बर्थस्टोन को हिंदी में रत्न कहा जाता है। जो व्यक्ति के जन्म के महीनों के अनुसार तय किए जाते है। यह प्रत्येक व्यक्ति की जन्म या नाम राशि का प्रतिनिधित्व करते है। अपने महीने के हिसाब से रत्न धारण करना व्यक्ति के लिए बहुत शुभ माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र में भी हर महीने के हिसाब से रत्न निर्धारित किए गए है। जैसे जनवरी के लिए गारनेट रत्न, फरवरी के लिए नीलम रत्न और अप्रैल के लिए हीरा रत्न आदि। अप्रैल मंथ में जन्में लोग वैसे भी बहुत खास होते है और इनका भाग्य रत्न हीरा है। जो इनके हर कार्य में चार चांद लगाता है। आज हम इस लेख में अप्रैल मंथ में जन्मे लोगों की खूबियों और इनके डायमंड रत्न की विशेषताओं के बारे में जानेगे।
जाने कैसा होता है अप्रैल मंथ में जन्मे लोगों का व्यक्तित्व-
अप्रैल मंथ में जन्में लोगों में ऐसे तो अनेक खूबियां होती है। जिनका वर्णन चंद शब्दों में करना मुश्किल है। नीचे अप्रैल जन्म व्यक्तित्व की निम्नलिखित खूबियों का उल्लेख किया गया है।
साहसी होते है अप्रैल में जन्मे लोग-
अप्रैल में जन्मे लोगों की सबसे बड़ी खासियत यह होती है। कि यह लोग कठिन से कठिन परिस्थिति का हंसके सामना करना जानते है। विपरीत परिस्थितियों में भी यह हमेशा सकारात्मक बने रहते है।
होते है कलाकार-
जिन व्यक्तियों का जन्मदिन अप्रैल में आता है। वह अपनी बाल्यावस्था से ही कलाकार होते है। दुनिया के लिए बेकार समझने वाली चीजों में भी कला को देखने की रुचि इन्हें सबसे अनोखा बनाती है।
अपने पैशन के प्रति होता है इनका झुकाव-
अपने काम को लेकर अप्रैल माह में जन्मे जातक बहुत पैशनेट होते है। इसलिए यह अपने करियर का चुनाव भी अपने पैशन को देखकर करते है। जो इन्हें जीवन के हर पक्ष में बहुत आगे ले जाता है।
दोस्तों के होते है जिगरी-
अप्रैल जन्म व्यक्तित्व की अन्य खासियत यह है। कि यह अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के बीच काफी लोकप्रिय होते है। जो इनके भावनात्मक पक्ष को दिखाता है।
ज्ञानी माने जाते है अप्रैल में जन्मे लोग-
डा. भीमराव अम्बेडकर को देश का विधि निर्माता कहा जाता है। ज्योतिष शास्त्र भी इस बात को मानता है। कि अम्बेडकर जैसी शख्सियत का जन्म सिर्फ अप्रैल माह में ही होता है। अम्बेडकर जी के उदाहरण से ही पता चलता है कि अप्रैल में जन्मे जातक कितने ज्ञानी होते है।
इंस्टाएस्ट्रो के ज्योतिषी से जानिए क्या है अप्रैल का बर्थस्टोन-
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक अप्रैल का बर्थस्टोन हीरा है। जो विभिन्न प्रकार के रंगों में आता है। जैसे लाल, हरा, नीला, पीला, बैंगनी आदि। दुनिया के सभी रत्नों में डायमंड को सबसे महंगा, कठोर और अनमोल रत्न माना गया है। जिसे अंग्रेजी में अप्रैल बर्थस्टोन या के नाम से पुकारा जाता है। जो अप्रैल माह में जन्मे जातक का भाग्य चमकाने में सहायक होता है
डायमंड धारण करने के लाभ-
दर्शाता है शुक्र ग्रह की मजबूत स्थिति-
हीरा रत्न धारण करने से व्यक्ति की कुंडली में शुक्र ग्रह की स्थिति मजबूत होती। शुक्र ग्रह को विलासिता, यश और वैभव के लिए जाना जाता है। जो व्यक्ति को लग्जीरियस लाइफ देता है।
आंखों की समस्या को करता है दूर-
अगर आपकी आंखे कमजोर है। तो ज्यातिषी के अनुसार डायमंड धारण करना आपके लिए काफी फायदेमंद है। क्योंकि यह आपकी आंखों की रोशनी को बढ़ाने के साथ साथ आपकी त्वचा को भी निखारता है।
कला क्षेत्र में लगे व्यक्तियों के लिए है सौभाग्यपूर्ण-
जो लोग कला या लेखन कार्य में रुचि रखते है। उनके लिए डायमंड भाग्यशाली सिद्ध होता है। जो उनकी कला और लेखन शैली में गुणवत्ता लाता है।
निरोग होने का देता है आशीर्वाद-
यदि आप एक स्वस्थ और निरोग जीवन जीना चाहते है। तो आपको डायमंड रत्न धारण करना चाहिए। जो आपकी आयु में बढ़ोतरी का कारक बनता है।
डायमंड बर्थस्टोन अप्रैल में जन्में लोगों की समस्या का है हल-
- डायमंड बर्थस्टोन के जातक हर किसी के लिए एक गुड लक की तरह साबित होते है। जिनके पास हर किसी की समस्या का हल होता है।
- स्वास्थ्य के हिसाब से भी डायमंड बर्थस्टोन के जातक भाग्यशाली होते है।
- यह दूसरों की भावनाओं की दिल से कदर करते है। लेकिन अगर इनकी भावनाओं को कोई आहत करता है। तो यह फिर कभी उस व्यक्ति की तरफ मुड़ कर भी नहीं देखते।
- डायमंड बर्थस्टोन धारण करना एक ऐसा अचूक उपाय है। जो जातक की आर्थिक समस्याओं का भी हल करता है।
- डायमंड बर्थस्टोन वाले लोग हीरे की तरह चमकते है। जिनके मार्ग में कोई भी बाधा आ जाए। यह कभी नहीं घबराते।
- हिंदू धर्म और ज्योतिष शास्त्र में यह कहावत है। कि जो व्यक्ति अपनी उंगली में हीरे की अंगुठी या किसी भी रुप में हीरे के रत्न को धारण करता है। उसके लिए सौभाग्य के द्वार खुल जाते है।
- शुक्र ग्रह डायमंड बर्थस्टोन के लिए शासक ग्रह की भुमिका निभाता है। यदि व्यक्ति की कुंडली में शुक्र ग्रह की स्थिति अच्छी है। तो उसे विपरीत परिस्थितियों में भी लाभ की प्राप्ति होती है।
- इसके अलावा अप्रैल बर्थस्टोन के जातकों के साथ रहने वाले अन्य व्यक्तियों को धन, समृद्धि, यश और वैभव की प्राप्ति होती है।
जाने हीरा रत्न धारण करने की विधि-
कई लोग बिना सोचे समझे कोई भी रत्न धारण कर लेते है। जिसके उन्हें नकारात्मक परिणाम भुगतने पड़ते है। इसलिए ज्योतिष की सलाह के अनुसार ही कोई रत्न धारण करें। जो आपके जन्म मंथ से मेल खाता हो। खासकर हीरा। आइए इंस्टाएस्ट्रो के ज्योतिषी से हीरा रत्न धारण करने की विधि के बारें में जानते हैं।
-हिंदू धर्म में शुक्ल पक्ष को बहुत महत्व दिया जाता है। इसलिए शुक्ल पक्ष के महिने में ही हीरा धारण करना चाहिए।
-हीरा धारण करने का सबसे शुभ दिन शुक्रवार माना जाता है। आप चाहे तो ज्योतिषी के सलाह के अनुसार किसी अन्य शुभ दिन पर भी हीरा धारण कर सकते है।
-हीरा धारण करने से पहले इसे गंगाजल, दूध आदि पवित्र चीज़ों में शुद्ध करें। फिर अपनी अंगुली में इसे धारण करें।
– अगर आप हीरे की अंगूठी पहनने के शौकीन है। तो अपनी अनामिका उंगली में ही हीरे की अंगूठी धारण करें। अनामिका उंगली में ही हीरे की अंगूठी को वैदिक ज्योतिष में भी बहुत शुभ माना जाता है।
-इसे सोने या चांदी की धातु में जड़वाकर भी धारण किया जा सकता है। या फिर आप हीरे को पैंडेंट, कंगन आदि रुपों में भी पहन सकते है।
-अप्रैल माह में जन्में जातकों को ही हीरा पहनना चाहिए।
हीरा धारण करने के नुकसान-
रत्न शास्त्र के अनुसार हर रत्न धारण करने के कुछ गुण होते है। तो कुछ अवगुण। ऐसी ही बात डायमंड रत्न के लिए लागू होती है। आइए जानते है हीरे धारण करने के नुकसान क्या क्या है।
मन में लाता है घमंड-
क्योंकि हीरा बहुत बहुमूल्य रत्न है। मात्र कुछ अमीर व्यक्ति ही इसे खरीद सकते है। यदि किन्ही कारणों से हीरा किसी ऐसे व्यक्ति के पास आ जाए। जो इसे खरीदने में सक्षम न हो। तो यह रत्न उस व्यक्ति के मन में घमंड का भावना पैदा करता है। जो भविष्य में उस व्यक्ति के लिए अनिष्टकारी सिद्ध होता है।
कई राशियों के लिए है अशुभ-
मेष, सिंह, वृश्चिक, धनु और मीन ज्योतिष शास्त्र में ऐसी राशियां है। जिनके लिए हीरे को अशुभ माना गया है। हालांकि अन्य कारकों पर इन राशियों के शुभ प्रभाव देखे जाते है।
आर्थिक स्थिति को करता है खराब-
कई लोगों को हीरा पहनना सूट नहीं करता। जिस कारण उनकी आर्थिक स्थिति संकट में पड़ जाती है। गुजरते समय के साथ व्यक्ति की आर्थिक स्थिति बद से बदतर होती जाती है।
शुक्र ग्रह का भी पड़ता है प्रभाव-
यदि व्यक्ति की कुंडली में शुक्र की दशा अच्छी नहीं है। तो ऐसे में हीरा धारण करने से व्यक्ति को रोज अशुभ समाचार सुनने को मिलते है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
1. कौन सी राशि को हीरा धारण करना चाहिए?
2. कितने दिन में हीरा अपना असर दिखाना शुरु करता है?
3. क्या होती है शुद्ध हीरे की पहचान?
4. पुरुषों को कौन सी अंगुली में हीरा पहनना चाहिए?
5. हीरा पहनने से क्या लाभ होता है?
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पन्ना पहनना से किन राशियों को होता है लाभ। जानने के लिए आज ही इंस्टाएस्ट्रो के ज्योतिषी से संपर्क करें।