
अपने घर में प्रवेश करने से पहले प्रत्येक व्यक्ति गृह प्रवेश समारोह आयोजित करना चाहता है। नए घर में ग्रह प्रवेश करना किसी भी व्यक्ति के जीवन में बहुत ही मूल्यवान पल होता है। जिसके लिए गृह प्रवेश मुहूर्त देखना अत्यंत ही आव्यशक होता है।
शुभ मुहूर्त का महत्व
गृह प्रवेश के दिन मुहूर्त देखना इसलिए आव्यशक होता है ताकि नए घर में किसी तरह की विपदा या समस्या ना आए।
जब आप ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति के अनुसार उपयुक्त समय पर नये घर के प्रवेश करेंगे। तब आपको उसका सकारात्मक और अनुकूल फल मिलेगा। नए घर में प्रवेश करने से पहले उस घर में विधि-विधान से पूजा आदि का कार्य करवाया जाता है। इससे नए जीवन पर किसी तरह की कोई मुसीबत नहीं आएगी।
कैसे पता करें शुभ मुहूर्त ?
शुभ लग्न और तिथि में नये घर में प्रवेश करने से घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है। ज्योतिष शास्त्र में तिथियों, लग्न और नक्षत्र के आधार पर गृह प्रवेश मुहूर्त की गणना की जाती है। गृह प्रवेश एक निश्चित लग्न में होता हैं। इस शुभ मुहूर्त की गणना जातक के जन्म नक्षत्र और सूर्य ग्रह की स्थिति के आधार पर की जाती है।
उदाहरण : यदि सूर्य आपकी राशि से पांचवें या नौवें भाव में स्थित है, तो गृह प्रवेश के लिए यह उपयुक्त समय है। वहीं यदि सूर्य आपकी राशि से छठे या आठवें घर में स्थित है, तो यह गृह प्रवेश के लिए अत्यधिक शुभ और लाभकारी समय है।
तो आइये जानते हैं इंस्टाएस्ट्रो के ज्योतिष से वर्ष 2023 में गृह प्रवेश मुहूर्त तिथि और गृह प्रवेश मुहूर्त समय।
जानें गृह प्रवेश मुहूर्त समय के बारे के
वैदिक ग्रंथों और मान्यताओं के अनुसार गृह प्रवेश के लिए ये माह सबसे अधिक शुभ माने जाते हैं – माघ, फाल्गुन, वैशाख और ज्येष्ठ।
चातुर्मास यानि कि आषाढ़, श्रावण, भाद्रपद और अश्विन। इन चार महीनों के दौरान गृह प्रवेश करना निषेध होता है।
चातुर्मास की अवधि में भगवान विष्णु सहित सभी देवी देवता विश्राम करते हैं। इसलिए मान्यता है कि इस अवधि में कोई शुभ या मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए। इनके अतिरिक्त पौष का महीना भी गृह प्रवेश के लिए अशुभ माना जाता है।
जानें गृह प्रवेश मुहूर्त तिथि के बारे में
- ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार मंगलवार के दिन नए घर में प्रवेश नहीं करना चाहिए।
- मंगलवार को छोड़कर अन्य सभी दिन गृह प्रवेश के लिए शुभ माने जाते हैं।
- विशेष परिस्थितियों में रविवार और शनिवार के दिन भी नए घर में प्रवेश करना वर्जित होता है।
- अमावस्या और पूर्णिमा तिथि पर भी गृह प्रवेश करना लाभदायक नहीं होता।
- इनके अतिरिक्त कृष्ण और शुक्ल पक्ष की द्वितीया, तृतीया, पंचमी, सप्तमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी और त्रयोदशी तिथि गृह प्रवेश समारोह के लिए शुभ मानी जाती है।
गृह प्रवेश के प्रकार
वास्तु शास्त्र के अनुसार गृह प्रवेश तीन प्रकार के होते हैं।
अपूर्वा : यदि आपने नया घर खरीदा है या बनवाया है। और पहली बार उसमें प्रवेश कर रहे हैं। तो ऐसे में अपूर्व गृह प्रवेश करना चाहिए।
सपूर्वा : यदि आप कुछ समय के अंतराल के बाद अपने पुराने घर लौट में आए हैं। या फिर किसी कारणवश आप अपना घर खाली छोड़ देते हैं। और कुछ समय बाद जब फिर से अपने घर वापस चले जाते हैं, तब इसे सपूर्व गृह प्रवेश कहा जाता है।
द्वांधव : किसी प्राकृतिक आपदा या अन्य कारणों से यदि किसी व्यक्ति को बेबस होकर अपना घर छोड़ना पड़े। तो उसे अपने पुराने घर में फिर से रहने के लिए द्वांधव गृह प्रवेश की पूजा विधि करनी होगी।
ग्रह प्रवेश मुहूर्त 2023
ज्योतिष शास्त्र में गृह प्रवेश के लिए शुभ मुहूर्त की गणना करते समय कई कारकों को ध्यान में रखा जाता है। सबसे शुभ योगों में ये शुभ मुहूर्त आते हैं – उत्तर भाद्रपद, चित्रा, रेवती, रोहिणी, अनुराधा, पुष्य, उत्तरा फाल्गुनी, शतभिषा, मृगशिरा, स्वाति और धनिष्ठा नक्षत्र।
2023 में गृह प्रवेश के लिए अशुभ समय
सभी प्रमुख चन्द्र और सूर्य ग्रहण नये घर में प्रवेश करने के लिए अशुभ होते हैं। इस समय हमारे नये घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश कर सकती है। इसलिए ग्रहण के समय गृह प्रवेश की योजना ना बनायें।
गृह प्रवेश 2023 के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें
- यदि आपके घर का निर्माण कार्य अभी भी चल रहा हो, तो गृह प्रवेश पूजा की योजना ना बनाएं।
- सुनिश्चित करें कि जब तक घर का पेंटवर्क, फिटिंग आदि सहित पूरा ना हो जाये। तब तक आप गृह प्रवेश की पूजा ना करवायें।
- गृह प्रवेश पूजा से पहले पूरे घर को अच्छी तरह से साफ करें। और पूजा स्थल को शुद्ध करें।
- घर से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए नवग्रह शांति पूजा करें। विधि विधान के साथ हवन और वास्तु पूजा करवाएं।
- गृह प्रवेश करने के बाद जब आप घर में रहने आ जाएं। उसके बाद 40 दिनों तक घर को खाली छोड़कर या बंद कर के ना जायें।
- नए घर के गृह प्रवेश समारोह में आमंत्रित किए गए पुजारियों, परिवारजनों और दोस्तों को भोजन परोसें।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न –
1. गृह प्रवेश के दिन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ?
2. गृह प्रवेश के कितने प्रकार होते हैं ?
3. गृह प्रवेश मुहूर्त तिथि कब कब होती है ?
4. गृह प्रवेश मुहूर्त समय कब होता है ?
5. गृह प्रवेश मुहूर्त कैसे पता किया जाता है ?
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