Talk to India's best Astrologers
First Consultation at ₹1 only
Login
Enter your mobile number
चंद्र महादशा दस साल की ग्रहीय अवधि है जब चंद्रमा की ऊर्जा सबसे अधिक एक्टिव होती है। इस अवधि के दौरान, व्यक्ति ऐसी परिस्थितियों का अनुभव करता है जो उसकी भावनाओं, मन और रिश्तों को प्रभावित करती हैं। हिंदी में चंद्र महादशा (Moon Mahadasha in hindi) के बारे में जानते हैं।
वैदिक ज्योतिष में, चंद्रमा ग्रह हमारे मन, भावनाओं, माता और पालन-पोषण की हमारी क्षमता को दर्शाते है। जब आप चंद्र महादशा में प्रवेश करते हैं, तो जीवन के ये पहलू अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाते हैं। आइए हिंदी में चंद्र महादशा (Moon Mahadasha in hindi) के महत्व को समझें:
चंद्र की महादशा (Chandra ki mahadasha) व्यक्तिगत विकास का समय हो सकती है, लेकिन यह ऐसी चुनौतियाँ भी पेश कर सकती है जिनका सामना करने के लिए आप तैयार नहीं हैं। चंद्र महादशा में क्या होता है? हिंदी में चंद्र महादशा (Chandra mahadasha in hindi) का विवरण इस प्रकार है:
जब आपकी जन्म कुंडली में चंद्रमा अच्छी स्थिति में या मजबूत स्थिति में होता है, तो यह भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक विकास का समय होता है। चंद्र की महादशा (Chandra ki mahadasha)के कुछ अन्य लाभ नीचे दिए गए हैं:
यदि चंद्रमा कमजोर है या पाप ग्रहों (शनि, राहु या केतु) से पीड़ित है या कठिन भावों (6वें, 8वें या 12वें) में स्थित है, तो आपको निम्नलिखित कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है:
विंशोत्तरी दशा पद्धति के अनुसार, चंद्र महादशा को नौ उप-अवधियों में विभाजित किया जाता है, जिन्हें अन्तर्दशा कहा जाता है। प्रत्येक अन्तर्दशा एक अलग ग्रह से जुड़ी होती है, जो हिंदी में चंद्र महादशा (Chandra mahadasha in hindi) से होने वाले प्रभावों को प्रभावित करती है।
चंद्र महादशा/अंतर्दशा के दौरान, व्यक्ति को अचानक नाम, प्रसिद्धि और पहचान मिलती है। हालांकि, यही स्थिति मनोदशा में उतार-चढ़ाव, चिंता या भावनात्मक अस्थिरता का कारण भी बन सकती है।
चंद्र महादशा-मंगल अंतर्दशा वाले लोग साहसी व्यक्तित्व वाले होते हैं और अनेक संपत्तियों और वाहनों का आनंद लेते हैं। लेकिन यदि चंद्रमा (छठे, आठवें या बारहवें भाव में) हो, तो चोट, तनाव और करियर में बाधाएं आ सकती हैं।
चंद्र महादशा-राहु अंतर्दशा के 18 महीने चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। डिप्रेशन और, भ्रमित मानसिक स्थिति का कारण बन सकते हैं। लेकिन मजबूत चंद्रमा के साथ, उन्हें विदेश यात्रा या अचानक वित्तीय लाभ के अवसर मिल सकते हैं।
चंद्र महादशा-बृहस्पति अंतर्दशा विवाह, आय, संपत्ति लाभ और संतान प्राप्ति के लिए सही समय हो सकता है। यह व्यक्ति को बुद्धि, उत्तम स्वास्थ्य और आंतरिक शांति प्रदान करता है।
सकारात्मक चंद्र की महादशा में शनि की अंतर्दशा (पंचम या नवम भाव) संपत्ति लाभ या वाहन लाभ देती है। लेकिन पीड़ित होने पर मानसिक उथल-पुथल, करियर में बाधा और समाज या दूसरों के बीच आपको नकारात्मक पहचान का सामना करना पड़ता है। चंद्र की महादशा में शनि की अंतर्दशा लोगों के आवश्यक पॉइंट है।
चंद्र महादशा बुध अंतर्दशा (Chandra mahadasha budh antardasha) के अनुसार यदि बुध केंद्र भाव में स्थित हो, तो चंद्र महादशा बुध अंतर्दशा शेयर बाजार या अन्य स्रोतों से आय प्रदान कर सकती है। लेकिन त्वचा संबंधी समस्याएं, बातचीत संबंधी समस्या या अचानक से आने वाली बाधाएँ उत्पन्न हो सकती हैं।
चंद्र महादशा केतु अंतर्दशा अचानक धन लाभ तो दिला सकती है, लेकिन व्यक्ति को अध्यात्म की ओर भी आकर्षित कर सकती है। हालाँकि, पीड़ित चंद्रमा चिंता या तनाव का कारण बन सकता है।
जब किसी व्यक्ति की चंद्र महादशा-शुक्र अंतर्दशा चलती है, तो सफलता, विलासिता और आराम का आगमन होता है। कला, चित्रकला या संगीत से जुड़े करियर में सफलता निश्चित होती है, जिससे व्यक्ति अपनी रचनात्मकता का उपयोग कर पाता है।
चंद्र महादशा सूर्य अंतर्दशा के दौरान, संवेदनशील चंद्रमा स्व-केंद्रित सूर्य से टकराता है, जिसके परिणामस्वरूप संघर्ष होता है। हालांकि, पैतृक संपत्ति और करियर की सफलता इस अंतर्दशा के नकारात्मक प्रभावों को संतुलित करती है।
यदि आप चंद्र महादशा के दौरान नकारात्मक प्रभावों का अनुभव कर रहे हैं, तो यहां कुछ चंद्र की महादशा के उपाय दिए गए हैं जो उन प्रभावों को कम करने में मदद कर सकते हैं:
सामान्य तौर पर, चंद्र महादशा एक बहुत ही परिवर्तनकारी अवधि हो सकती है, खासकर उन लोगों के लिए जो अपनी भावनाओं और अपने ज्ञान को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं। यह अवधि जीवन के सभी क्षेत्रों में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकती है, जिसमें करियर, परिवार, रिश्ते और आध्यात्मिक विकास शामिल हैं। चंद्र महादशा बुध अंतर्दशा (Chandra mahadasha budh antardasha) का प्रभाव आय पर पड़ता है।
नीचे क्लिक करें और अपनी कुंडली में अन्य दशाओं के प्रभावों का पता लगाएं: