हिन्दू धर्म में पूजा पाठ का विशेष महत्व होता है। पूजा करने में कई तरह की वस्तुएं प्रयोग की जाती हैं। जैसे शंख, घंटी आदि। घंटी का प्रयोग मुख्य रूप से किया जाता है। पूजा में घंटी की ध्वनि को शुभ माना जाता है।
अधिकतर लोग सुबह और शाम दोनों पहर पूजा करते हैं। कहा जाता है सुबह की पूजा सूर्य की पहली किरण के साथ करनी चाहिए। परन्तु शाम की पूजा करने के कुछ नियम होते हैं। हमें शाम की पूजा कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे शाम की पूजा के समय घंटी का प्रयोग नहीं करना चाहिए यानी पूजा के दौरान घंटी नहीं बजानी चाहिए।
हिन्दू धर्म में पूजा का महत्व-
भारतीय संस्कृति और हिन्दू धर्म में पूजा का अत्यधिक महत्व होता है। सभी घरों में पूजा की जाती है। इसके लोग लोग घर में मंदिर बनवाते हैं और भगवानों को स्थापित करते हैं। पूजा करने से परेशानियां दूर होती हैं और मन शांत होता है। घर में सुख और समृद्धि बनी रहती है। परन्तु कभी-कभी ऐसा होता है, हम प्रतिदिन पूजा है फिर भी घर में सुख शांति नहीं रहती है। आखिरकार ऐसा क्यों होता है? ऐसा इसलिए होता है हम प्रतिदिन पूजा तो करते हैं। परंतु पूजा के दौरान पूजा के नियम का पालन नहीं करते हैं। हमें पूजा के दौरान कई बातों का ध्यान रखना चाहिए जिससे भगवान प्रसन्न होते हैं। जिससे घर में सुख- शांति का वास होता है और भगवान की कृपा हमेशा बनी रहती है।
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शाम की पूजा के नियम-
आइये जानते हैं शाम की पूजा को नहीं करने चाहिए यह कार्य नहीं तो आपके घर की शांति हो जाएगी भंग।
घंटी और शंख का प्रयोग न करें-
- सुबह और शाम की पूजा में अत्यधिक फर्क होता है।
- फिर भी लोग शाम की पूजा में घंटी और शंख का इस्तेमाल करते हैं।
- परन्तु शाम की पूजा के दौरान घंटी और शंख का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शाम के समय सभी भगवान सो जाते हैं।
- इसलिए शाम की पूजा के समय भूलकर भी घंटी और शंख का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
तुलसी का पत्ता मत तोड़े –
- हिन्दू धर्म में तुलसी के पौधे का अधिक महत्व है।
- पूजन के दौरान तुलसी का प्रयोग किया जाता है।
- सूर्य अस्त होने के बाद तुलसी के पेड़ को हाथ नहीं लगाना चाहिए और न ही पत्ता तोडना चाहिए।
- ऐसा करने पर देवी लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं।
सूर्यदेव की पूजा-
- भगवान सूर्य की पूजा की जाती है क्योंकि सूर्यदेव को दिन का देवता कहा जाता है।
- इसलिए सूर्य अस्त होने के बाद पूजा करना अशुभ होता है।
- सूर्य देव की पूजा दिन में करें और शाम या रात को सूर्यदेव की पूजा नहीं करनी चाहिए।
पूजा के लिए फूल मत तोड़े-
- शाम की पूजा के लिए दिन में फूलों को तोड़कर रख लेना चाहिए।
- किसी प्रकार के फूलों को शाम के समय हाथ नहीं लगाना चाहिए।
- ज्योतिष शास्त्र में इसे अशुभ माना जाता है।
- इसलिए शाम को फूल भूलकर भी नहीं तोडना चाहिए।
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