
भारतीय मसालों में हल्दी सबसे महत्वपूर्ण होती है। इसके कई वैज्ञानिक और आयुर्वेदिक फायदे भी होते हैं। हल्दी के अनेक स्वास्थ्य लाभ होते हैं।
हल्दी की गांठ तथा हल्दी का पत्ता दोनों ही अत्यंत लाभकारी होते हैं। अतः प्राचीन काल से ही इसे एक जड़ी बूटी के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
हल्दी का ज्योतिष विधा से संबंध
भारतीय ज्योतिष शास्त्र में भी हल्दी की गांठ को शुभ माना जाता है। विवाह आदि मांगलिक कार्यों में इसका उपयोग किया जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हल्दी बृहस्पति ग्रह से संबंधित होती है। इसलिए हिंदू परंपराओं में हर शुभ कार्य से पूर्व इसका उपयोग करना फलदायी माना जाता है।
हल्दी के लाभ
- मान्यता है कि हल्दी से जातक का सौभाग्य और धन बढ़ता है।
- अच्छे स्वास्थ्य और स्वस्थ जीवन में भी हल्दी का योगदान होता है।
- भगवान गणेश की प्रतिमा उतारने के लिए हल्दी की जड़ का उपयोग किया जाता है।
हल्दी का इतिहास
वैदिक संस्कृति में चार हजार वर्षों से हल्दी एक पीली जड़ी बूटी के रूप में इस्तेमाल हो रही है। हल्दी शब्द संस्कृत के हरेंद्र से बना है। दक्षिण भारत में इसे मंजल कहा जाता है। लैटिन शब्द टेरा मेरिटा से हल्दी नाम निकला है जिसका अर्थ होता है मेधावी पृथ्वी।
आइये इंस्टाएस्ट्रो के ज्योतिष से जानते हैं हल्दी शास्त्र और हल्दी के गांठ उपाए के बारे में।
विज्ञान की दृष्टि से हल्दी के उपाय –
- हल्दी में शक्तिशाली औषधीय गुण होते हैं। शरीर की चोट पर हल्दी की गांठ को घिसकर लगाने से जल्दी आराम मिलता है।
- यह एक प्राकृतिक विरोधी यौगिक है। ये शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है। दूध में पिसी हल्दी मिलाकर पीने से रोगों से लड़ने की ताकत बढ़ जाती है।
- हृदय रोग को रोकने में हल्दी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। नियमित रूप से हल्दी का सेवन करने से कैंसर से भी लड़ा जा सकता हैं।
सौंदर्य जगत में हल्दी के उपाय
हल्दी के कई सौंदर्य लाभ होते हैं। त्वचा की विभिन्न समस्याओं का इलाज करने में हल्दी मददगार होती है। हल्दी का पेस्ट लगाने से त्वचा में चमक और निखार आता है।
ज्योतिष विद्या में हल्दी के उपाय
भारतीय शादी परंपरा के अनुसार हल्दी समारोह एक पूर्व-विवाह रस्म होती है। इसमें दूल्हा और दुल्हन को तेल और पानी के साथ हल्दी लगाई जाती है। मान्यता है कि हल्दी के इस मिश्रण से नये युगल को शुभ फल मिलता है। हल्दी को सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है। इसका चमकीला पीला रंग वैवाहिक जीवन की शुरुआत करने के लिए शुभ होता है। इससे नये जोड़े को समृद्धि मिलती है। इसके अतिरिक्त मान्यता है कि हल्दी में बुरी नज़र और नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट करने की शक्ति होती है।
आयुर्वेद के अनुसार हल्दी के उपाय
- पाचन प्रकिया को बढ़ावा मिलता है। इससे मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र ही बेहतर होता है।
- शरीर में रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रण में रखने के लिए हल्दी सहायक होती है।
- इसके प्रयोग से हृदय और संचार प्रणाली को भी पोषण मिलता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हल्दी की गांठ के उपाय
हल्दी के इस्तेमाल से जातक की किस्मत चमक सकती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हल्दी के उपयोग से जीवन में तरक्की के नए रास्ते खुल जाते हैं। आइये जानते हैं हल्दी के गांठ उपाए –
बृहस्पति ग्रह को मजबूत करने के लिए गुरुवार के दिन पीले रंग के धागे में हल्दी की गांठ बांधे। इसे अपने हाथ या गर्दन में पहन लें।
यह उपाय बृहस्पति ग्रह के रत्न पुखराज के समान प्रभावी माना गया है। इस उपाय से आपके सारे बिगड़े काम बन जाएंगे।
इसके अलावा, गुरुवार के दिन नहाने के पानी में एक चुटकी हल्दी मिलाकर स्नान करें। ऐसा करने से जीवन की सभी बाधाएं स्वतः ही दूर हो जाती हैं।
हल्दी का तिलक लगाने से भी फायदा मिलता है।
हल्दी की गांठ के कुछ अन्य उपाय
- यदि कुंडली में बृहस्पति ग्रह कमजोर है, तो गुरुवार के दिन जंगली हल्दी की जड़ को अपनी गर्दन या कलाई पर बांधें।
- गुरुवार के दिन ब्राह्मणों और गरीबों को हल्दी चावल का दान करें।
- घर को नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षित रखने के लिए प्रवेश द्वार पर हल्दी से स्वास्तिक बनाएं।
- पूजा या अन्य मांगलिक कार्यों के दौरान हल्दी मिले पानी को घर में छिड़कने से बुरी शक्तियों नष्ट हो जाती हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न –
1. हल्दी की गांठ और हल्दी का पत्ता क्यों महत्वपूर्ण है?
2. हल्दी का ज्योतिष शास्त्र से क्या संबंध है?
3. हल्दी के औषधीय गुण क्या हैं?
4. हल्दी कैसे बचाती है बुरी नज़र से?
5. हल्दी के उपाय क्या है?
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