जयमाला क्या है?
जयमाला भारतीय विवाह में होने वाली एक परंपरा है। इस परंपरा में विवाह के दौरान वर और वधु एक दूसरे को जयमाला पहनाते हैं। यह परंपरा प्राचीन और आदिकाल समय से चली आ रही गई। जय माला को वरमाला के नाम से भी जाना जाता है। जयमाला का अर्थ बहुत ही गहरा होता है। विवाह में जब वर और वधू एक दूसरे के गले में जब वरमाला पहनाते हैं। तो विवाह संबंध मजबूत होता है। प्राचीन काल में जब राजकुमारियां स्वयम्बर में वर का चुनाव करती थी। तब वरमाला को वर के गले में पहना कर अपना वर चुनती थी।
भारतीय विवाह में जयमाला एक रस्म है। चाहे विवाह किसी भी धर्म और अलग-अलग रीति- रिवाज़ का हो। इस रस्म का पालन जरूर किया जाता है। वरमाला फूलों द्वारा बनायी जाती है। ज्यादातर वरमाला में गुलाब के फूलों का इस्तेमाल होता है। कहा जाता है कि गुलाब के फूल स्नेह के प्रतीक होते हैं। पौराणिक कहानियों में वरमाला का उल्लेख मिलता है। जैसे- सिया राम जी का विवाह, पृथ्वीराज का विवाह, शिव और गौरी का विवाह आदि। पौराणिक कथाओं के अनुसार इनके विवाह में वरमाला का उपयोग किया गया था। वरमाला में फूलों का बहुत अधिक महत्व होता है।
जयमाला की रस्में कब होती हैं?
वर और वधू एक दूसरे को विवाह स्थल पर पहली बार देखते हैं। तब जयमाला की रस्म होती है। इस रस्म में वर और वधू एक दूसरे को जयमाला पहनाते हैं। विवाह स्थल पर यह रस्म होती है। इस रस्म में वर विवाह के मंच पर इन्तजार करता है। वधू जब मंच पर आती है। जब इस रस्म का पालन होता है। इसके पश्चात वर और वधू एक दूसरे को वरमाला पहनाते हैं। वरमाला का समारोह यह दर्शाता है कि वर और वधू ने एक दूसरे को अपने जीवन की साझेदारी दे दी है। एक दूसरे को पूर्ण रूप से अपना मान लिया है। यह एक उत्साह से भरा हुआ पल होता है। वधू और वर पक्ष के लोग हसीं ठिठोली करते हैं। विवाह में यह रस्म बहुत महत्वपूर्ण है।
जयमाला का महत्व क्या है?
जयमाला का महत्व भारतीय विवाह में बहुत अधिक होता है। जयमाला में फूल उत्साह और सुंदरता का प्रतीक होते हैं। जयमाला में एक तरह की भावना छिपी होती है। जो वर और वधू एक साथ दिल से जुड़ जाते हैं। जयमाला में जैसे धागा फूलों को बांधे रखता है। उसी प्रकार जयमाला रस्म के बाद वर और वधू एक दूसरे से बंध जाते हैं। जयमाला वर और वधू का साथ निभाने का प्रतीक है। ये एक दूसरे के बुरे और अच्छे वक्त को साझा तथा जीवन के उतार चढ़ाव को साथ निभाने की कसमें खाते हैं। जयमाला का धागा दो लोगों को एक दूसरे में बांधता है। विवाह में जयमाला वर और वधू को विवाह स्वीकारने का प्रतीक माना जाता है। इसलिए जयमाला का महत्व भारतीय विवाह में सबसे अधिक होता है।
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