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क्या आपको शादी में देरी या लगातार पैसों से जुड़ी परेशानियाँ हो रही हैं? यह आपकी जन्म कुंडली में मौजूद नाग दोष का संकेत हो सकता है। अगर आप जानना चाहते हैं कि आपको यह दोष है या नहीं तो तुरंत हमारे द्वारा दिए हिंदी में नाग दोष कैलकुलेटर (Naga dosha calculator in hindi) का उपयोग करें।
अपना विवरण दर्ज करें और तुरंत गणना करें कि क्या आपकी कुंडली में नाग दोष मौजूद है।
नाग दोष कैलकुलेटर हिंदी में (Naga dosha calculator in hindi) दिया एक ऑनलाइन ज्योतिषीय टूल है इसे हमारे अनुभवी ज्योतिषियों ने बनाया है ताकि आप अपनी जन्म कुंडली में नाग दोष है या नहीं यह जल्दी और आसानी से जान सके।
हमारे द्वारा दिए हिंदी में नाग दोष (Naga dosha in hindi) कैलकुलेटर ज्योतिष गणनाओं और विशेष एल्गोरिदम का उपयोग करता है। यह आपकी कुंडली में राहु और केतु की स्थिति का पता लगाता है जो नाग दोष होने का संकेत देती है।
हमारा फ्री हिंदी में नाग दोष (Naga dosha in hindi) कैलकुलेटर वैदिक ज्योतिष के सिद्धांतों पर काम करता है। कैलकुलेटर का इस्तेमाल करने के लिए आपको बस नीचे दिए गए आसान चरणों का पालन करना होगा।
क्या आपके मन में भी ये सवाल आता है कि नाग दोष क्या होता है (Nag dosha kya hota hai) और हिंदी में नागा दोष का मतलब (Naga dosha meaning in hindi) क्या है? तो चलिए जानते हैं। नाग दोष शब्द संस्कृत के शब्दों नाग जिसका अर्थ है ‘सर्प’ और दोष जिसका अर्थ है ‘दोष या अभिशाप’ से लिया गया है। वैदिक ज्योतिष में नाग दोष एक अशुभ स्थिति है जो व्यक्ति की जन्म कुंडली में दिखाई दे सकती है।
यह दोष पिछले जन्म में सांप, उसके अंडे या बच्चों को मारने से जुड़ा होता है जो वर्तमान जीवन में नाग दोष के रूप में सामने आता है। इसके कारण व्यक्ति को अक्सर जीवन में अचानक मुश्किलें आती रहती हैं, खासकर करियर, शादी या सेहत में। हालांकि हिन्दी में नागा दोष का मतलब (Naga dosha meaning in hindi) जानने के बाद आइए नाग दोष और कालसर्प दोष के बीच के अंतर को समझते हैं।
यह एक गलत धारणा है कि नाग दोष और काल सर्प दोष एक ही हैं। जबकि दोनों दोषों में छाया ग्रह राहु और केतु शामिल है उनका गठन और प्रभाव अलग-अलग हैं। आइए इन दोनों के बीच अंतर को समझें।
ज्योतिषियों के अनुसार, जब राहु और केतु जन्म कुंडली में दूसरे, पांचवें, सातवें या आठवें भाव में होते हैं तब नाग दोष का बुरा असर दिखाई देता है। आइए अब जानते हैं इस दोष के कुछ कारणों और इसके असर के बारे में।
नीचे कुछ ऐसे उदाहरण दिए गए हैं जिनमें व्यक्ति नाग दोष से पीड़ित हो सकता है। ये इस प्रकार हैं-
नाग दोष वाले व्यक्ति के लिए बिना किसी नई बाधा के कोई शुभ कार्य संपन्न करना लगभग असंभव है। हालांकि उनकी जन्म कुंडली में नाग दोष की ताकत के आधार पर प्रभावों की तीव्रता अलग-अलग हो सकती है। आइए नीचे नाग दोष के लक्षण या प्रभाव के बारे में जानते हैं।
विवाह में नाग दोष का प्रभाव एक सामान्य लक्षण होगा। व्यक्ति को विवाह में देरी, जीवन साथी खोजने में समस्या या रिश्तों में विश्वास की कमी आदि का सामना करना पड़ सकता है।
जिस व्यक्ति की कुंडली में यह अशुभ दोष होता है उसे संतान प्राप्ति में निश्चित रूप से समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
नाग दोष होने से व्यक्ति के करियर में रुकावट आती रहती हैं। ऐसे लोगों को अक्सर अपनी मेहनत का उचित फल या पहचान नहीं मिल पाती है और उन्हें बार-बार पैसों से जुड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
नाग दोष होने से व्यक्ति को अचानक होने वाली स्वास्थ्य समस्याएं, त्वचा रोग या हादसों में चोटें लगने का सामना करना पड़ सकता है। इन परेशानियों से उसकी मानसिक शांति भी प्रभावित होती है और वह चिड़चिड़ा या असुरक्षित महसूस करने लगता है।
ये सब जानकर बहुत से लोग डर सकते हैं लेकिन अगर आपकी कुंडली में नाग दोष है तो क्या किया जाए? क्या आप जानना चाहते हैं कि नाग दोष को कैसे दूर करें? घबराने की ज़रूरत नहीं है। हमने आपके लिए कुछ आसान नाग दोष के उपाय बताए हैं जो इस प्रकार हैं।
अस्वीकरण : जन्म तिथि के अनुसार हमारा नाग दोष कैलकुलेटर बताता है कि आपकी कुंडली में यह दोष मौजूद है या नहीं। व्यक्तिगत जानकारी के लिए हमारे ज्योतिष विशेषज्ञों से संपर्क करें।