तुलसी पूजा का महत्व-
हिन्दू धर्म में तुलसी पूजा का अत्यधिक महत्व होता है। तुलसी की पूजा करने से घर में सुख-शांति का वास होता है। तुलसी के पौधे की पूजा करना तुलसी पूजा कहलाता है। हिन्दू धर्म में तुलसी के पौधे को पवित्र माना गया है। इसलिए तुलसी पूजा का विशेष महत्व है। तुलसी के पत्ते का उपयोग पूजा-पाठ में किया जाता है। तुलसी का पौधा धार्मिक दृष्टि के अलावा वैज्ञानिक दृष्टि से भी गुणों का खजाना है। क्योंकि इसमें औषधीय गुण भी पाए जाते है। घर पर तुलसी का पौधा लगाना शुभ होता है। तुलसी के पौधे पर सुबह और शाम को जल अर्पित करना चाहिए। तुलसी पर जल चढ़ाने के विशेष नियम होते हैं।
आज हम जानेंगे। तुलसी में जल देने का समय, तुलसी में जल देने की विधि, तुलसी में जल देने का मंत्र, रविवार को तुलसी में दीपक जलाना चाहिए या नहीं, तुलसी में जल किस दिन नहीं देना चाहिए।
तुलसी में जल देने की विधि-
- तुलसी में जल देने के पूर्व स्नान अवश्य कर लेना चाहिए।
- जल अर्पित करने से पहले किसी प्रकार का भोजन नहीं ग्रहण करना चाहिए।
- हिन्दू धर्म के अनुसार रविवार के दिन तुलसी पर जल नहीं अर्पित करें क्योंकि इस दिन तुलसी विश्राम की मुद्रा में होती हैं।
- तुलसी में जल देने का समय प्रातः काल माना जाता है।
- पौराणिक मान्यताओं के अनुसार एकादशी पर जल नहीं चढ़ाते हैं।
- एकादशी के दिन तुलसी जी भगवान विष्णु के लिए व्रत रखती हैं।
- रविवार को तुलसी में दीपक नहीं जलाना चाहिए।
- सूर्योदय से पहले तुलसी में जल अर्पित करना शुभ माना जाता है।
- सूर्यास्त के पश्चात तुलसी की पूजा करते समय तुलसी के पौधे पर हाथ नहीं लगाना चाहिए।
- तुलसी के पौधे पर अत्यधिक मात्रा में जल नहीं अर्पित करना चाहिए।
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तुलसी में जल देने का मंत्र-
महाप्रसाद जननी, सर्व सौभाग्यवर्धिनी।
आधि व्याधि हरा नित्यं तुलसी त्वं नमोस्तुते।।
तुलसी पूजा की विधि-
- प्रतिदिन प्रातः काल तुलसी का पूजन करना चाहिए।
- तुलसी के पौधे पर पूजन के दौरान घी का दीपक जलाना चाहिए।
- सर्वप्रथम तुलसी पर दीपक जलाएं फिर जल अर्पित करें।
- इसके पश्चात तुलसी की परिक्रमा अवश्य करें।
- महिलाओं को अपने बाल बांधकर ही तुलसी की पूजा करनी चाहिए।
- तुलसी के पौधे को वस्त्र धारण कराना चाहिए।
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