हस्तरेखा शास्त्र में भाग्यशाली चिन्ह क्या हैं?

अपनी हथेली को ध्यान से देखने पर आपको फूलों और जानवरों सहित कई मूर्तियों से जुड़ी कई निशान मिलेंगे। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि इन सभी निशानों का एक अर्थ होता है? हस्तरेखा शास्त्र में, इन निशानों को व्यक्ति के लिए पवित्र और अधिक शुभ माना जाता है। हिंदू हस्तरेखा शास्त्र में भाग्यशाली निशानों का क्या अर्थ है और वे किसी व्यक्ति को कैसे प्रभावित करते हैं, यह जानने के लिए हिन्दी में भाग्यशाली संकेत हस्तरेखा शास्त्र (Lucky Signs Palmistry in Hindi) पढ़ना जारी रखें।

हस्तरेखा शास्त्र में भाग्यशाली संकेत: स्वरूप और अर्थ

भाग्यशाली संकेत हस्तरेखा शास्त्र का एक हिस्सा है जो लोगों को उनके भविष्य के बारे में जानकारी देने के लिए हाथों के बारे में अच्छे से जांचता है। हिन्दी में हथेली पर भाग्यशाली चिन्ह (Lucky Signs on Palm in Hindi) के अनुसार, किसी व्यक्ति के हाथ पर मौजूद हर रेखा और निशान का एक खास मतलब होता है। आइए इन संकेतों पर एक नज़र डालें और जानें इनका मतलब। ये इस प्रकार हैं:

हथेली पर जानवरों के चिन्ह

नीचे हिन्दी में भाग्यशाली संकेत हस्तरेखा शास्त्र (Lucky Signs Palmistry in Hindi) के अनुसार कुछ जानवरों के निशान बताए गए हैं जो आमतौर पर किसी की हथेली पर पाए जाते हैं और उनका अर्थ बताया गया है। हस्तरेखा शास्त्र में, ये पशु निशान उन जानवरों की कुदरती को दर्शाते हैं जिनके नाम पर उनका नाम रखा गया है। हथेली पर जानवरों के निशान, उनकी मौजूदगी और उनका अर्थ इस प्रकार है।

मछली का चिन्ह

महत्व:हस्तरेखा शास्त्र में हथेलियों पर मछली का निशान (Fish Sign on Palms) होना भाग्यशाली माना जाता है। इसे शुभ संकेत माना जाता है। भाग्य, समृद्धि का प्रतिनिधित्व करने वाला, हथेलियों पर मछली का निशान व्यक्ति के जीवन में अच्छा बदलाव लाता है। मछली का प्रतीक होने का मतलब है व्यक्ति का भगवान के प्रति झुकाव से है। अंत में, यह निशान व्यक्ति के कोमला को दर्शाता है

स्वरूप : अंडाकार या लम्बी आकृति, जिसमें पूंछ जैसा बढ़ा होता है, जो मछली की रूपरेखा जैसा दिखता है।

प्लेसमेंट के आधार पर अर्थ :

  • बृहस्पति पर्वत पर मछली का निशान (तर्जनी उंगली के नीचे) :अनुकूलनशीलता (परिस्थितियों के अनुसार व्यवहार में बदलाव करना) और लीडरशिप
  • शनि पर्वत पर मछली का निशान (मध्यमा उंगली के नीचे) :लचीलापन और अनुकूलनशीलता
  • अपोलो पर्वत पर मछली का निशान (अनामिका के नीचे) : प्रतिभा और अनुकूलनशीलता
  • बुध पर्वत पर मछली का निशान (छोटी उंगली के नीचे) : सहज ज्ञान और संचार
  • शुक्र पर्वत (अंगूठे के आधार) पर मछली का निशान : अनुकूलनशीलता और भरमार
  • चंद्र पर्वत पर मछली का निशान (हथेली का बाहरी किनारा, अंगूठे के विपरीत): भगवान के प्रति जागरूकता और सहज ज्ञान
  • सूर्य पर्वत (अनामिका उंगली के आधार) पर मछली का निशान :समृद्धि और भरमार
  • चंद्र पर्वत पर मछली का चिन्ह (हथेली का आधार, अंगूठे के विपरीत): भगवान के प्रति झुकाव और कोमलता

सांप का चिन्ह

महत्व :किसी के हाथ में सांप का प्रतीक उसके जीवन में बदलाव का संकेत देता है। ये ज़्यादातर अच्छे संकेत हैं जो किसी के जीवन में सुधार के समय के आने का संकेत देते हैं। ये निशान यह भी बताते हैं कि व्यक्ति अपने जीवन में चुनौतियों पर विजय प्राप्त कर सकता है। यह एक संकेत है कि व्यक्ति अपने जीवन की सभी लड़ाइयों में सफल होगा।

स्वरूप :एक रेखा जो सांप के शरीर के समान होती है, जो अक्सर एस-आकार या सर्पिल के रूप में दिखाई देती है।

प्लेसमेंट के आधार पर अर्थ:

  • बृहस्पति पर्वत पर सर्प निशान (तर्जनी उंगली के नीचे) :बदलाव और समझदार
  • शनि पर्वत पर सर्प निशान (मध्यमा उंगली के नीचे):कोमलता और बदलाव
  • अपोलो पर्वत पर सर्प निशान (अनामिका के नीचे):रचनात्मक बदलाव और अनुकूलनशीलता (परिस्थितियों के अनुसार व्यवहार में बदलाव करना)
  • बुध पर्वत पर सर्प निशान (छोटी उंगली के नीचे):चतुराई और समझदारी
  • शुक्र पर्वत (अंगूठे के आधार) पर सर्प निशान:बदलाव और अनुकूलनशीलता
  • चंद्र पर्वत पर सर्प निशान (हथेली का बाहरी किनारा, अंगूठे के विपरीत):बदलाव और सहज ज्ञान
  • सूर्य पर्वत (अनामिका उंगली के आधार) पर सांप का निशान:बदलाव और बुद्धि
  • चंद्र पर्वत पर सर्प चिन्ह (हथेली का आधार, अंगूठे के विपरीत):रहस्य और नाजुकता

पक्षी चिन्ह

महत्व :हस्तरेखा शास्त्र में पक्षी का प्रतीक एक अच्छा संकेत माना जाता है। यह निशान स्वतंत्र भावना को दर्शाता है। पक्षी की तरह ही, यह निशान भी बताता है कि व्यक्ति आजादी को महत्व देता है। यह निशान व्यक्ति के मजबूत पहलू को भी दर्शाता है, जिसमें बातचीत शामिल है। अंत में, यह निशान बताता है कि व्यक्ति के पास अच्छा जांच करने का स्किल और दयालु स्वभाव है।

स्वरूप :पंखों जैसा दिखने वाला वी आकार का पैटर्न या रेखाएं या ऐसा आकार जो उड़ते हुए पक्षी का संकेत देता हो।

प्लेसमेंट के आधार पर अर्थ :

  • बृहस्पति पर्वत पर पक्षी निशान (तर्जनी उंगली के नीचे) :दूरदर्शिता और स्वतंत्रता
  • शनि पर्वत पर पक्षी निशान (मध्यमा उंगली के नीचे):स्वतंत्रता और जानकारी
  • अपोलो पर्वत पर पक्षी निशान (अनामिका के नीचे) :रचनात्मकता और स्वतंत्रता
  • बुध पर्वत पर पक्षी निशान (छोटी उंगली के नीचे) :संचार और व्यावसायिक मानसिकता
  • शुक्र पर्वत (अंगूठे के आधार) पर पक्षी का निशान :स्वतंत्रता और प्रेम
  • चंद्र पर्वत पर पक्षी का निशान (हथेली का बाहरी किनारा, अंगूठे के विपरीत): ज्ञान और भावनात्मक स्वतंत्रता
  • सूर्य पर्वत (अनामिका उंगली के आधार) पर पक्षी का निशान :स्वतंत्रता और आकांक्षा
  • चंद्र पर्वत पर पक्षी का चिन्ह (हथेली का आधार, अंगूठे के विपरीत):: स्वप्न और गहरे ज्ञान

हाथी का चिन्ह

महत्व :हाथी की तरह, हस्तरेखा शास्त्र में यह प्रतीक बुद्धि और शक्ति को दर्शाता है। हाथ में हाथी का निशान होना यह बताता है कि व्यक्ति के पास जीवन में बुद्धि और शक्ति है। यह निशान यह भी दर्शाता है कि व्यक्ति वफ़ादार, बुद्धिमान और भरोसेमंद है।

स्वरूप :बड़े, गोल आकार जिनमें साफ रेखाएं होती हैं जो सूंड या कान का संकेत देती हैं।

प्लेसमेंट के आधार पर अर्थ :

  • बृहस्पति पर्वत पर हाथी का निशान (तर्जनी उंगली के नीचे):शक्ति और बुद्धि
  • शनि पर्वत पर हाथी का निशान (मध्यमा उंगली के नीचे) :विश्वसनीयता और धीरज
  • अपोलो पर्वत पर हाथी का निशान (अनामिका के नीचे) :रचनात्मकता और अधिकार
  • बुध पर्वत पर हाथी का निशान (छोटी उंगली के नीचे) :मजबूत और बुद्धिमान
  • शुक्र पर्वत (अंगूठे के आधार) पर हाथी का निशान :वफादारी और पालन-पोषण करने वाला स्वभाव
  • चंद्र पर्वत पर हाथी का निशान (हथेली के बाहरी किनारे, अंगूठे के उल्टे तरफ) :सहज ज्ञान और बुद्धि
  • सूर्य पर्वत (अनामिका उंगली के आधार) पर हाथी का निशान :निष्ठा और बुद्धिमत्ता
  • चंद्र पर्वत पर हाथी का निशान (हथेली के आधार पर, अंगूठे के उल्टे तरफ) :भावना और हमदर्दी

तितली चिन्ह

महत्व :तितली का प्रतीक व्यक्ति की आजादी की भावना को दर्शाता है। यह निशान व्यक्ति के जीवन में बदलाव को भी दर्शाता है। अच्छे संकेत माना जाने वाला तितली का प्रतीक ऐसे व्यक्ति को दर्शाता है जो सभी के साथ तालमेल बनाए रखने वाला स्वभाव रखता है और बदलावों का स्वागत करता है। अंत में, यह व्यक्ति के विकास को भी दर्शाता है।

स्वरूप :दोनों ओर घुमी हुई रेखाओं के साथ सममित पैटर्न, जो पंखों या तितली के आकार जैसा दिखता है।

प्लेसमेंट के आधार पर अर्थ :

  • बृहस्पति पर तितली का निशान (तर्जनी उंगली के नीचे) :बदलाव और आजादी
  • शनि पर्वत पर तितली का निशान (मध्यमा उंगली के नीचे) :चुनौतियों से मुक्ति
  • अपोलो पर्वत पर तितली का निशान (अनामिका के नीचे) :रचनात्मकता और बदलाव
  • बुध पर्वत पर तितली का निशान (छोटी उंगली के नीचे) :अनुकूलनशीलता (परिस्थितियों के अनुसार व्यवहार में बदलाव करना) और अच्छी बोलचाल
  • शुक्र पर्वत (अंगूठे के आधार) पर तितली का निशान : प्रेम और मजबूत संबंध
  • चंद्र पर्वत पर तितली का निशान (हथेली का बाहरी किनारा, अंगूठे के विपरीत) :भावनात्मक बदलाव और मुक्त-आत्मा स्वभाव
  • सूर्य पर्वत (अनामिका उंगली के आधार) पर तितली का निशान:सौंदर्य और आनंद
  • चंद्र पर्वत पर तितली का निशान (हथेली का आधार, अंगूठे के उल्टे तरफ) :बदलाव और प्रेरणा

सिंह राशि

महत्व :हाथ पर शेर का चिन्ह होना व्यक्ति में हिम्मत और शक्ति की भावना को दर्शाता है। शेर की तरह ही, व्यक्ति निडर होता है और उसमें लीडरशिप के गुण होते हैं, जो उसे स्वाभाविक नेता बनाता है। इसके अलावा, यह दर्शाता है कि व्यक्ति आत्मविश्वासी है।

स्वरूप :कोणीय रेखाएं या पैटर्न जो अयाल बनाते हैं या शेर के चेहरे या शरीर के समान होते हैं।

प्लेसमेंट के आधार पर अर्थ :

  • बृहस्पति पर्वत पर सिंह का निशान (तर्जनी उंगली के नीचे) :लीडरशिप और हिम्मत वाला
  • शनि पर्वत पर सिंह राशि (मध्यमा उंगली के नीचे) :शक्ति और कोमलता
  • अपोलो पर्वत पर सिंह का निशान (अनामिका के नीचे) :साहस (हिम्मत वाला) और आत्मविश्वास
  • बुध पर्वत पर सिंह राशि (छोटी उंगली के नीचे) :लीडकशिपऔर अधिकारिता (जिसका बोलबाला हो)
  • शुक्र पर्वत (अंगूठे के आधार) पर सिंह का निशान :साहस (हिम्मत वाला) और वफादारी
  • चंद्र पर्वत पर सिंह का निशान (हथेली का बाहरी किनारा, अंगूठे के विपरीत) :भावनात्मक शक्ति और बहादुरी
  • सूर्य पर्वत (अनामिका उंगली के आधार) पर सिंह का निशान: साहस (हिम्मत वाला) और अधिकार
  • चंद्र पर्वत पर सिंह का निशान (हथेली के आधार पर, अंगूठे के विपरीत) :गर्व और साहस (हिम्मत वाला)

कछुआ चिन्ह

महत्व :हाथ पर कछुए का निशान धैर्य और दृढ़ता (हिम्मत) का प्रतीक है। यह निशान बुद्धि का प्रतीक भी माना जाता है। हथेली पर कछुए का निशान बताता है कि व्यक्ति विचारशील है और दूसरों और खुद के प्रति जागरूक है। यह यह भी दर्शाता है कि व्यक्ति धीरे-धीरे लेकिन आखिर में सफलता प्राप्त करेगा।

स्वरूप :गोल या अंडाकार आकृतियां, जिनमें शंख या पैरों का संकेत देने वाली रेखाएं होती हैं।

प्लेसमेंट के आधार पर अर्थ :

  • बृहस्पति पर्वत पर कछुए का निशान (तर्जनी उंगली के नीचे) :धैर्य और बुद्धि
  • शनि पर्वत पर कछुए का निशान (मध्यमा उंगली के नीचे) :धैर्य और सहनशीलता
  • अपोलो पर्वत पर कछुए का निशान (अनामिका के नीचे) :स्थिरता और रचनात्मकता
  • बुध पर्वत पर कछुए का निशान (छोटी उंगली के नीचे) :सावधान और आज्ञाकारी
  • शुक्र पर्वत (अंगूठे के आधार) पर कछुए का निशान :धैर्य और स्थिरता
  • चंद्र पर्वत पर कछुए का निशान (हथेली का बाहरी किनारा, अंगूठे के उल्टे तरफ) :धैर्य और भावनात्मक संतुलन
  • सूर्य पर्वत (अनामिका उंगली के आधार) पर कछुए का निशान :दृढ़ता (हिम्मत) और स्थिरता
  • चंद्र पर्वत पर कछुए का निशान (हथेली के आधार पर, अंगूठे के उल्टे तरफ) :सुरक्षा और धैर्य

भेड़िया चिन्ह

महत्व :किसी व्यक्ति की हथेली पर भेड़िये का निशान उसकी बुद्धिमत्ता को दर्शाता है। भेड़िये की तरह ही, यह निशान व्यक्ति की तेज बुद्धि और ज्ञान को दर्शाता है। यह प्रतीक दर्शाता है कि व्यक्ति परिवार को महत्व देता है और समस्याओं को सुलझाने वाला स्वभाव रखता है।

स्वरूप :तीखी रेखाएं और कोण जो भेड़िये जैसी कान या नाक का संकेत देते हैं।

प्लेसमेंट के आधार पर अर्थ:

  • बृहस्पति पर्वत पर भेड़िया निशान (तर्जनी उंगली के नीचे) :बुद्धि और लीडरशिप
  • शनि पर्वत पर भेड़िया निशान (मध्यमा उंगली के नीचे):सहजता और कोमलता
  • अपोलो पर्वत पर भेड़िया निशान (अनामिका के नीचे) :बुद्धि और रचनात्मकता
  • बुध पर्वत पर भेड़िया निशान (छोटी उंगली के नीचे) :बुद्धि और संचार (अच्छा बोलचाल)
  • शुक्र पर्वत (अंगूठे के आधार) पर भेड़िया निशान :वफादारी और बुद्धिमत्ता
  • चंद्र पर्वत पर भेड़िया निशान (हथेली का बाहरी किनारा, अंगूठे के उल्टे तरफ) :गहरे ज्ञान और भावुकता
  • सूर्य पर्वत (अनामिका उंगली के आधार) पर भेड़िया निशान :अच्छाई और बुद्धि
  • चंद्र पर्वत पर भेड़िया निशान (हथेली का आधार, अंगूठे के उल्टे तरफ) :ज्ञान और वफादारी

हथेली पर फूल के चिन्ह

नीचे हस्तरेखा शास्त्र में कुछ फूलों के निशान और उनके अर्थों के बारे में बताया गया है। हिन्दी में हथेली पर भाग्यशाली चिन्ह (Lucky Signs on Palm in Hindi) के अनुसार, भाग्यशाली चिन्ह व्यक्ति के लिए अलग-अलग चीजों को दर्शाते हैं। इन निशान को हस्तरेखा शास्त्र में भाग्यशाली माना जाता है। हथेली पर फूलों के निशान और उनके अर्थ इस प्रकार हैं।

कमल चिन्ह

महत्व :हिंदी में हथेली पर कमल चिन्ह (Lotus Sign on Palm in Hindi) के अनुसार, चिह्न को पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। महिला और पुरुष की हथेली में कमल का निशान दर्शाता है कि व्यक्ति ज्ञानवान है। यह व्यक्ति को जीवन में भगवान के प्रति आस्था ज्ञान की ओर भी ले जाता है। इसके अलावा, कमल का निशान एक मेहनती और आगे बढ़ने वाले व्यक्ति को भी दर्शाता है।

स्वरूप :हिंदी में हथेली पर कमल चिन्ह (Lotus Sign on Palm in Hindi) के अनुसार, फूल की पंखुड़ियों की तरह दिखने वाली एक दूसरे पर चढ़ी हुई घुमी हुई रेखाएं।

प्लेसमेंट के आधार पर अर्थ :

  • बृहस्पति पर्वत पर कमल का निशान (तर्जनी उंगली के नीचे) :आध्यात्मिक विकास और ज्ञान
  • शनि पर्वत पर कमल का निशान (मध्यमा उंगली के नीचे) :बुद्धि और धैर्य
  • अपोलो पर्वत पर कमल का निशान (अनामिका के नीचे) :रचनात्मकता और पवित्रता
  • बुध पर्वत पर कमल का निशान (छोटी उंगली के नीचे) :बुद्धि और व्यवसायिक सोच
  • शुक्र पर्वत (अंगूठे के आधार) पर कमल का निशान :प्रेम और सद्भाव (प्रेम, स्नेह)
  • चंद्र पर्वत पर कमल का निशान (हथेली का बाहरी किनारा, अंगूठे के उल्टे तरफ) :आध्यात्मिक विकास और शांति
  • सूर्य पर्वत (अनामिका उंगली के आधार) पर कमल का निशान :पवित्रता और ज्ञान
  • चंद्र पर्वत पर कमल का निशान (हथेली के आधार पर, अंगूठे के उल्टे तरफ) :अंतर्ज्ञान (सहज ज्ञान) और सौंदर्य (सुंदर)

गुलाब का चिन्ह

महत्व :हथेली में गुलाब के फूल का प्रतीक सुंदरता को दर्शाने के करने के लिए जाना जाता है। जिन लोगों के हाथों में गुलाब का निशान होता है। वे काफी सुंदर और भावुक माने जाते हैं। प्यार का फूल होने के कारण, गुलाब का निशान व्यक्ति में प्यार और रोमांस की भावनाओं का भी दर्शाता है। माना जाता है कि गुलाब के निशान वाले लोग बेहद रोमांटिक और प्यार के मामले में लकी होते हैं।

स्वरूप :गोलाकार रूप में गुलाब की परतों जैसी गोलाकार रेखाएं।

प्लेसमेंट के आधार पर अर्थ :

  • बृहस्पति पर्वत पर गुलाब का निशान (तर्जनी उंगली के नीचे) :महत्वाकांक्षा और सुंदरता
  • शनि पर्वत पर गुलाब का निशान (मध्यमा उंगली के नीचे) :धीरज और धैर्य
  • अपोलो पर्वत पर गुलाब का निशान (अनामिका के नीचे) :रचनात्मकता और प्रसिद्धि
  • बुध पर्वत पर गुलाब का निशान (छोटी उंगली के नीचे) :आकर्षक व्यक्तित्व और बुद्धिमत्ता
  • शुक्र पर्वत (अंगूठे के आधार) पर गुलाब का निशान :प्रेम और रोमांस
  • चंद्र पर्वत पर गुलाब का चिन्ह (हथेली का बाहरी किनारा, अंगूठे के उल्टे तरफ) :भावनात्मक रूप से विकसित और महान ज्ञान
  • सूर्य पर्वत (अनामिका उंगली के आधार) पर गुलाब का निशान :जुनून और सुंदरता
  • चंद्र पर्वत पर गुलाब का चिन्ह (हथेली के आधार पर, अंगूठे के उल्टे तरफ) :भावनाएं और रोमांस

सूरजमुखी चिन्ह

महत्व : हस्तरेखा शास्त्र में सूरजमुखी का चिन्ह खुशी का प्रतीक है। सूरजमुखी के चिन्ह वाले लोग काफी अच्छे माने जाते हैं। हर चीज के बारे में आशावादी भाव रखते हैं। इसके अलावा, किसी व्यक्ति के हाथ में सूरजमुखी का निशान उनके खुशमिजाज व्यक्तित्व का प्रतीक है।

स्वरूप :एक केंद्रीय बिंदु जिसमें सूरजमुखी की पंखुड़ियों जैसी चमकती रेखाएं या पैटर्न हैं।

प्लेसमेंट के आधार पर अर्थ :

  • बृहस्पति पर्वत पर सूरजमुखी का निशान (तर्जनी उंगली के नीचे) :आशावाद और महत्वाकांक्षा
  • शनि पर्वत पर सूरजमुखी का निशान (मध्यमा उंगली के नीचे) :स्थिरता और बुद्धि
  • अपोलो पर्वत पर सूरजमुखी का निशान (अनामिका के नीचे) :रचनात्मकता और सफलता
  • बुध पर्वत पर सूरजमुखी का निशान (छोटी उंगली के नीचे) :ऊर्जा और व्यावसायिक सफलता
  • शुक्र पर्वत (अंगूठे के आधार) पर सूरजमुखी का चिन्ह :आनंद और प्रेम
  • चंद्र पर्वत पर सूरजमुखी का चिन्ह (हथेली का बाहरी किनारा, अंगूठे के उल्टे तरफ) :कल्पना और गहरे ज्ञान
  • सूर्य पर्वत (अनामिका उंगली के आधार) पर सूरजमुखी का निशान :आशावाद और जीवन शक्ति
  • चंद्र पर्वत पर सूरजमुखी का निशान (हथेली के आधार पर, अंगूठे केउल्टे तरफ) :आशा और प्रेरणा

लिली साइन

महत्व :जिन लोगों की हथेली में लिली का निशान होता है, वे ईमानदार और वफ़ादार होते हैं। हथेली पर लिली का निशान पवित्रता का प्रतीक है। इसे नया बनाने और नई शुरुआत का संकेत भी माना जाता है। यह फूल प्रतीक शांति और सुकून का भी दर्शाता है। इसके अलावा, जिन लोगों की हथेली पर लिली का निशान होता है, वे शांत और समझदार लोग माने जाते हैं।

स्वरूप :घुमावदार रेखाएं या पंखुड़ी जैसी आकृतियां जो लिली की तरह पैटर्न बनाती हैं।

प्लेसमेंट के आधार पर अर्थ:

  • बृहस्पति पर्वत पर लिली का निशान (तर्जनी उंगली के नीचे) :आध्यात्मिक विकास और लीडरशिप
  • शनि पर्वत पर लिली का निशान (मध्यमा उंगली के नीचे) :बुद्धि और आध्यात्मिक धीरज
  • अपोलो पर्वत पर लिली का निशान (अनामिका के नीचे) :रचनात्मकता और प्रसिद्धि
  • बुध पर्वत पर लिली निशान (छोटी उंगली के नीचे):स्पष्टता (एक दम साफ) और संचार (अच्छा बोलचाल)
  • शुक्र पर्वत (अंगूठे के आधार) पर लिली का निशान :प्रेम और सरलता
  • चंद्र पर्वत पर लिली का निशान (हथेली का बाहरी किनारा, अंगूठे के उल्टे निशान) :आध्यात्मिक संबंध और शांति
  • सूर्य पर्वत (अनामिका उंगली के आधार) पर लिली का निशान :पवित्रता और नवीनीकरण (कुछ नया करना)
  • चंद्र पर्वत पर लिली का निशान (हथेली के आधार पर, अंगूठे के उल्टे तरफ) :शांति और संतुलन

डेज़ी साइन

महत्व :हस्तरेखा शास्त्र में डेज़ी फूल को मासूमियत का प्रतीक माना जाता है। जिन लोगों की हथेली पर डेज़ी का निशान होता है, वे काफी वफादार होते हैं और स्वभाव से मासूम भी होते हैं। इन गुणों के बावजूद, ये लोग स्वभाव से काफी सीधे-सादे होते हैं। इसके अलावा, ऐसे लोग स्वभाव से काफी संवेदनशील भी माने जाते हैं।

स्वरूप :छोटी, गोल आकृतियां या बिंदु जो छोटी रेखाओं या वक्रों से घिरे होते हैं।

प्लेसमेंट के आधार पर अर्थ :

  • बृहस्पति पर्वत पर डेज़ी निशान (तर्जनी उंगली के नीचे) :मासूमियत और ताज़ा दृष्टिकोण (नया नजरिया)
  • शनि पर्वत पर डेज़ी निशान (मध्यमा उंगली के नीचे) :कोमतला और धैर्य
  • अपोलो पर्वत पर डेज़ी निशान (अनामिका के नीचे) :रचनात्मकता और सरलता
  • बुध पर्वत पर डेज़ी निशान (छोटी उंगली के नीचे) :ईमानदारी और बुद्धि
  • शुक्र पर्वत (अंगूठे के आधार) पर डेज़ी निशान :शुद्ध प्रेम और भावनात्मक कल्याण
  • चंद्र पर्वत पर डेज़ी निशान(हथेली का बाहरी किनारा, अंगूठे के उल्टे तरफ) :कल्पना और अंतर्ज्ञान (सहज ज्ञान)
  • सूर्य पर्वत (अनामिका उंगली के आधार ) पर डेज़ी निशान :सादगी और खुशी
  • चंद्र पर्वत पर डेज़ी निशान (हथेली के आधार पर, अंगूठे के उल्टे तरफ) :भावनाएं और पवित्रता

आर्किड चिन्ह

महत्व :ऑर्किड एक सुंदर फूल है जो हस्तरेखा शास्त्र में विशिष्टता (खासपन) का प्रतिनिधित्व करता है। हथेली पर ऑर्किड का निशान होना व्यक्ति के अनोखे स्वभाव को दर्शाता है। ये व्यक्ति विशेष होते हैं और मनमोहक भी होते हैं। इसके अलावा, उनके पास दुर्लभ गुण भी होते हैं और हर चीज के लिए उनकी नज़र भी अच्छी होती है।

स्वरूप :बहती रेखाओं और अद्वितीय आकृतियों वाले पैटर्न जो अलग दिखते हैं।

प्लेसमेंट के आधार पर अर्थ :

  • बृहस्पति पर्वत पर आर्किड निशान(तर्जनी उंगली के नीचे) :अनोखा और अनोखा
  • शनि पर्वत पर आर्किड निशान (मध्यमा उंगली के नीचे) :धीरज और बुद्धि
  • अपोलो पर्वत पर आर्किड निशान(अनामिका के नीचे) :प्रसिद्धि और रचनात्मकता
  • बुध पर्वत पर आर्किड निशान (छोटी उंगली के नीचे) :सुंदरता और बुद्धि
  • शुक्र पर्वत (अंगूठे के आधार) पर आर्किड निशान:प्रेम और अच्छे संबंध
  • चंद्र पर्वत पर आर्किड निशान (हथेली का बाहरी किनारा, अंगूठे के उल्टे तरफ) :बुद्धि और गहरे ज्ञान
  • सूर्य पर्वत (अनामिका उंगली के आधार) पर आर्किड निशान :आराम, चैन, सुख
  • चंद्र पर्वत पर आर्किड निशान (हथेली का आधार, अंगूठे के उल्टे तरफ) :रहस्य और सौंदर्य

हथेली पर अनियमित चिह्न (आकृतियां)

इन भाग्यशाली चिह्नों का कोई तय अर्थ नहीं होता। हस्तरेखा शास्त्र में इन भाग्यशाली निशान का अर्थ उनके स्थान के आधार पर अलग-अलग होता है। तो, आइए देखें कि हथेली पर इन निशान को कैसे पहचाना जा सकता है और उनके स्थान के आधार पर उनका अर्थ कैसे जाना जा सकता है।

राशि

स्वरूप :एक दूसरे को काटती हुई छोटी रेखाओं का संग्रह, जो तारे जैसी आकृति बनाती हैं।

प्लेसमेंट के आधार पर अर्थ :

  • बृहस्पति पर्वत पर वर्ग निशान (तर्जनी उंगली के नीचे) :स्थिरता और सुरक्षा
  • शनि पर्वत पर वर्गाकार निशान (मध्यमा उंगली के नीचे) :सुरक्षा और भाग्य
  • अपोलो पर्वत पर वर्गाकार निशान (अनामिका के नीचे) :स्थिरता और प्रसिद्धि
  • बुध पर्वत पर वर्ग निशान (छोटी उंगली के नीचे) :व्यावसायिक सफलता और सुरक्षा
  • शुक्र पर्वत (अंगूठे के आधार) पर वर्ग निशान :भावनात्मक स्थिरता और सामंजस्य (तालमेल बिठाना)
  • चंद्र पर्वत पर वर्गाकार निशान (हथेली का बाहरी किनारा, अंगूठे के विपरीत) :भावनात्मक संतुलन और अंतर्ज्ञान (सहज ज्ञान)
  • सूर्य पर्वत (अनामिका उंगली के आधार) पर वर्गाकार निशान :सुरक्षा और स्थिरता
  • चंद्र पर्वत पर वर्गाकार निशान (हथेली का आधार, अंगूठे के उल्टे तरफ) :भावनाएं और सुरक्षा

स्क्वायर साइन

स्वरूप :छोटी-छोटी रेखाएं जो मिलकर वर्गाकार आकृति बनाती हैं।

प्लेसमेंट के आधार पर अर्थ :

  • बृहस्पति पर्वत पर वर्ग निशान (तर्जनी उंगली के नीचे) :स्थिरता और सुरक्षा
  • शनि पर्वत पर वर्गाकार निशान (मध्यमा उंगली के नीचे) :सुरक्षा और भाग्य
  • अपोलो पर्वत पर वर्गाकार निशान (अनामिका के नीचे) :स्थिरता और प्रसिद्धि
  • बुध पर्वत पर वर्ग निशान (छोटी उंगली के नीचे) :व्यावसायिक सफलता और सुरक्षा
  • शुक्र पर्वत (अंगूठे के आधार) पर वर्ग निशान :भावनात्मक स्थिरता और सामंजस्य (तालमेल बिठाना)
  • चंद्र पर्वत पर वर्गाकार निशान (हथेली का बाहरी किनारा, अंगूठे के विपरीत) :भावनात्मक संतुलन और अंतर्ज्ञान (सहज ज्ञान)
  • सूर्य पर्वत (अनामिका उंगली के आधार) पर वर्गाकार निशान : सुरक्षा और स्थिरता
  • चंद्र पर्वत पर वर्गाकार निशान (हथेली का आधार, अंगूठे के उल्टे तरफ) :भावनाएं और सुरक्षा

त्रिभुज चिन्ह

स्वरूप : तीन रेखाएं एक दूसरे को रुकावट पैदा कर एक त्रिभुजाकार आकृति बनाती हैं।

प्लेसमेंट के आधार पर अर्थ:

  • बृहस्पति पर्वत पर त्रिभुज का निशान (तर्जनी उंगली के नीचे) :विकास और महत्वाकांक्षा (बड़ी इच्छा रखने वाला)
  • शनि पर्वत पर त्रिभुज का निशान (मध्यमा उंगली के नीचे) :बुद्धि और सफलता
  • अपोलो पर्वत पर त्रिभुज का निशान (अनामिका के नीचे) :रचनात्मकता और मान्यता
  • बुध पर्वत पर त्रिभुज का निशान (छोटी उंगली के नीचे) :बोलचाल में तेज और प्रतिभा
  • शुक्र पर्वत (अंगूठे के आधार) पर त्रिभुज का निशान :प्रेम और सद्भाव (मेलजोल)
  • चंद्र पर्वत पर त्रिभुज का निशान (हथेली का बाहरी किनारा, अंगूठे के विपरीत) :आध्यात्मिक अंतर्दृष्टि और कल्पना
  • सूर्य पर्वत (अनामिका उंगली के आधार) पर त्रिभुज का निशान :बुद्धि और सोच
  • चंद्र पर्वत पर त्रिभुज का निशान (हथेली का आधार, अंगूठे के विपरीत) :सहज ज्ञान और रचनात्मकता

क्रॉस संकेत

स्वरूप :दो रेखाएं एक दूसरे को काट कर क्रॉस का आकार बनाती हैं।

प्लेसमेंट के आधार पर अर्थ :

  • बृहस्पति पर्वत पर क्रॉस का निशान (तर्जनी उंगली के नीचे) :चुनौतियां और आध्यात्मिक विकास
  • शनि पर्वत पर क्रॉस का निशान (मध्यमा अंगुली के नीचे) :जीवन-समस्याएं और धैर्य
  • अपोलो पर्वत (अनामिका उंगली के नीचे) पर क्रॉस का निशान :गलतफहमी और समस्याएं
  • बुध पर्वत पर क्रॉस का निशान (छोटी उंगली के नीचे) :संचार संबंधी समस्याएं (बोलचाल में कमजोर)और बौद्धिक विकास( बुद्धि का विकास)
  • शुक्र पर्वत (अंगूठे के आधार) पर क्रॉस का निशान :भावनात्मक असंतुलन और खराब रिश्ते
  • चंद्र पर्वत पर क्रॉस का निशान (हथेली का बाहरी किनारा, अंगूठे के विपरीत) :भावनात्मक उलझन और आध्यात्मिक शिक्षा
  • सूर्य पर्वत (अनामिका उंगली के आधार) पर क्रॉस का निशान :बाधाएं और चुनौतियां
  • चंद्र पर्वत पर क्रॉस का निशान (हथेली के आधार पर, अंगूठे के विपरीत) :भावनात्मक संघर्ष और टकराव

पतंग चिह्न

स्वरूप :प्रतिच्छेदित (वाधा लाने वाली रेखा) रेखाओं द्वारा बनाई गई पूंछ के साथ हीरे का आकार बनाती रेखाएं।

प्लेसमेंट के आधार पर अर्थ :

  • बृहस्पति पर्वत पर पतंग का निशान (तर्जनी उंगली के नीचे) :बड़ी इच्छाएं रखना और लीडरशिप
  • शनि पर्वत पर पतंग का निशान (मध्यमा उंगली के नीचे) :बुद्धि और जिम्मेदारी
  • अपोलो पर्वत पर पतंग का निशान (अनामिका के नीचे) :रचनात्मकता और प्रसिद्धि
  • बुध पर्वत पर पतंग का निशान (छोटी उंगली के नीचे) :संचार कौशल (बोलचाल में तेज)
  • शुक्र पर्वत (अंगूठे के आधार) पर पतंग का निशान :प्रेम और जुनून
  • चंद्र पर्वत पर पतंग का निशान (हथेली का बाहरी किनारा, अंगूठे के विपरीत) :कल्पना और सहज ज्ञान
  • सूर्य पर्वत (अनामिका उंगली के आधार) पर पतंग का निशान :महत्वाकांक्षा और इच्छा
  • चंद्र पर्वत पर पतंग का निशान (हथेली के आधार पर, अंगूठे के विपरीत) :सपने और लक्ष्य

ध्वज चिह्न

स्वरूप :ध्वज चिन्ह सीधी रेखाओं से बने एक छोटे आयत जैसा दिखता है।

प्लेसमेंट के आधार पर अर्थ:

  • बृहस्पति पर्वत पर ध्वज निशान(तर्जनी उंगली के नीचे) :लीडरशिप और बड़ी इच्छाएं
  • शनि पर्वत पर ध्वज निशान (मध्यमा उंगली के नीचे) :जिम्मेदारी और अनुशासन
  • अपोलो पर्वत पर ध्वज निशान (अनामिका के नीचे) :रचनात्मकता और प्रसिद्धि
  • बुध पर्वत पर ध्वज निशान (छोटी उंगली के नीचे) :संचार (बोलचाल में तेज) और व्यावसायिक सफलता
  • शुक्र पर्वत (अंगूठे के आधार) पर ध्वज निशान :जुनून और रिश्ते
  • चंद्र पर्वत पर ध्वज निशान (हथेली का बाहरी किनारा, अंगूठे के विपरीत) :कल्पना और मानसिक चेतना
  • सूर्य पर्वत (अनामिका उंगली के आधार) पर ध्वज निशान :सफलता और मान्यता
  • चंद्र पर्वत पर ध्वज निशान (हथेली के आधार पर, अंगूठे के विपरीत) :सहज ज्ञान और प्रतिभा

स्वस्तिक चिन्ह

स्वरूप :हाथ पर स्वस्तिक आकार बनाती रेखाएं जो बीच में मिलती हैं।

प्लेसमेंट के आधार पर अर्थ :

  • बृहस्पति पर्वत पर स्वस्तिक निशान (तर्जनी उंगली के नीचे) :बुद्धि और आध्यात्मिक विकास
  • शनि पर्वत पर स्वास्तिक निशान (मध्यमा उंगली के नीचे) :भाग्य और धैर्य
  • अपोलो पर्वत (अनामिका उंगली के नीचे) पर स्वस्तिक निशान :प्रतिभा और प्रसिद्धि
  • बुध पर्वत पर स्वस्तिक निशान (छोटी उंगली के नीचे) :संचार (बोलचाल में तेज) और चतुराई
  • शुक्र पर्वत (अंगूठे के आधार) पर स्वस्तिक निशान :प्रेम और सद्भाव
  • चंद्र पर्वत पर स्वस्तिक निशान (हथेली के बाहरी किनारे, अंगूठे के विपरीत) : सहज ज्ञान और मजबूत मानसिक क्षमताएं
  • सूर्य पर्वत (अनामिका उंगली के आधार) पर स्वस्तिक निशान : सौभाग्य और समृद्धि
  • चंद्र पर्वत पर स्वस्तिक निशान (हथेली के आधार पर, अंगूठे के विपरीत) :आध्यात्मिक विकास और सहज ज्ञान
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल-

किसी व्यक्ति की हथेली पर कमल का निशान शुद्धता, विकास और ज्ञान का प्रतिनिधित्व करता है।
हां, हथेली में हाथी का निशान शुभ माना जाता है। यह चिन्ह शक्ति, बुद्धि और विवेक का प्रतिनिधित्व करता है।
हस्तरेखा शास्त्र में अलग-अलग आकृतियों से मिलते-जुलते निशानों को वर्णसंकर निशान कहा जाता है। ये निशान अपनी स्थिति के आधार पर किसी व् यक्ति के लिए अलग-अलग चीज़ों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
हस्तरेखा शास्त्र में दुर्लभ चिन्हों में कमल, सिंह, वर्ग और स्वस्तिक निशान शामिल हैं।
हथेली पर धन के निशान में वर्ग का निशान भी शामिल है। यह निशान व्यक्ति के जीवन में धन और सौभाग्य का प्रतिनिधित्व करता है।
हथेली पर बना स्वस्तिक निशान व्यक्ति के जीवन में ज्ञान, विकास और धैर्य की भावनाओं को दर्शाता है। हालांकि, स्वस्तिक निशान के अलग-अलग स्थानों का मतलब अलग-अलग हो सकता है।