सुबह जल्दी उठा करो, मॉर्निंग वाल्क पर जाओ, सुबह जल्दी उठकर कसरत किया करो, ध्यान लगाओ, सूर्य नमस्कार किया करो। चाहे बच्चे हो या बड़े सब लोगों को अपनी पूरी जिंदगी में ऐसे वाक्य सुनने को मिलते है। अगर सुबह अच्छी हो तो व्यक्ति का पूरा दिन खुशनुमा जाता है। इसलिए कहा जाता है कि व्यक्ति को सुबह जल्दी उठना चाहिए और प्रकृति का जायजा लेना चाहिए। सुबह की ताजा हवा लेने से व्यक्ति का पूरा दिन ताज़गी में गुजरता है और उसका हर काम में मन लगा रहता है।
शास्त्रों में ब्रह्म मुहूर्त के समय जल्दी उठने को लेकर व्यक्ति के भाग्य से जोड़ा गया है। ज्योतिष के अनुसार जो मनुष्य सुबह जल्दी उठते है। उन्हें सुख-समृद्धि और माँ लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। साथ ही व्यक्ति में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। हमारे साथ जानिए ब्रह्म मुहूर्त की खासियत।
ब्रह्म मुहूर्त की परिभाषा-
इसका अर्थ होता है परम तत्व (परमात्मा) और मुहूर्त का अर्थ होता है समय। ब्रह्म मुहूर्त रात के अंतिम पहर से शुरू होता है। जब सुबह होने में कुछ घंटे ही शेष रहते है। सूर्योदय से ठीक पहले के समय को ब्रह्म मुहूर्त कहा जाता है। वेदों में ब्रह्म मुहूर्त के बारे में काफी विस्तार से चर्चा की गई है। ब्रह्म मुहूर्त में उठने से लोगों का स्वास्थ्य अच्छा रहता है। साथ ही एकाग्रता में भी वृद्धि होती है।
ब्रह्म मुहूर्त में उठने का सही समय क्या है-
शास्त्रों में 4 बजे से लेकर 5.30 तक का समय ब्रह्म मुहूर्त का समय माना गया है। ज्योतिष में भी इस समय को व्यक्ति के नींद से जागने के लिए सबसे अनुकूल बताया गया है। इस समय उठने से व्यक्ति को ईश्वरीय संकेतों की प्राप्ति होती है। व्यक्ति अपने सारे काम समय पर पूरा करता है।
जाने ब्रह्म मुहूर्त में उठने का महत्व और फायदे-
वैसे तो सुबह जल्दी जागने के बहुत फायदे है लेकिन ब्रह्म मुहूर्त में उठने का फायदा व्यक्ति के लिए कई नए अवसरों के द्वार खोलता है। पुराणों में भी हमारे ऋषि-मुनियों ने ब्रह्म मुहूर्त के महत्व का उल्लेख किया है।
आखिर क्यों इतना मायने रखता है ब्रह्म मुहूर्त का महत्व-
- हिन्दू मान्यताओं के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त देवताओं का समय माना जाता है। यदि इस समय हम उठकर ईश्वर की प्रार्थना करते है या उनके मन ही मन सब लोगों के भले की कामना करते है तो यह प्रार्थना से ईश्वर तक पहुंचती है और ईश्वर हमारी सारी मनोकामनाएं पूरी करते है।
- इस मुहूर्त में उठने से शरीर में फुर्ती बनी रहती है। व्यक्ति बिना कसरत किए ही खुद को तरोताजा महसूस करता है।
- अगर आप भी जीवन में कुछ बड़ा हासिल करना चाहते है और अपनी ध्यान शक्ति को बढ़ाना चाहते है तो ब्रह्म मुहूर्त का समय आपके लिए सबसे उपयुक्त है क्योंकि इस समय जागने से मनुष्य की एकाग्र क्षमता में वृद्धि होती है।
- ब्रह्म मुहूर्त के समय वातावरण की वायु सबसे शुद्ध होती है। स्वयं वैज्ञानिकों ने भी इस बात को माना है। इस समय उठकर टहलने से व्यक्ति की सांसों में शुद्ध वायु का संचार होता है। व्यक्ति को ऑक्सीजन लेवल भी काफी अच्छा होता है।
- हिंदू शास्त्र में ब्रह्म मुहूर्त का महत्व यह है कि यह मनुष्य की मानसिक बीमारियों को दूर करता है। इस समय उठने से व्यक्ति की अनिद्रा, चिंता, सिरदर्द, तनाव जैसी शिकायतें दूर होती है।
- ब्रह्म मुहूर्त मनुष्य के लिए संजीवनी का काम करती है। इस समय उठने से व्यक्ति को स्वास्थ्य, बल, बुद्धि आदि की प्राप्ति होती है। मनुष्य अपने पूरे जीवन बीमारियों से मुक्त रहता है।
- शास्त्रों के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त मनुष्य को ईश्वर से जोड़ता है। इस समय ईश्वर का ध्यान करने से मनुष्य को आध्यात्मिकता की प्राप्ति होती है और वह अपनी पूरी जिंदगी खुशहाल रहता है।
- मनुष्य को सफलता की ओर ले जाता है ब्रह्म मुहूर्त। ज्योतिष की माने तो ब्रह्म मुहूर्त में उठकर पढ़ाई करने से मनुष्य की स्मरण शक्ति का विस्तार होता है। कई बड़े लोगों के सफल होने का यही राज है। जो विद्यार्थी अपने जीवन में बहुत आगे जाना चाहते है वह ब्रह्म मुहूर्त में अवश्य उठे।
- जिस प्रकार व्यक्ति के अच्छे बुरे कर्म उसका भाग्य तय करते है। वैसे ही हमारे शास्त्रों में कुछ ऐसी बातों का उल्लेख है जिसे करने और न करने से व्यक्ति की बल, बुद्धि और स्वास्थ्य पर सीधा प्रभाव पड़ता है। ब्रह्म मुहूर्त में भी व्यक्ति के लिए कुछ ऐसे कामों को वर्जित माना गया है जो व्यक्ति का दुर्भाग्य तय करती हैं। इसलिए ब्रह्म मुहूर्त में न करें ये कार्य।
ब्रह्म मुहूर्त में न करें ये कार्य आएगी बड़ी मुश्किलें:
यह ऐसा समय होता है जब व्यक्ति का मस्तिष्क उसके नियंत्रण में होता है। इस मुहूर्त में निम्नलिखित कार्य कना वर्जित है:
ब्रह्म मुहूर्त के समय सोना-
माना जाता है कि ब्रह्म मुहूर्त में सोये रहने से व्यक्ति की स्वास्थ्य क्षमता में कमी आती है। हिन्दू शास्त्रों में ब्रह्म मुहूर्त के समय व्यक्ति का सोये रहना व्यक्ति के लिए हानिकारक बताया गया है। ब्रह्म मुहूर्त के समय सोये रहना व्यक्ति के लिए कई बीमारियों का निमंत्रण लेकर आती है।
ब्रह्म मुहूर्त के समय खाना-पीना-
कुछ लोगों की आदत होती है उन्हें सुबह उठने के साथ ही चाय नाश्ता चाहिए होता है। ज्योतिषियों के अनुसार जो मनुष्य ब्रह्म मुहूर्त के समय ईश्वर का ध्यान न करके चाय, नाश्ता कर लेते है वह हमेशा गरीबी में जीते है। लक्ष्मी माँ ऐसे लोगों का घर छोड़कर चली जाती है और ये असमय गरीबी का दर्द झेलते रहते है।
नकारात्मक बातों को सोचना-
इस समय व्यक्ति अपने जीवन के कई अहम और बड़े फैसले लेता है। आने वाले कल की योजना बनाता है और इन योजनाओं पर विचार करता है। देखा जाए तो इस समय व्यक्ति का मस्तिष्क सकारात्मक ऊर्जा से घिरा होता है। लेकिन अगर व्यक्ति नकारात्मक बातों को सोचता है तो मस्तिष्क नकारात्मक बातों पर काम करना शुरू कर देता है। जो न चाहते हुए भी व्यक्ति को नकारात्मकता की ओर ले जाते है और व्यक्ति के जीवन को कष्टों से भर देते है।
हल्ला गुल्ला करना-
ब्रह्म मुहूर्त को शांति का समय माना जाता है। यही वह समय होता है जब देवी देवता आपके आस पास विचरण कर रहे होते है। मंदिर के कपाट भी इसी समय खोले जाते है। इस समय व्यक्ति को किसी से बहस करना, शोर शराबा करना ब्रह्म मुहूर्त के नियमों के विरुद्ध बताया गया। इस समय का शोर शराबा आपके आस पास वालों को तो परेशान करता ही है पर साथ ही आपके घर में निवास कर रहें देवी देवताओं को भी आपके भाग्य से दूर करता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
1. मुहूर्त कितने प्रकार के होते है?
2. 1 तारीख में जन्मे लोग कैसे होते है?
3. कब से शुरू होता है ब्रह्म मुहूर्त?
4. ब्रह्म मुहूर्त को और किस नाम से जाना जाता है?
5. सुबह 3 से 4.30 के बीच नींद खुलने से क्या होता है?
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