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दशा भुक्ति अनुभवों या घटनाओं का एक नियम है जो समय के साथ-साथ चलता है और जिसे दिए गए समय पर राज करने वाले ग्रहों द्वारा भी जानकारी दी जाती है। ग्रह की यात्रा के कुछ अच्छे और कुछ बुरे प्रभाव इस दौरान दिखाई देते हैं। अपनी दशा भुक्ति भविष्यवाणियां प्राप्त करने के लिए हिन्दी में दशा भुक्ति कैलकुलेटर (Dasha bhukti calculator in hindi) में अपनी जानकारी डालें।
हमारे दशा भुक्ति कैलकुलेटर का उपयोग करके अपने जीवन को प्रभावित करने वाली दशा को जानें
दशा भुक्ति कैलकुलेटर व्यक्तियों को उनके जीवन में चल रही दशा को समझने में मदद करता है। यह किसी के जीवन में चल रही महादशा की भविष्यवाणी करता है। जिससे व्यक्ति को अपनी समस्याओं का कारण जानने में मदद मिलती है। खराब चल रही महादशा बुरे नतीजे दे सकती है। इन्हें उस समय के ग्रह से जुड़े उपायों का इस्तेमाल करके हल किया जा सकता है।
यदि आप भी हिन्दी में दशा भुक्ति कैलकुलेटर (Dasha bhukti calculator in hindi) का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए चरणों का पालन करें।
विंशोत्तरी दशा कैलकुलेटर चार्ट में, चंद्र राशि, भाव, योग और दृष्टि पहलू दशा और भुक्ति को प्रभावित करते हैं। इस दौरान व्यक्ति खुद को, पर्यावरण और चरित्र को बेहतर ढंग से समझ सकता है। यह व्यक्ति की शारीरिक और मानसिक विकास में मदद करने वाले कारकों में से एक है।
किसी व्यक्ति का जीवन लग्न और जन्म के चंद्रमा के ग्रहों की मौजूदगी के आधार पर दर्शाया जाता है। सकारात्मक रूप से मौजूद ग्रह- उच्च या दिशात्मक शक्ति (केंद्र) वाले ग्रह- लोगों को जीवन में ऊंचाइयों तक पहुंचने में सहायता करते हैं।
व्यक्ति का पूरा जीवन ग्रहों द्वारा शासित वर्गों में बंटा होता है। व्यक्ति के जीवन में उन वर्षों का स्वामी ग्रह प्रकृति और व्यक्ति के व्यवहार को तय करता है जिसका वह सामना करेगा। ज्योतिष में इसे ही महादशा और अंतर्दशा कहते हैं। आइए अब हिन्दी में महादशा कैलकुलेटर (MahaDasha calculator in hindi) को अच्छे से जानते हैं।
महादशा अवधि के 120 वर्ष नौ ग्रहों में बांटा है। महादशा के सभी ग्रह के आधार पर आपका जीवन अलग-अलग तरीके से प्रभावित होगा। हालांकि क्या होगा इसके बारे में अनुमान लगाते समय कई कारक काम करते हैं।
सभी महादशा में एक भीतरी दशा होती है जिसे भुक्ति भी कहा जाता है। भुक्ति का अर्थ है कि यह किसी व्यक्ति के जीवन में शासक ग्रह की समय के दौरान एक द्वितीयक ग्रह का समय है। ज्योतिष में संबंधित भुक्ति के द्वितीयक ग्रह का प्राथमिक ग्रह के अलावा, विशेष दशा क्या प्रदान करेगी, इसकी भी जानकारी देती है।
नीचे दशा भुक्ति तालिका दी गई है, जो महादशा के प्रकारों को दर्शाती है और यह भी बताती है कि वे किसी व्यक्ति के जीवन को कैसे प्रभावित करती हैं।
| ग्रहों | महादशा | ग्रहों की क्वालिटी |
|---|---|---|
| सूर्य ग्रह | 6 साल | पहचान,पैसा, शक्ति और गुस्सैल स्वभाव |
| शुक्र ग्रह | 20 साल | जुनून, प्यार और संतोष |
| शनि ग्रह | 19 साल | मेहनत और बुद्धिमत्ता |
| चंद्र ग्रह | 10 साल | आकर्षक प्रकृति और बेचैनी |
| बृहस्पति ग्रह | 16 साल | बुद्धि, समृद्धि और भक्ति |
| मंगल ग्रह | 7 साल | शारीरिक रूप |
| बुध ग्रह | 17 साल | बुद्धि और ज्ञान |
| राहु | 18 साल | भ्रम और शरारत |
| केतु | 7 साल | धन, पैसा और ठहराव |
अस्वीकरण: ये सामान्य भविष्यवाणियाँ हैं और व्यक्तियों की कुंडली में ग्रहों की स्थिति के आधार पर बदल सकती हैं। अधिक गहन भविष्यवाणियाँ प्राप्त करने के लिए, हमारे ज्योतिषियों से परामर्श करें।