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जानिए क्या होता है ‘आकर्षण का नियम’, कैसे करता है काम

By July 8, 2023December 15th, 2023No Comments
Spirituality

‘लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन’ हम जब डरते हैं या किसी चीज से खुश होते हैं या अचानक बहुत घबरा जाते हैं, उस दौरान हमारे दिमाग में ढेरों अच्छे और बुरे ख्याल आते आते हैं। हमारे विचार अच्छे भी होते हैं और बुरे भी होते हैं। जैसे कोई बच्चा बिना होमवर्क करे स्कूल जाता है तो उसके दिमाग में चलता होगा की आज मुझे मैडम से मार पड़ेगी या डांट पड़ेगी। लेकिन क्या आपको पता है हमारे इस तरह के बुरे और अच्छे विचार सीधे हमें प्रभावित करते हैं। हमारा दिमाग हमारे सोचे गए विचारों के अनुसार ही काम करने लगता है। ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार आकर्षण का नियम आपके सोचे गए विचारों पर आधारित है। अर्थात आपके साथ वही होगा जो आप सोच रहे हैं। यदि आप अभी सोच रहें हैं कि आकर्षण का नियम कैसे कार्य करता है तो, आकर्षण का नियम यही है की यदि आपके विचार अपने बारे में किसी चीज को लेकर गलत होंगे तो वह कार्य गलत हो जायेगा और यदि आपके विचार अच्छे होंगे तो आपके साथ अच्छा ही होगा। इसलिए अपने आप को सकारात्मक बनाये रखना चाहिए।

ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार आकर्षण का नियम ब्रह्मांड के द्वारा बनाए गए वह नियम हैं जिनका सम्बन्ध व्यक्ति के विचारों से होता है। आकर्षण के नियम के अनुसार आपके विचारों से जो तरंगें उत्पन्न होती हैं वह सीधा ब्रह्मांड को जाती हैं। जैसे यदि आप सोचेंगे कि आज मेरा साक्षात्कार है और मुझे समय पर उसमें शामिल होना हैं तो आपके किये गए इस विचार की तरंगें ब्रह्मांड में जाकर मिलेगी। और आप समय पर जाएंगे। आप अपने विचारों के माध्यम से जितनी भी तरंगें ब्रह्मांड में छोड़ते हैं वह सभी आपके ही पास वापिस आ जाती हैं। यह आकर्षण का नियम है। आइए जानते हैं आकर्षण का नियम कैसे कार्य करता है, और आकर्षण का नियम क्या सत्य है?

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आकर्षण का नियम क्या है

जब कोई व्यक्ति अत्यधिक कठिन परिश्रम के साथ किसी काम को करता है तो वह उस कार्य में एक न एक दिन जरूर सफलता प्राप्त करता है। आकर्षण का नियम क्या है इसका उत्तर यह है कि, यदि आप कुछ भी सोचते हैं तो आकर्षण का सिद्धांत आपके द्वारा सोचे गए प्रत्येक विचार को आकर्षित करता है। यह बात आपकी सोच पर निर्भर करती है की आप कैसे विचार रख रहें हैं। लेकिन आपके सोचने की शक्ति इतनी है की कभी न कभी आपके सोचे गए विचार सच जरूर होंगे। इसलिए हमेशा अपने विचारों को शुद्ध और ऊँचा रखें आप अपने ऊँची सोच से बहुत ऊँची उड़ान भरने का दम रखते हैं।

आकर्षण के नियम का काम करने का तरीका

आकर्षण का नियम कैसे काम करता है यह भी आपके ऊपर ही है कि आकर्षण के नियम का काम करने का तरीका क्या है। दरअसल आप अपने अंदर जैसे विचारों को पनपने देते हैं उसी के अनुसार आकर्षण का नियम भी काम करेगा। यदि आपके विचार सकारात्मक होंगे तो परिणाम भी सकारात्मक होंगे और यदि आपके विचार नकारात्मक होंगे तो परिणाम भी नकारात्मक ही आएंगे।

उदाहरण के लिए यदि आप किसी को उसके मुँह पर गलत बातें बोल रहें हैं तो वह भी आपको गलत ही बोलेगा और दूसरे लोगों से भी आपके बारे में गलत बातें करेगा इसका मतलब यह है कि ब्रह्मांड के बनाए नियम से कोई नहीं बच सकता है आपने जो फेंका है वही आपके पास लौट कर वापस आया है।

इसलिए कहा जाता है कि आप हमेशा वही सोचें जो आप पाना चाहते हैं। आपकी सोच ही आपको सबसे आगे ले जाती है। आकर्षण का सिद्धांत ऐसा है की व्यक्ति उसकी मदद से जो चाहे वह पा सकता है और सफलता प्राप्त कर सकता है। आपको हमेशा अपने सपनों के बारे में ज्ञात होना चाहिए की आप जीवन में करना क्या चाहते हैं क्योंकि हमारे जो भी विचार दिमाग में आते हैं उन विचारों के द्वारा ही हम अपने आपको आकर्षित करते हैं। इसलिए कहा जाता है कि, व्यक्ति जैसा सोचता है उसके साथ वैसा ही होता है।

शुरुआती लोगों के लिए आकर्षण का नियम

मशहूर मोटिवेशनल स्पीकर निसा निकोलस ने कहा है कि, ‘पहला कदम मांगना हैं, ब्रह्मांड को आदेश दें। ब्रह्मांड को बता दें कि आप क्या चाहते हैं। ब्रह्मांड आपके विचारों पर प्रतिक्रिया करता है’ अर्थात शुरुआती लोगों के लिए आकर्षण का नियम सबसे पहले यह है कि वह जो कुछ भी चाहते हैं उसको लेकर स्पष्टता से विचार करें और ब्रह्मांड से उस चीज की मांग करें।

1. अपने विचारों को शुद्ध करें

सबसे पहले व्यक्ति को अपने विचार बदलने चाहिए। विचार सकारात्मक होंगे तो लक्ष्य प्राप्ति आसान हो जाएगी। आकर्षण का केंद्र व्यक्ति के विचारों से ही संबंधित होता है। यदि आप किसी कार्य को पूरा करना चाहते हैं और आपके अंदर उस कार्य को लेकर नकारात्मक विचार भरें पड़े हैं तो इसका अर्थ है आपका वो कार्य सफल नहीं होगा। इसी प्रकार यदि आप उस कार्य को लेकर अपने विचारों में सकारात्मकता रखेंगे तो आपका कार्य अवश्य पूर्ण होता है। इसी प्रकार से आकर्षण का नियम काम करता है।

2. लक्ष्य करें निर्धारित

अपने लक्ष्य को निर्धारित करना चाहिए आप जो भी काम करना चाहते हैं उसको लेकर आप गंभीर रहिये और अपना सारा ध्यान अपने लक्ष्य पर ही रखना चाहिए। आप अपने लक्ष्य को लेकर अपने विचारों को सकारात्मक बनाएं और सोचें की आप अपने लक्ष्य प्राप्ति के बाद अपने जीवन को ओर किस तरीके से नयी ऊंचाइयों पर ले जायेंगे।

3. धैर्य बनाए रखें

जब आप किसी काम की शुरुआत करें तो अपने विचारों को सकारात्मक रखें और अपने अंदर धैर्य बनाएं रखें। किसी भी चीज की जल्दी नहीं न करें। यदि आपका काम नहीं हो पा रहा है तो आप ऐसा नहीं सोचें की अच्छे विचार रख कर भी कोई फायदा नहीं हुआ। इसलिए आपको धैर्य बनाये रखना है क्योंकि आपका धैर्य और आपके सकारात्मक विचार ही कड़ी मेहनत के साथ आपको सफल बनाने में सहयोग देते हैं।

4. अपने सपनों को पूरा होते हुए सोचें

आप अपनी आंखें बंद करें और अपने सपनों के बारे में सोचें। आप जीवन में क्या करना चाहते हैं? उसका मकसद क्या है? आप उस लक्ष्य को पूरा करने के बाद अपने जीवन में और क्या करना चाहते हैं या उस लक्ष्य के पूरा हो जाने के बाद आपको उससे क्या लाभ मिलेगा। यह सब आप सोच सकते हैं या कोई भी सकारात्मक विचार जो आप सोचना चाहते हैं वह सोचें। आपको गलती से भी अपने लक्ष्य या अपने बारे में ऐसा नहीं सोचना है कि मैं नहीं कर सकता, मुझसे नहीं होगा या फिर में फेल हो जाऊंगा। आपके सोचे गए सभी विचार ब्रह्मांड में जाते हैं और उनका असर आप पर होता है।

5. ब्रह्मांड से अपनी इच्छाओं की पूर्ति हेतु मांग करें

आपकी जो भी इच्छाएं या आशाएं हैं ब्रह्मांड से उन चीजों की पूर्ति हेतु मांग करें। कभी भी मन में यह न सोचें कि, आपका ये इच्छा सिर्फ इच्छा ही रह जाएगी बल्कि यह सोचें की एक न एक दिन आपकी यह इच्छा जरूर पूरी होगी। अक्सर लोगों की कुछ इच्छाएं ही नहीं होती हैं या अगर होती भी हैं तो वह उनके नकारात्मक विचारों से कहीं खो जाती हैं इसलिए अपने विचारों को सकारात्मक बनाइए और सोचिये की आपकी क्या इच्छा है और उसे आप कैसे पूरा करेंगे।

क्या कहता है विज्ञान

विज्ञान के अनुसार न्यूटन का थर्ड लॉ इसमें काम करता है। न्यूटन के थर्ड लॉ के अनुसार जो कुछ भी आप प्रकृति और ब्रह्मांड को देते हैं, ब्रह्मांड ठीक उसी तरह से आपको वह वापस देता है। इसका अर्थ है कि जो आपने दिया वही आपने पाया और इसी को आकर्षण का सिद्धांत कहा गया है।

आकर्षण की शक्ति

आकर्षण की शक्ति एक ऐसी शक्ति है जिससे यदि इंसान चाहे तो अपना सोचा हुआ कोई भी लक्ष्य प्राप्त कर सकता है। आपके सोचे गए विचारों पर ही आकर्षण की शक्ति निर्भर करती है। अर्थात यदि आप अच्छा नहीं सोचेंगे तो आपके साथ अच्छा होगा भी नहीं वहीं दूसरी तरफ यदि आप अपने लक्ष्य प्राप्ति के लिए अच्छा ही सोचेंगे तो अच्छा ही परिणाम आपको प्राप्त होगा।

आकर्षण का नियम क्या सत्य है?

आकर्षण का नियम आपकी ज़िन्दगी में सत्य हो सकता है पंरतु यह पूरी तरह आप पर निर्भर करता है की आपके सोचने का तरीका क्या है, आप कितनी सकारात्मकता के साथ अपने विचारों को सोचते हैं। यह तभी काम करता है जब आप अपनी इच्छाओं को लेकर पूरी तरह से स्पष्ट होते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न-

1. आकर्षण का नियम कैसे काम करता है?

यह पूरी तरह से आपके विचारों के ऊपर निर्भर करता है। यदि आपके विचार सकारात्मक होंगे तो आपके साथ सकारात्मकता आएगी और यदि आपके विचार नकारात्मक होंगे तो आपके साथ नकारात्मकता आएगी।

2. आकर्षण के नियमों को कैसे उपयोग करें?

अपनी इच्छाओं को लेकर स्पष्ट रहें। किसी भी चीज को लेकर अपने मन में गलत विचार नहीं आने दें और हमेशा न या नहीं न बोले। सोचें की मैं ये कर सकता या कर सकती हूँ।

3. आकर्षण की शक्ति क्या है?

आकर्षण की शक्ति इतनी है जिसके उपयोग मात्र से व्यक्ति चाहे तो अपना लक्ष्य प्राप्त कर सकता है। उनके विचारों का स्पष्ट होना जरूरी है।

4. आकर्षण का नियम हमारे विचारों को कैसे प्रभावित करता है?

आकर्षण का नियम हमारे ही विचारों से हमें ही प्रभावित करता है। जो हम सोचते हैं वही हमारे पास लौटकर वापस आता है।

5. क्या दुनिया में सब कुछ आकर्षण के नियम अनुसार चलता है?

दुनिया में आकर्षण के नियम अनुसार ही सब कुछ होता है। जो इस बात को नहीं मानते हैं उनके विचार भी आकर्षण के नियम अनुसार ही चलते हैं। चाहे वह अच्छे हो या बुरे।

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आप कैसे अपने विचारों को आकर्षण के नियम अनुसार सकारात्मक बनाएं जानने के लिए इंस्टाएस्ट्रो के ज्योतिषी से बात करें।

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