शक्ति मंत्र - आदिशक्ति को प्रसन्न करना।

इस तेज-तर्रार दुनिया की हलचल में मंत्रों और ध्यान के लिए समय निकालना हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव डाल सकता है। यह अपने आप को शांति प्रदान करने या शांत होने, आंतरिक ज्ञान पाने और अपनी आत्मा को शुद्ध करने के लिए थोड़ा समय देने जैसा है। यदि आपके मन में तरह- तरह के विचार घूमते हैं, मन भय और व्याकुलता में फंसा रहता है, तो बस यहीं पर शक्ति मंत्र का जाप और ध्यान आपको तनावपूर्ण स्थिति के बीच आशा और समझ प्रदान कर सकता है।

वाक्य ‘शक्ति मंत्र’ एक मंत्र को दर्शाता है। जो मंत्र शक्ति, हिंदू धर्म में दिव्य स्त्री भावना या शक्ति को संबोधित करता है। शक्ति को मूल ब्रह्मांडीय ऊर्जा और ब्रह्मांड के पीछे की एक महत्वपूर्ण शक्ति माना जाता है। हिंदी में शक्ति मंत्र(Shakti mantra in hindi) का उपयोग आध्यात्मिक विकास, उपचार, सुरक्षा और स्वाभिमान सहित विभिन्न उद्देश्यों के लिए दिव्य ऊर्जा को जगाने और प्राप्त करने के लिए किया जाता है। शक्ति का मंत्र विकास प्राचीन हिंदू धर्मग्रंथों और आध्यात्मिक कार्यों में मज़बूती से स्थापित है।

आदि शक्ति अर्थ की जड़ें वैदिक ग्रंथों, विशेष रूप से ऋग्वेद, जो दुनिया के सबसे पुराने पवित्र ग्रंथों में से एक है, में हैं। ऋग्वेद में ऐसे भजन और गीत हैं जो कई देवताओं के गुणगान करते हैं। जिनमें परमात्मा के स्त्री पहलू भी शामिल हैं। समय के साथ हिंदू धर्म में स्त्री सिद्धांत के प्रति पूजा और भक्ति बढ़ी, जिससे शक्ति देवी के विभिन्न पहलुओं से जुड़ी विभिन्न देवियों की पूजा को बढ़ावा मिला। उनमें दुर्गा, काली, लक्ष्मी, सरस्वती और अन्य देवियाँ शामिल हैं। प्रत्येक देवी दिव्य स्त्री भावना की एक व्यक्तिगत अभिव्यक्ति है।

ऋषियों, योगियों और आध्यात्मिक साधकों के कड़े परिश्रम के पश्चात शक्ति मंत्रों की विभिन्न प्रकृति और स्वरूप समय के साथ विकसित हुआ। वे धार्मिकता, गहरे ध्यान और दिव्य स्त्री शक्ति के ज्ञान से प्रभावित थे। इन गुरुओं ने देवी-देवताओं की विशेषताओं और शक्तियों से भरे मंत्रों को ढूंढा और बनाया। इसके अलावा, यदि आप हिंदी में शक्ति मंत्र(Shakti mantra in hindi) , शक्ति मंत्रों के जाप के लाभ, शक्ति कौन है? ढूंढ रहे हैं, तो इन प्रश्नों के उत्तर जानने के लिए इंस्टाएस्ट्रो वेबसाइट पर जाना याद रखें।

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शक्ति मंत्र: महत्व और अभ्यास

शक्ति देवी मंत्र हिंदू धर्म में बहुत महत्व रखता है और लोगों के जीवन पर इसके गहरे प्रभाव के लिए पूजनीय है। आइए जानें इस मंत्र का महत्व और कैसे यह मंत्र लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है?

  • शक्ति मंत्र का महत्व:

शक्तिशाली वशीकरण मंत्र स्त्री दिव्य ऊर्जा से जुड़ा है। जिसे अक्सर शक्ति या देवी के रूप में जाना जाता है। हिंदू पौराणिक कथाओं में, पराशक्ति का अर्थ दिव्य स्त्री ऊर्जा से जुड़ा है। देवी के आशीर्वाद और कृपा को प्राप्त करने की क्षमता के कारण इस शक्तिशाली वशीकरण मंत्र को अत्यधिक महत्व दिया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस मंत्र का भक्ति और ईमानदारी से जाप करके, व्यक्ति देवी की शक्तिशाली ऊर्जा को प्राप्त कर सकते हैं और अपने जीवन में उनका दिव्य आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

इसके अलावा, लोगों के जीवन पर आदि शक्ति मंत्र का प्रभाव सबसे ज्यादा होता है। सबसे पहले यह आध्यात्मिक विकास और आत्म-प्राप्ति को बढ़ावा देता है। मंत्र व्यक्तियों को उनकी आंतरिक शक्ति को प्राप्त करने में मदद करता है। जिससे उन्हें बाधाओं, भय और खुद पर काबू पाने में मदद मिलती है। यह साहस, आत्मविश्वास और हौसले की भावना पैदा करता है। इसके अलावा देवी शक्ति मंत्र सुरक्षा के आशीर्वाद से जुड़ा है।

ऐसा माना जाता है कि यह शक्ति पंचाक्षरी मंत्र भक्त के चारों ओर दैवीय ऊर्जा का एक कवच बनाता है। जो उन्हें नकारात्मक प्रभावों और बुरी ताकतों से बचाता है। मंत्र का जाप करके व्यक्ति देवी की दिव्य सुरक्षा को प्राप्त कर सकते हैं। जिससे उन्हें जीवन में सुरक्षा प्राप्त होती है।

शिव शक्ति मंत्र आंतरिक शांति, सद्भाव और संतुलन को भी बढ़ावा देता है। यह व्यक्तियों को मानसिक संतुलन प्राप्त करने, तनाव कम करने और दैनिक जीवन की उथल-पुथल के बीच आंतरिक शांति पाने में सहायता करता है। ऐसा माना जाता है कि यह व्यक्ति के अंदर आध्यात्मिकता को विकसित करता है। जिससे परमात्मा के साथ गहरा संबंध बनता है और सभी उद्देश्य पूर्ण होते है। अंत में, देवी शक्ति मंत्र व्यक्तियों को देवी की शक्तिशाली ऊर्जा से जोड़ता है। इसलिए यह अत्यधिक लाभकारी है।

इसके प्रतिदिन जाप के माध्यम से, यह लोगों के जीवन में आध्यात्मिक विकास, सुरक्षा, आंतरिक शांति और उद्देश्य पूर्ण करने की गहरी भावना उत्पन्न करता है। शक्ति पंचाक्षरी मंत्र दिव्य स्त्री ऊर्जा और उसकी परिवर्तनकारी शक्ति की याद दिलाता है। जो इसे चाहने वालों को शांति और मार्गदर्शन प्रदान करता है।

  • शक्ति मंत्र जप अभ्यास:

ॐ शक्ति पराशक्ति मंत्र का जाप एक शक्तिशाली आध्यात्मिक जाप हो सकता है और इसकी प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए ध्यान में रखने के लिए कुछ नियम हैं। ओम शक्ति मंत्र जप शुरू करने से पहले, एक निश्चित उद्देश्य निर्धारित करना और मंत्र के अर्थ और उद्देश्य पर ध्यान लगाना आवश्यक है। ॐ शक्ति पराशक्ति मंत्र के महत्व को समझें और उसे उससे जुड़ें। शक्ति मंत्र का जाप करते समय स्वच्छ एवं पवित्र तरीके से रहना लाभकारी होता है।

इसके अलावा, अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए प्रतिदिन 11 से 31 मिनट तक देवी शक्ति मंत्र का जाप करना चाहिए। इसके अलावा जब आप इस मंत्र का जाप करें तो उत्तर दिशा की ओर मुख करना सबसे अच्छा है। सबसे अच्छा समय जब आप इस मंत्र का जाप कर सकते हैं वह सुबह का समय होता है। सुबह के समय आप बेहतर तरीके से ध्यान लगा सकते हैं और अपने भीतर शांति प्राप्त कर सकते हैं।

इसके अलावा, ओम शक्ति मंत्र का जाप करने से पहले स्नान करना एक आम बात है। ऐसा माना जाता है कि जप से पहले स्नान करने से शरीर और मन को शुद्ध करने में मदद मिलती है। जिससे आध्यात्मिक ध्यान के लिए स्वच्छ और शुद्ध वातावरण बनता है। इसके अलावा, आप एक मोमबत्ती या दीपक जला सकते हैं। क्योंकि ऐसा माना जाता है कि जलती हुई लौ परमात्मा की उपस्थिति को दर्शाती है। जबकि धूप की सुगंध हवा को शुद्ध करने और मन को शांत करने में मदद कर सकती है। साथ में, ये तत्व किसी की आध्यात्मिक साधना को बढ़ा सकते हैं और परमात्मा के साथ उसके संबंध को गहरा कर सकते हैं।

शक्ति मंत्रों के प्रकार

देवी शक्ति मंत्र दिव्य स्त्री ऊर्जा को समर्पित पवित्र मंत्र या भजन हैं। जिन्हें हिंदू धर्म में देवी या शक्ति के रूप में जाना जाता है। देवी शक्ति, रचनात्मकता और दिव्य स्त्री ऊर्जा का अवतार हैं और उनकी पूजा विभिन्न रूपों में की जाती है। जैसे दुर्गा, काली, लक्ष्मी, सरस्वती और कई अन्य देवियां। हालांकि देवी शक्ति मंत्र कई प्रकार के होते हैं। जिनमें से प्रत्येक देवी की ऊर्जा और विशेषताओं के एक विभिन्न पहलू से जुड़ा होता है। यहां कुछ प्रकार के हिंदी में शक्ति मंत्र अर्थ(Shakti mantra meaning in hindi) और हिंदी में शक्ति मंत्र लाभ(Shakti mantra benefits in hindi) दिए गए हैं:

  • आदि शक्ति मंत्र

आदि शक्ति का अर्थ ब्रह्मांड के रचनात्मक और पोषण पहलुओं को दर्शाने वाले दिव्य स्त्री सिद्धांत को स्वीकार करना और श्रद्धांजलि देना है। इस मंत्र का जाप आप प्रतिदिन सुबह 10 से 15 मिनट तक श्रद्धा और पवित्रता के साथ कर सकते हैं। आइए मंत्र आदि शक्ति का अर्थ और लाभ जानें।

आदि शक्ति, आदि शक्ति, आदि शक्ति, नमो नमो
सरब शक्ति, सरब शक्ति, सरब शक्ति, नमो नमो
प्रीतम भगवती, प्रीतम भगवती, प्रीतम भगवती, नमो नमो
कुंडलिनी माता शक्ति, माता शक्ति, नमो नमो ||

Adi Shakti, Adi Shakti, Adi Shakti, Namo Namo
Sarab Shakti, Sarab Shakti, Sarab Shakti, Namo Namo
Pritham Bhagvati, Pritham Bhagvati, Pritham Bhagvati, Namo Namo
Kundalini Mata Shakti, Mata Shakti, Namo Namo

अर्थ: मैं आदि शक्ति को प्रणाम करता हूँ। यह मंत्र मुख्य रूप से उनके आशीर्वाद और अनंत शक्ति को दर्शाता है।

लाभ: आदि शक्ति मंत्र सशक्तिकरण और सुरक्षा की भावना पैदा करने में मदद करता है। यह किसी के जीवन में संतुलन, सद्भाव और खुशहाली को भी बढ़ावा देता है।

  • शक्ति गायत्री मंत्र

शक्ति गायत्री मंत्र शक्ति की दिव्य स्त्री ऊर्जा को समर्पित एक शक्तिशाली मंत्र है। देवी के आशीर्वाद और कृपा को प्राप्त करने के लिए अक्सर इसका जाप किया जाता है।

ॐ महादेव्यै च विद्महे, विश्वधात्र्यै च धीमहि। तन्नो देवी प्रचोदयात्॥

Om Mahadevyai cha vidmahe, Vishvadhatryai cha dhimahi. Tanno Devi prachodayat.

अर्थ: ॐ, आइए हम महान देवी का ध्यान करें। हम ब्रह्मांड को रचने वाले का ध्यान कर रहे हैं। देवी हमें प्रेरणा दें और हमारा मार्गदर्शन करें।

लाभ: शक्ति गायत्री मंत्र का जाप देवी के आशीर्वाद और दिव्य सुरक्षा को प्रदान करने का एक प्रयास माना जाता है। जिन्हें अक्सर दयालु शक्ति के रूप में देखा जाता है। इसका उद्देश्य जाप करने वाले व्यक्ति को अच्छी ऊर्जा प्रदान करना, बुरे प्रभावों को दूर करना और उनके जीवन में कल्याण को बढ़ाना है।

  • शक्ति बीज मंत्र

शक्ति बीज मंत्र हिंदू धर्म में दिव्य स्त्री ऊर्जा से जुड़ा एक शक्तिशाली मंत्र है। ‘बीज’ शब्द उस बीज को दर्शाता है जिसमें मंत्र का सार होता है। शक्ति बीज मंत्र देवी की प्राचीन ऊर्जा को दर्शाता है और माना जाता है कि इसके द्वारा देवी का आशीर्वाद और उनकी दिव्य कृपा को प्राप्त किया जा सकता है।

ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे।

Om Aim Hreem Kleem Chamundaye Vichche.

अर्थ: ज्ञान, बुद्धि और रचनात्मकता की देवी, सरस्वती के लिए बीज ध्वनि। क्लीं प्रेम और इच्छा के देवता कामदेव के लिए बीज ध्वनि को दर्शाता है। चामुण्डायै का अर्थ देवी चामुंडा से है। जो अपने प्रचंड और सुरक्षात्मक स्वभाव के लिए जानी जाती हैं। वह शक्ति की परिवर्तनकारी शक्ति को दर्शाती हैं और साहस और ताकत के लिए उनको याद किया जाता है।

लाभ: यह मंत्र आलोचनात्मक ढंग से सोचने की क्षमता को बढ़ाता है। हालांकि ऐं और ह्रीं की ध्वनियों का मेल दिमाग को ताजा करता है और सीखने, रचनात्मकता और ज्ञान प्राप्ति में सुधार करता है।

  • सर्व बाधा मुक्ति मंत्र

दैवीय आशीर्वाद पाने और जीवन में किसी भी बाधा या कठिनाई को दूर करने के लिए सर्व बाधा मुक्ति मंत्र का अक्सर उच्चारण या जाप किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस मंत्र का नियमित रूप से भक्ति और विश्वास के साथ जाप करने से व्यक्ति सभी बाधाओं से मुक्ति पा सकता है और धन, संतान और सुख- समृद्धि प्राप्त कर सकता है।

सर्व बाधाविनिर्मुक्तो धन धान्य सुतान्वितः
मनुष्यो मतप्रसादेन भविष्यति न संशय: ||

Sarvabadha vinirmukto dhan dhaanya sutaanvitaha
Manushyo mat prasaaden bhavishyati na sanshaya

अर्थ: ॐ सर्व बाधा विनिर्मुक्तो मंत्र का अर्थ है सभी बाधाओं से मुक्त। ‘धन धान्य सुतान्वितः’ का अर्थ है धन, धान्य और संतान वाला। 'मनुष्यो मत प्रसादेन' परमात्मा की कृपा से 'भविष्यति न संशय' अर्थात मनुष्य को इसकी प्राप्ति होगी इसमें कोई संदेह नहीं है।

लाभ: ॐ सर्व बाधा विनिर्मुक्तो मंत्र प्रजनन की इच्छा से जुड़ा है। कहा जाता है कि माता-पिता बनने और बच्चे पैदा करने की उम्मीद रखने वाले जोड़ों को इस मंत्र के जाप से आशीर्वाद मिलता है। सर्व बाधा मुक्ति मंत्र का जाप करके सफल और संतुष्ट पारिवारिक जीवन के लिए ईश्वर का आशीर्वाद मांगा जाता है।

  • शिव शक्ति मंत्र

शिव शक्ति बीज मंत्र एक शक्तिशाली वैदिक मंत्र है। जो भगवान शिव और उनकी दिव्य पत्नी शक्ति(पार्वती) को समर्पित है। ऐसा माना जाता है कि यह मंत्र भगवान शिव और देवी शक्ति के आशीर्वाद और कृपा को दर्शाता है। जिससे भक्त को आध्यात्मिक और भौतिक सफलता मिलती है।

ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं शिव शक्तियै नमः॥

Om Hreem Shreem Kleem Shiv Shaktiyai Namah

अर्थ: भगवान शिव को दर्शाता है। जो दिव्य पुरुष ऊर्जा का अवतार हैं। ह्रीं और श्रीं दिव्य ऊर्जा और सौभाग्य से जुड़े बीजों को दर्शाते हैं।

लाभ: शिव शक्ति बीज मंत्र शरीर में ऊर्जा केंद्रों (चक्रों) को संतुलित बनाने में मदद करता है। जिससे शारीरिक स्वास्थ्य और आंतरिक संतुलन को बढ़ावा मिलता है। शिव शक्ति मंत्र का भक्ति और ईमानदारी से जाप करने से व्यक्ति का भगवान शिव और देवी शक्ति के साथ संबंध गहरा होता है। जिससे दिव्य प्रेम और भक्ति की भावना विकसित होती है।

  • सर्व कल्याणी मंत्र

मंत्र को ‘सर्व कल्याणी मंत्र’ या ‘महामृत्युंजय मंत्र’ के रूप में जाना जाता है। यह देवी दुर्गा और भगवान शिव को समर्पित एक शक्तिशाली मंत्र है।

Sarv Mangal Mangalye Shive Sarvarth Sadhike Sharanye Trayambke Gouri Narayani Namostute ||

सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोस्तुते।।

अर्थ: सर्व मंगल मांगल्ये का अर्थ है सभी शुभ चीजों की शुभता और शिवे का तात्पर्य उस देवी से है जो कल्याणकारी और शुभ है।
सर्वार्थ साधिके सभी कामनाओं और इच्छाओं को पूर्ण करने वाली है। शरण्ये का अर्थ है मैं आपकी शरण चाहता हूं। त्र्यंबके का संबंध तीन आंखों वाले भगवान (भगवान शिव से संबंधित) से है।
गौरी नारायणी: हे देवी गौरी (देवी पार्वती का दूसरा नाम), भगवान नारायण की पत्नी। नमोस्तुते: मैं आपको प्रणाम करता हूँ।

लाभ: इस मंत्र का अंतिम लक्ष्य आंतरिक शांति की भावना प्राप्त करना है और यह सम्मान पाने का मंत्र माना जाता है। यह मंत्र मृत्यु के भय को दूर करने में मदद करता है। इस इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति बिना किसी डर या झिझक के अपना जीवन जी सकता है। यह किसी व्यक्ति को खतरे लेने और अपने सपनों को साकार करने से पीछे नहीं हटने देता। यह सम्मान पाने का मंत्र जातक को जीवन में सम्मान दिलाता है।

  • शक्ति दायिनी मंत्र

शक्ति दायिनी मंत्र, जिसे नारायणी मंत्र के रूप में भी जाना जाता है। एक शक्तिशाली वैदिक मंत्र है जो दिव्य स्त्री ऊर्जा शक्ति को समर्पित है।

Srishtisthiti Vinashanam Shaktibhute Sanatani Gunaashraye Gunamaye Narayani Namostute ||

सृष्टिस्थिति विनाघानां शक्तिभूते सनातनि। गुणाश्रये गुणमये नारायणि नमोघ्स्तु ते।।

अर्थ: यह मंत्र ब्रह्मांड के निर्माण, पालन और विनाश के चक्र का प्रतीक है। यह ब्रह्मांडीय अस्तित्व के इन तीन पहलुओं पर शक्ति के प्रभाव को पहचानता है। संस्कृत में, ‘सृष्टि’ का अर्थ है सृजन, ‘स्थिति’ का अर्थ है पोषण या सुरक्षा और ‘विनाशनम’ का अर्थ है टूटना या मृत्यु।

लाभ: भक्ति और ध्यान के साथ मंत्र का जाप करने से व्यक्ति में अपने लक्ष्यों और इच्छाओं को प्रकट करने की क्षमता बढ़ सकती है। जिससे सम्मान और लक्ष्यों को प्राप्त करना आसान हो जाता है।

  • समस्या निदान मंत्र

संस्कृत मंत्र देवी नारायणी की स्तुति और प्रार्थना है। जिन्हें शक्तिशाली और दयालु देवी माना जाता है।

Sharanagat Deenarta Paritranaparayane Sarvsyartihare Devi, Narayani Namostute ||

शरणागतदीनार्तंपरित्राणपरायणे। सर्वस्यार्तिहरे देवि, नारायणि नमोघ्स्तु ते।।

अर्थ: मैं देवी नारायणी को झुककर प्रणाम करता हूं। मैं दुखों से राहत चाहता हूं, खुद को आपकी सुरक्षा के लिए समर्पित करता हूं और इच्छाओं को पूरा करने वाली के रूप में आपको धन्यवाद देता हूं।

लाभ: माना जाता है कि दुख में फंसे लोगों का इस मंत्र का जाप करने से यह मंत्र उनके दुखों को कम करता है और लाभ पहुंचाता है।

निष्कर्ष

इस लेख में आपने हिंदी में शक्ति मंत्र अर्थ(Shakti mantra meaning in hindi), हिंदी में शक्ति मंत्र लाभ(Shakti mantra benefits in hindi), पराशक्ति का अर्थ,शक्ति कौन है? के बारे में जाना। अंत में हम आशा करते हैं कि आपको जानकारी रोचक और लाभदायक दोनों लगी होगी। आपको जानकारी देने के लिए प्रत्येक पंक्ति को सावधानीपूर्वक तैयार किया गया है। ताकि आपको शक्ति मंत्र के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हो सके। प्रत्येक पंक्ति को ध्यान से पढ़ना महत्वपूर्ण है। क्योंकि सबसे छोटी जानकारी भी जरूरी बदलाव ला सकती है।

इसके अलावा, यदि आप व्यक्तिगत मार्गदर्शन चाहते हैं और अपने जीवन में शक्ति मंत्रों के जाप के लाभ का पता लगाना चाहते हैं, तो आप इंस्टाएस्ट्रो की वेबसाइट पर जा सकते हैं। जहां आप अनुभवी ज्योतिषियों से जुड़ सकते हैं। जो मूल्यवान ज्ञान प्रदान कर सकते हैं और आपको यह पता लगाने में मदद कर सकते हैं कि कौन सा मंत्र आपके लिए लाभकारी हो सकता है? ज्योतिष के ज्ञान का पता लगाने और अपनी इच्छाओं के अनुसार रास्ता खोजने का अवसर न चूकें।

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल-

हिंदू धर्म में शक्ति एक कठोर अवधारणा है। हिंदू पौराणिक कथाओं में, शक्ति का अर्थ दिव्य स्त्री ऊर्जा या शक्ति से है। जो ब्रह्मांड को दर्शाने और बनाए रखने के लिए मानी जाती है। 'शक्ति' शब्द संस्कृत शब्द से लिया गया है। जिसका अर्थ है 'ऊर्जा'।
माना जाता है कि शक्ति मंत्रों, पवित्र संस्कृत ध्वनियों का जाप कई लाभ प्रदान करता है। ऐसा कहा जाता है कि इन मंत्रों की कंपन शक्ति मन, शरीर और आत्मा में संतुलन स्थापित करती है। जिससे कल्याण होता है और परमात्मा के साथ संबंध का गहरा एहसास होता है।
शक्ति पंचाक्षरी मंत्र हिंदू धर्म में बहुत महत्व रखता है। क्योंकि यह दिव्य स्त्री ऊर्जा, शक्ति की पूजा से जुड़ा है। इस मंत्र का जाप करके, भक्त देवी शक्ति का आशीर्वाद और कृपा चाहते हैं। जिन्हें शक्ति और ऊर्जा का अंतिम स्रोत माना जाता है।
माना जाता है कि शक्तिशाली मंत्र देवी काली के आशीर्वाद और दिव्य ऊर्जा को दर्शाता है। जिससे भक्त को शक्ति, साहस, सुरक्षा और सफलता मिलती है। यह देवी से जुड़ने का एक प्रभावी माध्यम है।
'आदि शक्ति, आदि शक्ति, आदि शक्ति, नमो नमो' मंत्र का जाप शुरू करें। इससे उत्पन्न ध्वनि पर ध्यान लगाएं। मंत्र को अपने भीतर गूंजने दें, जो आपको दिव्य स्त्री ऊर्जा से जोड़ देगा। अपने संबंध को गहरा करने और इसके लाभों का अनुभव करने के लिए नियमित अभ्यास करें।
कुंडलिनी माता, जिन्हें कुंडलिनी देवी के नाम से भी जाना जाता है। हिंदू धर्म के भीतर एक आध्यात्मिक शक्ति है। कुंडलिनी को अक्सर एक ऊर्जा के रूप में वर्णित किया जाता है। जो रीढ़ के आधार पर, विशेष रूप से त्रिकास्थि में रहती है। 'माता' शब्द का अर्थ माँ है। जिन्हें अक्सर दिव्य माँ या भीतर की देवी के रूप में जाना जाता है।
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