोड़ों के लिए एक वरदान के समान है। लेकिन यह देखना भी जरूरी है कि आपके शुक्र पर्वत की स्थिति क्या है। अगर आपका शुक्र पर्वत दबा हुआ या चपटा है तो आपको अपने जीवन में प्रेम को पाने के लिए काफी प्रयास करना पड़ता है। साथ ही ऐसे लोगों में व्यक्तित्व आकर्षण की कमी भी होती है। इनकी विलासिता की चीजों में बिल्कुल भी रूचि नहीं होती। इसलिए इनकों जीवनसाथी मिलने में भी कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। शादीशुदा जोड़ो में अक्सर तलाक होने की संभावना बनी रहती है। इनका वैवाहिक जीवन अच्छा नहीं रहता। इसके अलावा इन्हें अपनी नौकरी, व्यापार में भी हानि उठानी पड़ती है।
शुक्र पर्वत पर त्रिभुज का निशान-
हथेली में शुक्र पर्वत पर त्रिभुज का निशान व्यक्ति के भाग्यशाली होने का संकेत देता है। ऐसे व्यक्तियों को हर कार्य में सफलता मिलती है। ये जिस किसी भी काम में अपना हाथ ड़ालते है तो इनका वह काम जल्द ही पूरा हो जाता है। इनके भाग्य में लग्जीरियस लाइफ का योग होता है। इन्हें पैसे कमाने के लिए ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती। शुक्र पर्वत पर त्रिभुज के निशान वाले लोगों के पास पैसा खींचा चला आता है। जिन लोगों की हथेली पर चंद्र रेखा पर त्रिभुज के समान की आकृति बनी होती है। वैसे लोगों के जीवन में विदेश यात्रा का योग होता है। हस्तरेखा लकीरों का खेल है। लेकिन किसी व्यक्ति के हाथ में ज्यादा लकीरें उसके दुर्भाग्य का कारण बनती है। खासकर जब वह लकीरें असामान्य तरीके की बनावट लिए हो।
शुक्र पर्वत के ऊपर त्रिभुज की खासियत-
शुक्र पर्वत के ऊपर त्रिभुज वाले जातक लोगों के मन को मोहने में माहिर होते है। इन्हें लोगों का दिल जीतना आता है। इनकी वाणी की सौम्यता से सब इनके प्रशंसक बन जाते है। शुक्र पर्वत पर त्रिभुज वाले जातक काफी लकी माने जाते है। हथेली में शुक्र पर्वत के ऊपर त्रिभुज व्यक्ति की सौम्यता को दिखाते है। ऐसे व्यक्ति का दिल बहुत कोमल और बड़ा होता है। ऐसे लोग कभी दूसरों का बुरा नहीं सोचते और हमेशा दूसरों की मदद करने के लिए उपलब्ध रहते है। इन लोगों की नेतृत्व क्षमता गज़ब की होती है। यह हर कार्य सोच, समझकर करते है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न-
1. शुक्र पर्वत क्या है?
2. शुक्र पर्वत पर तिल का होना क्या संकेत देता है?
3. कौन सी जगह पर तिल शुभ माना जाता है?
4. सुख-समृद्धि के लिए हथेली पर शुक्र की कैसी स्थिति होनी चाहिए?
5. पैर के तालू पर तिल होने से क्या होता है?
6. हस्तरेखा क्या होती है?
7. हथेली पर क्रॉस का निशान हो तो क्या होता है?
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