हिन्दू धर्म और सनातन धर्म में देवों के देव महादेव को अत्यधिक महत्वपूर्ण है। शिव जी का व्रत रखने से कई मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है। कुँवारी लड़कियां अच्छे वर की प्राप्ति के लिए 16 सोमवार का शिव जी का व्रत रखती हैं। शिव जी को सोमवार का दिन समर्पित होता है। इस दिन भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा करना अत्यधिक शुभ माना जाता है। शिव जी की पूजा में कई तरह फल और फूल उपयोग किये जाते हैं। जैसे बेलपत्र,धतूरा,भांग,चंदन और दूध से पूजा की जाती है।
भगवान शिव के पूजा करने के कई नियम होते हैं। हम शिव जी की पूजा करते हैं तो कई प्रकार की ऐसी गलतियां कर देते हैं। जिससे हमें फल की प्राप्ति नहीं होती है और हमारी मनोकामनाएं पूर्ण नहीं होती है।
हिन्दू शास्त्र में शिव जी के पूजा के कई नियम बनाए गए हैं। जिसमे कई चीज़े ऐसी हैं जो भगवान शिव को अर्पित नहीं करना चाहिए। आइये जानते हैं शिव जी को कौन सी चीज़ें भूलकर भी अर्पित नहीं करना चाहिए।
भगवान शिव को अर्पित ना करें यह चीज़ें-
तुलसी के पत्ते-
- भगवान शिव को तुलसी अर्पित नहीं करना चाहिए।
- पौराणिक कथा के अनुसार भगवान शिव ने तुलसी के पति का वध किया था।
- जिसके कारण तुलसी ने श्राप दिया था कि जो व्यक्ति तुलसी को भगवान शिव के समक्ष अर्पित करेगा उसकी मनोकामनाएं पूर्ण नहीं होती है।
- इसलिए भगवान शिव को तुलसी के पत्ते भूलकर भी अर्पित करें।
नारियल और नारियल पानी-
- शिव जी को नारियल और नारियल का पानी कभी भी अर्पित नहीं करना चाहिए।
- हिन्दू शास्त्रों के अनुसार नारियल में माँ लक्ष्मी का वास होता है।
- नारियल को सौभाग्य और धन-धान्य का प्रतीक माना जाता है।
- इसलिए नारियल को भगवान शिव को नहीं चढ़ाना चाहिए।
- साथ ही साथ नारियल का पानी भी नहीं अर्पित करना चाहिए।
- ऐसा करने से पूजा का फल प्राप्त नहीं होता है।
हल्दी-
- हिन्दू शास्त्रों के अनुसार हल्दी का प्रयोग धार्मिक और शुभ कार्यों में किया जाता है।
- शिव जी श्मशान में रहते हैं और शिवलिंग पुरुष तत्व की निशानी मानी जाती है।
- साथ ही साथ हल्दी स्त्रियों से जुड़ी हुई होती है।
- शिव जी की पूजा के दौरान हल्दी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
लाल सिंदूर-
- शिव जी की पूजा करने में सिंदूर का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- हिन्दू धर्म में सिंदूर को सौभाग्य का प्रतीक माना गया है।
- शिव जी को वैरागी और संहारक का रूप माना जाता है।
- इसलिए शिव जी को लाल सिंदूर नहीं चढ़ाना चाहिए और आप सफ़ेद सिन्दूर शिव जी को चढ़ा सकते हैं।
शंख का प्रयोग-
- शिव जी की पूजा के समय शंख का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- भक्त लोग शंख से शिव जी का जलाभिषेक करते हैं परंतु ऐसा नहीं करना चाहिए।
- शिव जी ने शंखचूड़ नाम के असुर का वध किया था।
- इसलिए शिव जी की पूजा के दौरान शंख का इस्तेमाल बिल्कुल मत करें।
तिल-
- भगवान शिव के समक्ष तिल अर्पित नहीं करें।
- क्योंकि हिन्दू शास्त्रों के अनुसार तिल भगवान विष्णु के मैल से बने थे।
- इसलिए भूलकर भी तिल को शिव को नहीं चढ़ाना चाहिए।
लाल फूल या लाल रंग की सामग्री-
- शिव जी को लाल रंग की सामग्री और लाल फूल का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- लाल फूल जैसे गुड़हल का फूल मुख्य रूप से शिव जी को अर्पित न करें।
- अगर ऐसा करेंगे तो पूजा के शुभ परिणाम प्राप्त नहीं होंगे।
केतकी फूल-
- शिवजी की पूजा में केतकी के फूलों का प्रयोग करना वर्जित माना जाता है।
- पौराणिक कथा के अनुसार केतकी के फूल को श्रापित माना गया है।
- इसलिए शिव जी की पूजा में भूलकर भी न करें केतकी के फूल का इस्तेमाल।
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