सभी आने वाले सिख त्योहार 2026 पर ध्यान दें

नानकशाही कैलेंडर प्रणाली पर आधारित सिख कैलेंडर 2026, नानकशाही संवत के वर्ष 558 को दर्शाता है। इसमें सभी महत्वपूर्ण सिख तिथियां, त्यौहार और गुरु पर्व शामिल हैं। हिंदी में सिख कैलेंडर 2026 (Sikh Calendar 2026 in hindi) और गुरुपर्व 2026 की सूची के लिए नीचे स्क्रॉल करें।

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महीने के अनुसार सिख कैलेंडर 2026 तिथियां

सिख कैलेंडर में, प्रत्येक सिख त्योहार एक सिख गुरु को समर्पित होता है जिसे 'गुरुपर्व' कहा जाता है। नीचे पंजाबी उत्सव की तिथियों और आने वाले सिख त्योहारों की 2026 की मासिक सूची दी गई है।

जनवरी 2026 में सिख त्यौहार

सिख त्योहार का नामदिनांक और दिन
लोहड़ी13 जनवरी, 2026
(मंगलवार)
गुरु गोबिंद सिंह जयंती20 जनवरी, 2026
(मंगलवार)
गुरु हर राय जयंती31 जनवरी, 2026
(शनिवार)
  • लोहड़ी: लोहड़ी आज एक पंजाबी त्योहार है जो शीतकालीन संक्रांति के अंत और कृषि (फसल) के मौसम की शुरुआत का प्रतीक है। हिंदी में सिख त्यौहार (Sikh Festival in hindi) में यह प्रथम महोत्सव है।
  • गुरु गोबिंद सिंह जयंती: यह त्यौहार सिख धर्म के दसवें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में यह सिख उत्सव मनाया जाता है। उन्होंने 1699 में सिखों के लिए खालसा पंथ की स्थापना की थी।
  • गुरु हर राय जयंती: सातवें सिख गुरु, गुरु हर राय जी को इस सिख त्योहार पर उनके हर्बल उपचार और जानवरों और प्रकृति के प्रति प्रेम के लिए याद किया जाता है।

फरवरी 2026 में सिख त्यौहार

फरवरी माह में कोई सिख महत्वपूर्ण तिथियां 2026 नहीं हैं।

मार्च 2026 2026 में सिख त्यौहार

सिख त्योहार का नामदिनांक और दिन
होला मोहल्ला04-06 मार्च, 2026
(बुधवार-शुक्रवार)
गुरु हरराय गुर्यै17 मार्च 2026
(मंगलवार)
गुरु अमरदास गुरयाई19 मार्च 2026
(गुरुवार)
जोति जोत गुरु अंगद देव जी22 मार्च 2026
(रविवार)
जोति जोत गुरु हरगोबिंद जी23 मार्च 2026
(सोमवार)
  • होला मोहल्ला: होला मोहल्ला आज तीन दिवसीय सिख त्योहार है, जिसका अर्थ है 'सैन्य आक्रमण' और मोहल्ला का अर्थ है समन्वित परेड। इसकी शुरुआत गुरु गोबिंद सिंह जी ने मुगलों के खिलाफ सिख सेना को तैयार करने के लिए की थी।
  • गुरु हरराय गुराई: सिखों की महत्वपूर्ण तिथियों 2026 में से एक, गुरु हरराय गुराई जयंती, 7वें गुरु, गुरु हर राय जी को याद करती है। वह दयालु थे, प्रेम करते थे और गुरु नानक की शिक्षाओं को दूसरों तक फैलाते थे।
  • गुरु अमरदास गुरयाई: यह पंजाबी उत्सव उस दिन को याद करता है जब गुरु अमरदास जी तीसरे सिख गुरु बने थे। उन्होंने जातिगत असमानता को दूर करने और दैनिक जीवन में समानता को बढ़ावा देने के लिए आनंद कारज (सिख विवाह) और लंगर परंपरा की शुरुआत की थी।
  • जोति जोत गुरु अंगद देव जी: आज ही के दिन 1552 में गुरु अंगद देव जी ने भौतिक संसार त्याग कर ईश्वर को प्राप्त किया था। उन्होंने गुरुमुखी लिपि का विकास किया, जिससे सिखों के लिए आध्यात्मिक शिक्षा और साक्षरता (पढ़ने-लिखने की योग्यता) आसान हो गई।
  • जोति जोत गुरु हरगोबिंद जी: इस दिन गुरु हरगोबिंद जी ईश्वर में विलीन हो गए थे। उन्होंने 'मीरी-पीरी' की अवधारणा प्रस्तुत की, जो दो तलवारों, मीरी (लौकिक) और पीरी (आध्यात्मिक) का मिश्रण है।

अप्रैल 2026 में सिख त्यौहार

सिख त्योहार का नामदिनांक और दिन
जोति जोत गुरु हर कृष्ण जी1 अप्रैल 2026
(बुधवार)
गुरु तेग बहादुर जयंती7 अप्रैल 2026
(मंगलवार)
बैसाखी/ खालसा साजना दिवस14 अप्रैल 2026
(मंगलवार)
गुरु अर्जन देव जयंती15 अप्रैल 2026
(बुधवार)
गुरु अंगद देव जयंती18 अप्रैल 2026
(शनिवार)
गुरु अमर दास जयंती30 अप्रैल 2026
(गुरुवार)
  • जोति जोत गुरु हर कृष्ण जी: हिंदी में सिख कैलेंडर 2026 (Sikh Calendar 2026 in hindi) के अनुसार गुरु हर किशन जी की जोति जोत (आत्मा का परमात्मा के साथ मिलन) का प्रतीक है। उन्हें 'बाल गुरु' या 'बाला पीर' के नाम से याद किया जाता है, उन्होंने प्लेग के दौरान बीमारों की मदद की थी।
  • गुरु तेग बहादुर जयंती: यह पंजाबी त्योहार या सिख उत्सव आज गुरु तेग बहादुर जी के जन्म का जश्न मनाता है। 'हिंद दी चादर' के नाम से मशहूर तेग बहादुर जी धार्मिक स्वतंत्रता के पक्षधर थे।
  • बैसाखी/खालसा सजना दिवस: बैसाखी, एक सिख कैलेंडर का नया साल है, जो पंजाबियों की फसल और 1699 में गुरु गोबिंद सिंह जी द्वारा खालसा की स्थापना का प्रतीक है। इस दिन, सिख अमृत लेते हैं और 5 केस (केश, कारा, कृपाण, कंघा और कचेरा) पहनते हैं।
  • गुरु अर्जन देव जयंती: 1563 में जन्मे, 5वें गुरु, गुरु अर्जन देव जी ने आदि ग्रंथ (सिख धर्मग्रंथ) और हरमंदिर साहिब (स्वर्ण मंदिर) का संकलन किया।
  • गुरु अंगद देव जयंती: इस सिख महोत्सव के दिन, गुरु अंगद देव जी की जयंती प्रार्थनाओं के साथ मनाई जाती है। सिख उनकी बुद्धिमत्ता, अनुशासन और सभी लोगों की देखभाल को याद करते हैं।
  • गुरु अमरदास जयंती: आज पंजाबी त्योहार पर गुरु अमरदास जी के जन्मदिवस को याद किया जाता है। उन्होंने सिखों को समानता, शांति और दया का पाठ पढ़ाया और जरूरतमंद लोगों की मदद की।

मई 2026 में सिख त्यौहार

मई 2026 में कोई प्रमुख सिख महोत्सव नहीं है।

जून 2026 में सिख त्यौहार

सिख त्योहार का नामदिनांक और दिन
शहीदी गुरु अर्जन देवी जी18 जून 2026
(गुरुवार)
गुरु हरगोबिंद जयंती30 जून 2026
(मंगलवार)
  • शहीदी गुरु अर्जन देव जी: गुरु अर्जन देव जी 1606 में पहले सिख शहीद हुए। उन्होंने लाहौर में यातनाओं का सामना शांति और ईश्वर में विश्वास के साथ किया। सिख पंजाबी कैलेंडर 2026 के इस महत्वपूर्ण दिन को 'शहीदी दिवस' के रूप में मनाएंगे।
  • गुरु हरगोबिंद जयंती: इस दिन गुरु हरगोबिंद सिंह जी का जन्मदिन मनाया जाता है। उन्होंने अमृतसर में अकाल तख्त की स्थापना की और सिखों को प्रार्थना और आत्मरक्षा के बीच संतुलन बनाए रखने की शिक्षा दी।

जुलाई 2026 में सिख गुरुपर्व 2026 की सूची

सिख त्योहार का नामदिनांक और दिन
गुरु हर किशन जी जयंती7 जुलाई 2026
(मंगलवार)
  • गुरु हर किशन जी जयंती: गुरु हर किशन जी का जन्म 1656 में हुआ था और वे पाँच वर्ष की आयु में सबसे कम उम्र के गुरु बने। पवित्रता और करुणा के लिए प्रसिद्ध, उनकी जयंती कीर्तन, प्रार्थना और सेवा के साथ मनाई जाती है।

अगस्त 2026 में सिख त्यौहार

अगस्त माह में कोई प्रमुख सिख कैलेंडर 2026 त्यौहार नहीं है।

सितंबर 2026 में सिख त्यौहार

सिख त्योहार का नामदिनांक और दिन
गुरु ग्रंथ साहिब जयंती12 सितंबर 2026
(शनिवार)
गुरु अर्जन देव गुरुयाई13 सितंबर 2026
(रविवार)
गुरु रामदास पुण्यतिथि14 सितंबर 2026
(सोमवार)
गुरु रामदास गुरयाई24 सितंबर 2026
(गुरुवार)
गुरु अमर दास जयंती26 सितंबर 2026
(शनिवार)
  • गुरु ग्रंथ साहिब जयंती: यह दिन गुरु अर्जन देव जी द्वारा 1604 में गुरु ग्रंथ साहिब की पूर्णाहुति का प्रतीक है। 2026 को सिखों की महत्वपूर्ण तिथियों में से एक माना जाता है, इस दिन अखंड पाठ और नगर कीर्तन का आयोजन किया जाता है।
  • गुरु अर्जन देव गुरुयाई: इस दिन गुरु अर्जन देव जी पांचवें गुरु बने थे। उन्होंने स्वर्ण मंदिर का निर्माण कराया और सिख संस्कृति में सेवा और संगीत को बढ़ावा दिया।
  • गुरु रामदास जी की पुण्यतिथि: आज ही के दिन गुरु रामदास जी का निधन हुआ था। उन्होंने अमृतसर शहर की स्थापना की और इसे सिखों की आध्यात्मिक राजधानी के रूप में स्थापित किया।
  • गुरु रामदास गुरुयाई: गुरु रामदास जी इस दिन सिख धर्म के चौथे गुरु बने। सिख समाज में उनके योगदान को याद करते हैं।
  • गुरु अमरदास जी की पुण्यतिथि: आज ही के दिन गुरु अमरदास जी का निधन हुआ था। उन्होंने समानता का उपदेश दिया, पर्दा प्रथा पर रोक लगाई और सभी के लिए लंगर अनिवार्य कर दिया।

अक्टूबर 2026 में सिख त्यौहार

सिख त्योहार का नामदिनांक और दिन
गुरु अंगद देव गुरुयाई01 अक्टूबर 2026
(गुरुवार)
गुरु नानक देव की पुण्यतिथि05 अक्टूबर 2026
(सोमवार)
गुरु रामदास जयंती27 अक्टूबर 2026
(मंगलवार)
  • गुरु अंगद देव गुरुयाई: गुरु अंगद देव जी को इसी दिन गुरु नानक के बाद दूसरे गुरु के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्होंने मल अखाड़ा (कुश्ती का मैदान) की शुरुआत की और गुरुमुखी के माध्यम से सिख शिक्षा का प्रचार किया।
  • गुरु नानक देव पुण्यतिथि: सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी का आज ही के दिन निधन हुआ था। लोग उनकी शिक्षाओं और एकता, समानता और सत्य के संदेश का स्मरण करते हैं।
  • गुरु रामदास जयंती: आज सिखों का यह त्यौहार गुरु रामदास जी की जयंती के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने अमृतसर की स्थापना की और गुरु ग्रंथ साहिब के भजन लिखे। पंजाबी कैलेंडर 2026 की गुरु पर्व सूची के अनुसार, यह दिन कीर्तन और लंगर के साथ मनाया जाता है।

नवंबर 2026 में सिख त्यौहार

सिख त्योहार का नामदिनांक और दिन
गुरु हरकिशन सिंह गुरयाई/गुरु हरराय जोतिजोत03 नवंबर 2026
(मंगलवार)
गुरु ग्रंथ साहिब गुरुयाई11 नवंबर 2026
(बुधवार)
गुरु गोबिंद सिंह जोतिजोत14 नवंबर 2026
(शनिवार)
गुरु नानक देव जयंती24 नवंबर 2026
(मंगलवार)
  • गुरु हरकिशन सिंह गुरयाई: गुरु हर कृष्ण जी पाँच वर्ष की आयु में गुरु बन गए थे। यह दिन सिखों को उनकी पवित्रता और विनम्रता की याद दिलाता है।
  • गुरु हर राय ज्योतिजोत: इस दिन गुरु हर राय जी ईश्वर में विलीन हो गए थे। उन्होंने गुरु नानक की शिक्षाओं को आगे बढ़ाया और सभी को सांसारिक कर्तव्यों और आध्यात्मिकता के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
  • गुरु ग्रंथ साहिब गुराई: गुरु गोबिंद सिंह जी ने 1708 में गुरु ग्रंथ साहिब को सिख धर्म का पवित्र ग्रंथ घोषित किया। सिख इस दिन को अखंड पाठ और गुरबाणी के साथ मनाते हैं।
  • गुरु गोबिंद सिंह जोतिजोत: गुरु गोबिंद सिंह जी की जोतिजोत उनके बलिदान और गुरु ग्रंथ साहिब को गुरुत्व प्रदान करने को याद करती है।
  • गुरु नानक देव जयंती: गुरु नानक देव जी, जिनका जन्म 1469 में हुआ था, सिख धर्म के संस्थापक हैं। उनकी जयंती दुनिया भर में मनाई जाती है, जिसमें नगर कीर्तन, लंगर और प्रार्थना शामिल होती हैं, जो समानता, शांति और ईश्वर के प्रति समर्पण का उनका संदेश फैलाती हैं।

सिख कैलेंडर 2026 दिसंबर में त्यौहार

सिख त्योहार का नामदिनांक और दिन
गुरु गोबिंद सिंह गुरयाई12 दिसंबर 2026
(शनिवार)
गुरु तेग बहादुर जोतिजोत14 दिसंबर 2026
(सोमवार)
शहीदी साहिबजादे (छोटे बेटे)20 दिसंबर 2026
(रविवार)
शहीदी साहिबजादे (बड़े बेटे)26 दिसंबर 2026
(शनिवार)
  • गुरु गोबिंद सिंह गुरयाई: गुरु गोबिंद सिंह जी 1675 में गुरु बने। यह दिन उनके लीडरशिप, खालसा निर्माण और समानता, साहस और आध्यात्मिकता के सिख मूल्यों में उनके योगदान का जश्न मनाता है।
  • गुरु तेग बहादुर ज्योति जोत: गुरु तेग बहादुर जी ने 1675 में शहादत प्राप्त की। दिल्ली में उनका सिर कलम कर दिया गया, लेकिन उन्होंने स्वतंत्रता की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी। इसलिए, उनका ज्योति जोत दिवस साहस, सत्य और बलिदान का सम्मान करता है।
  • शहीदी साहिबज़ादे (छोटे बेटे): यह दिन बाबा ज़ोरावर सिंह जी और बाबा फ़तेह सिंह जी को याद करता है, जिन्हें ज़िंदा ईंटों में चुनवा दिया गया था। सिख उनके बलिदान, साहस और मासूमियत का सम्मान करते हैं।
  • शहीदी साहिबजादे (बड़े बेटे): यह दिन बाबा अजीत सिंह जी और बाबा जुलझार सिंह (गुरु गोबिंद सिंह जी के बड़े बेटे) की युद्ध में शहादत का प्रतीक है।

सारांश

सिख कैलेंडर 2026 में सिख त्यौहार विशेष दिन है जो सिखों को उनके गुरु की शिक्षाओं, साहस और बलिदान की याद दिलाते हैं। हिंदी में सिख त्यौहार (Sikh Festival in hindi) भक्ति, समानता और सेवा जैसे सिख मूल्यों पर भी प्रकाश डालते हैं, जिससे सिख समुदाय को अपने इतिहास और शिक्षाओं को याद रखने में मदद मिलती है।

2026 कैलेंडर की अन्य महत्वपूर्ण भारतीय तिथियां पढ़ें!

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल-

हाँ, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC) ने सिख त्योहारों की तिथियाँ निर्धारित करने के लिए 2003 में नानकशाही कैलेंडर (जिसे सिख कैलेंडर भी कहा जाता है) को अपनाया था।
नहीं, सिख कैलेंडर और पंजाबी कैलेंडर एक जैसे नहीं हैं। सिख नानकशाही कैलेंडर सौर कैलेंडर प्रणाली पर आधारित है और कई सिख त्योहारों की तिथियाँ निर्धारित करता है। दूसरी ओर, पंजाबी कैलेंडर प्रणाली चंद्र-सौर प्रणाली का पालन करती है।
नानकशाही वर्ष की गणना गुरु नानक जयंती (1469 ई.) से की जाती है। इसलिए, 2026 में, नानकशाही वर्ष 557 नानकशाही होगा।
सिख कैलेंडर का नया साल 1 चेत (सिख कैलेंडर के अनुसार) से शुरू होता है। ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, 2026 में सिख नव वर्ष 14 अप्रैल 2026 को पड़ेगा।
सिख संस्कृति और परंपरा के अनुसार, वैशाखी (बैसाखी) आज सबसे महत्वपूर्ण पंजाबी त्योहार है। इसे हर साल 13 या 14 अप्रैल को सिख कैलेंडर के नए साल के रूप में मनाया जाता है।
सिख नानकशाही कैलेंडर का पालन करते हैं क्योंकि यह सौर वर्ष के अनुसार गुरु पर्व और त्योहारों की तिथियां निर्धारित करता है।
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