सूर्य ग्रह प्रत्येक महीने में एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करता है। सूर्य के उस गोचर को संक्रांति के नाम से जाना जाता है। सिंह संक्रांति को सिम्हा संक्रांति के नाम से भी जाना जाता है। आने वाले महीने अगस्त में सूर्य सिंह राशि में गोचर करेगा। इस दौरान सूर्य कर्क राशि से सिंह राशि में परिवर्तन करेगा। ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार सिम्हा संक्रांति (Simha Sankranti) पर सूर्य देव, भगवान विष्णु और भगवान नरसिंह की पूजा करने का महत्व होता है। तीनो ही देवता की सिंह संक्रांति पर पूजा करने से विशेष फल जातक को प्राप्त होता है।
सिंह संक्रांति पर सूर्य के सिंह राशि में गोचर करने से प्रत्येक राशि पर इसका कुछ न कुछ प्रभाव पड़ेगा। सिम्हा संक्रांति (Simha Sankranti) पर गाय का शुद्ध घी खाने का विशेष महत्व होता है। ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार सिंह संक्रांति 2023 पर घी खाने से आपका मानसिक संतुलन और स्वास्थ्य बना रहा है। सिंह संक्रांति 2023 के दिन घी खाने से जातक को कभी कोई रोग भी नहीं लगता है। उत्तराखंड में सिंह संक्रांति को घीया संक्रांत या ओल्गी संक्रांति के नाम से ही अधिकतर लोग जानते हैं। आइए जानते हैं, सिंह संक्रांति कैसे मनाई जाती है?
सिंह संक्रांति 2023 तिथि
सिंह संक्रांति 17 अगस्त 2023 को गुरुवार के दिन पड़ रही है।
सिंह संक्रांति पुण्यकाल
सिंह संक्रांति पुण्यकाल समय 17 अगस्त 2023 सुबह 7 बजकर 11 मिनट से शुरू होकर दोपहर 1 बजकर बजकर 35 मिनट तक रहेगा।
सिंह संक्रांति महा पुण्यकाल
17 अगस्त 2023 दोपहर 1 बजकर 11 मिनट से शुरू होकर 1 बजकर 35 मिनट तक रहेगा।
सिंह संक्रांति अनुष्ठान और पूजा विधि
- सिंह संक्रांति के दिन सुबह जल्दी उठकर पवित्र नदी में स्नान करना शुभ माना गया है। चूंकि इस समय सभी पवित्र नदियां पानी के उफान पर रहती हैं इसलिए गंगाजल को पानी में मिला कर भी स्नान किया जा सकता है।
- स्नान आदि के पश्चात उगते हुए सूर्य को यह मंत्र बोलते हुए ‘ओम् आदित्याय विद्महे सहस्र किरणाय धीमहि तन्नो सूर्य: प्रचोदयात्’ तांबे के शुद्ध बर्तन में कुमकुम, गुलाब और पीले फूलों को गंगा जल में मिलाकर सूर्य देव को जल अर्पित करे
- इसके पश्चात एक थाली में घी का दीपक प्रज्वलित करें उसमें थोड़े से पुष्प, मिष्ठान और चन्दन रखें और यह मंत्र का जाप करते हुए तीन बार सूर्य देव की आगे खड़े होकर थाली लेकर परिक्रमा करें ‘ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा’।
- परिक्रमा करने के पश्चात सूर्यदेव के आगे अपनी मन की इच्छाओं को पूरी करने का फल मांगें और दोनों हाथों को जोड़कर नमस्कार करें।
- अब भगवान विष्णु और भगवान नरसिम्हा की पूजा करें। एक साफ स्थान पर चौकी रखें और उसपर भगवान विष्णु और भगवान नरसिम्हा की प्रतिमा को स्थापित करें। प्रतिमा को गंगाजल में नारियल का पानी मिलाकर स्नान कराएं और पीले रंग के वस्त्र पहनाएं।
- अब भगवान विष्णु और भगवान नरसिम्हा की पूजा शुरू करें। उनके चरणों में मिठाई, फल और ताजे पुष्पों को अर्पित करें। घी का दीपक और धूप जलाएं।
- अब भगवान के आगे बैठ कर सूर्य देवता, भगवान, विष्णु और भगवान नरसिम्हा के मंत्रों का जाप करें और श्लोकों को पढ़ें।
- इसके पश्चात आरती करें और सभी मौजूद लोगों शुद्ध भाव के साथ प्रसाद को वितरित करें। खुद भी प्रसाद ग्रहण करें।
- अब भगवान विष्णु और भगवान नरसिम्हा के चरणों को स्पर्श करके उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।
सिंह संक्रांति महत्व
हिंदू धर्म में सिंह संक्रांति का महत्व विशेष बताया गया है। सिंह संक्रांति मुहूर्त अनुसार करनी चाहिए। यह हिंदू महीनों के अनुसार भाद्र मास की शुरुआत में मनाई जाती है। सूर्य का कर्क राशि से सिंह राशि में गोचर सिंह संक्रांति कहलाता है। इसका सभी राशियों पर प्रभाव भी पड़ता है। सिंह संक्रांति को भारत के राज्य तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में सिंह संक्रांति को बहुत धूमधाम से मनाया है। ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार ऐसा माना जाता है कि, सिंह संक्रांति पर घी खाना भी बहुत महत्वपूर्ण होता है। सिंह संक्रांति पर घी खाने से याददाश्त मज़बूत होती है। इससे सभी बीमारियां जैसे वात, पित्त और बुखार आदि कभी नहीं होती है। ऐसा कहा जाता है की जो इस संक्रांति पर घी नहीं खाता है उसका अगला जन्म इंसान का नहीं होता है।
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार इस व्रत पर दान भी किया जाता है। भगवान विष्णु और भगवान नरसिम्हा की पूजा करने के बाद भक्तों को दोनों भगवान का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। इस दिन सूर्य को जल अर्पित करने से और पवित्र नदी में स्नान करने से घर में आर्थिक समृद्धि, बुद्धि और ज्ञान प्राप्त होता है।
सिंह संक्रांति पर राशियों पर प्रभाव
1. मेष राशि
सिंह संक्रांति के दिन सूर्य मेष राशि के पांचवें घर में प्रवेश करेगा। सिंह राशि का गोचर मेष राशि के जातकों के लिए अधिक चुनौतीपूर्ण महीना रहेगा। लेकिन मेष राशि अपनी मेहनत और दृढ़ संकल्प से इन चुनौतियों का सामना करेगी और सफलता प्राप्त करेगी। सूर्य के इस गोचर के दौरान आपकी सभी योजनाएं सफल होंगी और आप तरक्की करेंगे। अपने प्रेम संबंधों में ध्यान देने की आवश्यकता होगी।
2. वृषभ राशि
सिंह संक्रांति के दिन वृषभ राशि के चौथे घर में प्रवेश करेगा। वृषभ राशि के व्यक्तियों को किसी दूसरे व्यक्ति के साथ जमीन खरीदने की सम्भावना है। हालांकि ये राशि इस समय अवधि के दौरान अधिक ख़र्चीली हो जाएगी और ख़र्च करते समय नहीं सोचेगी जो नुकसानदायक हो सकता है। यदि आप कहीं किसी कार्य में पैसा लगा रहे हैं तो एक बारे उसके बारे में पूरी तरह से अवगत होना जरूरी है। घंमड अधिक बढ़ जायेगा जो रिश्तों को प्रभावित करेगा। आपके कार्यस्थल पर लोग आपसे जरूरी निर्णय लेने से पहले बात कर सकते हैं।
3. मिथुन राशि
सिंह संक्रांति के दिन मिथुन राशि के तीसरे घर में सूर्य प्रवेश करेगा। मिथुन राशि के लिए सूर्य का यह गोचर अत्यंत लाभकारी होगा। कार्यस्थल में सफलता प्राप्त होगी। बहुत अधिक बड़े और जरुरी निर्णय यदि आप इस दौरान लेते हैं तो वह आवश्यक ही सफल होंगे और आपको प्रसन्नसा प्राप्त होगी। इस दौरान दौरान आप जो भी योजना बनाएंगे वह सफल होगी अतः आप इस समय में अपने मन की बात सुन सकते हैं। इस दौरान यात्रा करना शुभ होगा यह समय आपको नए अवसर प्रदान करेगा।
4. कर्क राशि
सिंह संक्रांति के दिन कर्क राशि के दूसरे घर में सूर्य प्रवेश करेगा। कर्क राशि के धन में वृद्धि हो सकती है। आपकी बनाई गयी सभी योजनाएं सफल होंगी और आप जीवन में तरक्की के रास्ते पर चलेंगे। आपकी सफलता से आप समाज में समृद्धि और पहचान प्राप्त कर सकते हैं। ध्यान रखें की अहंकारी बनना आपके लिए अशुभ परिणाम लाएगा। अपने बच्चों को बात बात पर न रोकें अन्यथा आपके रिश्ते उनके साथ बिगड़ सकते हैं। इस समय में आपको अपना जीवनसाथी मिल सकता है।
5. सिंह राशि
सिंह संक्रांति के दिन सिंह राशि के लग्न भाव में सूर्य प्रवेश करेगा। चूंकि सिंह राशि में ही सूर्य प्रवेश करेगा इसलिए राशि को इसका शुभ लाभ मिलेगा। इस समय अवधि के दौरान आप अपने कार्यस्थल पर अधिक मेहनत करेंगे और उच्च सफलता प्राप्त करेंगे। अपना काम रहते हुए भी आप दुसरों की काम में मदद करके सबका दिल जीत लेंगे। इस दौरान आपको आपका प्यार मिल सकता है। अपने परिवार के बीच जब कोई बात बोले तो शब्दों का चयन अच्छा करें अन्यथा आपके कुछ शब्द आपके परिवार में वाद- विवाद को बढ़ावा देंगें।
6. कन्या राशि
सिंह संक्रांति के दिन के दिन सूर्य कन्या राशि के बारहवें घर में प्रवेश करेगा। कन्या राशि के लोगों के लिए इस समय अवधि के दौरान किसी विदेशी कंपनी के साथ काम करने के योग बन रहे हैं। इस दौरान आपको अपने स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान देने की जरूरत होगी। संतुलित भोजन ग्रहण करें और सफाई का ध्यान रखें। इस दौरान आपके ज्यादा ख़र्च करने के योग बन रहे हैं इसलिए ऐसा करने से बचें और खुद पर ध्यान दें। आप कड़ी मेहनत करेंगे लेकिन इसके बावजूद भी आपको कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
7. तुला राशि
सिंह संक्रांति के दिन के दिन सूर्य तुला राशि के ग्यारहवें घर में प्रवेश करेगा। कन्या राशि के लोगों की सभी इच्छाएं पूरी होंगी और उन्हें कोई उच्च पद प्राप्त होगा। धन लाभ होने के संकेत भी मिल रहे हैं। इस राशि के लोगों को अपने और अपनी माँ के स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता होगी। स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं। आपके हर निर्णय में आपको अपने जीवनसाथी का साथ प्राप्त होगा और इस दौरान जीवन में उन्नति मिलेगी।
8. वृश्चिक राशि
सिंह संक्रांति के दिन के दिन सूर्य वृश्चिक राशि के दसवें घर में प्रवेश करेगा। सूर्य का यह गोचर आपके करियर में बड़ा बदलाव करेगा। इस दौरान आपको सफलता के कई मौके प्राप्त होंगे, जिनका लाभ उठाकर आप सफलता प्राप्त कर सकते हैं और जीवन में तरक्की कर सकते हैं। आप अपने परिवार को समय देंगे। इस दौरान आपके पिता के साथ आपके रिश्ते मज़बूत बनेगें। आपके काम से सभी प्रभावित रहेंगे।
9. धनु राशि
सिंह संक्रांति के दिन के दिन सूर्य धनु राशि के नौवें घर में प्रवेश करेगा। धनु राशि के लिए यह समय अत्यंत शुभ होगा। आप अधिक मेहनत करने के पश्चात अपने सभी लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल होंगे। आपके कार्यस्थल पर लोग आपके काम से इतने प्रभावित हो जायेंगे की अपने काम के लिए आपसे सलाह लेना पसंद करेंगे। विदेश जाकर पढ़ने वालों के लिए बहुत अच्छा समय है, इस समय अवधि में जाया जा सकता है। धनु राशि के लोग इस समय धर्म- कर्म के कार्यों में लिप्त रहेंगे और गुप्त दान करने की तरफ आकर्षित रहेंगे।
10. मकर राशि
सिंह संक्रांति के दिन के दिन सूर्य मकर राशि के आठवें घर में प्रवेश करेगा। मकर राशि के व्यक्तियों के इस समय अवधि के दौरान सतर्क रहने की आवश्यकता होगी। यह समय आपके लिए अच्छे परिणाम नहीं लाएगा और कई बड़े परिवर्तन होने की उम्मीद होगी लेकिन ये आपके अनुसार नहीं होंगें। इस समय अवधि के दौरान आपको अपने स्वास्थ्य का अधिक ध्यान रखना होगा। अधिक ख़र्च न करें क्योकि आपको आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ सकता है। मानसिक तनाव बना रह सकता है।इसे दूर करने के लिए योगाभ्यास कर सकते हैं। हालाँकि आप नौकरी बदलने की भी सोच रहें हैं लेकिन सोच समझ के निर्णय लें, क्योंकि इस समय में आपका वेतन बढ़ने की उम्मीद भी है।
11. कुंभ राशि
सिंह संक्रांति के दिन के दिन सूर्य कुम्भ राशि के सातवें घर में प्रवेश करेगा। इस समय अवधि के के दौरान आपके द्वारा बड़े और खतरे वाले जोखिम उठाना आपके लिए सफल सिद्ध होंगें। यदि आप व्यापार करते हैं तो उसमें वृद्धि हो सकती है। इस दौरान आर्थिक रूप से आप मज़बूत रहेंगे। लेकिन कार्यस्थल पर ज्यादा बोलना आपके लिए चिंता उत्पन्न कर सकता है। यदि आप नौकरी करते हैं तो आपको दबाव में काम करना पड़ सकता है। आप कई तरह की चिंताओं से घिर सकते हैं लेकिन अपने कुछ अच्छे दोस्तों के कारण आप इनसे मुक्त भी जल्दी हो जायेंगे।
12. मीन राशि
सिंह संक्रांति के दिन के दिन सूर्य मीन राशि के छठें घर में प्रवेश करेगा। मीन राशि के लिए यह शुभ समय होगा। इस समय अवधि के दौरान आप अपने कार्य को बहुत मेहनत और लगन से करेंगे जिस वजह से आपका कार्य सफलता प्राप्त करेगा और आप उन्नति प्राप्त करेंगे। आपका बॉस आपकी सराहना करेगा और आपको काम के नए और अच्छे अवसर प्रदान करेगा। आप अपना काम समय से पहले पूरा करने में सक्षम होंगे, साथ ही आपके विरोधी आपको राह में आएंगे, लेकिन फिर भी आप अपने कार्य पूर्ण कर पाएंगे और सफल होंगे।
सिंह संक्रांति पर क्या करें और क्या न करें
- सिंह सिंह संक्रांति पर घी का सेवन अवश्य करें और दूध से बनी चीजें खाएं।
- सिंह संक्रांति अनुष्ठान में सूर्य देव को जल देना शामिल है। इस दिन सूर्यदेव को जल अवश्य दें और सूर्य मंत्रों का 108 बार जाप करें, लाभ प्राप्त होगा।
- भगवान विष्णु और भगवान नरसिम्हा की विधि के अनुसार आराधना करें और आशीर्वाद प्राप्त करें।
- संभव हो सकता है तो गंगा स्नान अवश्य करें यदि नहीं कर सकते तो पानी में गंगाजल ड़ाल का स्नान करें।
- नारियल के जल में गंगाजल मिलकर भगवान विष्णु और भगवान नरसिम्हा को स्नान अवश्य कराएं।
- इस दिन मांस मदिरा और तामसिक भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए यह आपको पाप देता है।
- इस दिन गलती से भी घी खाना नहीं भूलना चाहिए, घी खाना बहुत जरुरी माना गया है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न-
1. सिंह संक्रांति 2023 में कब है?
2. सिंह संक्रांति के दिन क्या खाने का महत्व है?
3. सिंह संक्रांति क्यों मनाई जाती है?
4. सिंह संक्रांति के दिन किसकी पूजा की जाती है?
5. इस दिन किस चीज का महत्व अधिक होता है ?
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सिंह संक्रांति के दिन घी खाना क्यों माना जाता है शुभ जानने के लिए इंस्टाएस्ट्रो के ज्योतिषी से बात करें।